-बेन के आलोक शर्मा ने डेन के संचालक हरजिंद्र उर्फ मामे को पकड़कर किया पुलिस के हवाले

-मामे का कहना है कि बरेली पुलिस उसे नहीं कर सकती गिरफ्तार, शाहजहांपुर क्राइम ब्रांच कर रही है सभी मामलों की जांच

BAREILLY: सिटी केबल नेटवर्क में डेन और बेन का विवाद वेडनसडे को एक बार फिर सामने आ गया। बेन के लोगों द्वारा डेन के संचालक हरजिंद्र सिंह उर्फ मामे को पकड़ने पर विवाद खड़ा हो गया। मामे को पकड़कर पुलिस ने कोतवाली में बैठा दिया तो लोगों की भीड़ थाने में इक्ट्ठा हो गई। बेन पक्ष के पीडि़त आलोक शर्मा का आरोप है कि मामे ने ही उस पर कृपाण से जानलेवा हमला किया था। वहीं हरजिंद्र का कहना है कि सभी मामलों की जांच चीफ सेक्रेटरी के आदेश पर शाहजहांपुर क्राइम ब्रांच कर रही है। बरेली पुलिस को उन्हें पकड़ने का कोई हक नहीं है। वहीं सुभाषनगर पुलिस ने डेन के कर्मचारी अनिल को स्टेशन रोड पर बेन की केबल काटने के आरोप में पकड़ा है।

मारपीट में आंख खराब होने का आरोप

खैरुल्ला स्ट्रीट, बड़ा बाजार निवासी आलोक मिश्रा ने बताया कि डेन फतेह मार्केटिंग केबल कंपनी के मामे ने अपने साथियों के साथ मिलकर ख्फ् अप्रैल ख्0क्ब् को उनके साथ मारपीट की थी। यही नहीं उनकी आंख में कृपाण भी मार दी थी, जिसके चलते उनकी आंख खराब हो गई। हरजिंद्र पर इसके अलावा अन्य आधा दर्जन मुकदमे प्रेमनगर व सुभाषनगर थाना में दर्ज हैं। उनका आरोप है कि मामे ने सांठगांठ कर सभी मामले बरेली से शाहजहांपुर क्राइम ब्रांच में ट्रांसफर करा लिए हैं।

एसपी सिटी के कहने पर बैठाया गया थाना में

वेडनसडे को हरजिंद्र कैनरा बैंक में आए हुए थे। इसी दौरान उन्हें पकड़ लिया। इस बारे में एसपी सिटी को बताया गया, जिसके बाद एसएचओ सुभाषनगर की मौजूदगी में मामे को पकड़कर कोतवाली लाया गया। वहीं मामे का कहना है कि पुलिस ने उसे जबरन उठाया है। अभी तक शाहजहांपुर क्राइम ब्रांच की जांच पूरी हुई है और ना ही कोई चार्जशीट लगायी हुई है। उनकी सिर्फ शाहजहांपुर पुलिस की गिरफ्तारी कर सकती है।