मायके में छोड़ गए ससुराल वाले
दहेज की दलदल हाई-प्रोफाइल फैमिलीज में भी तेजी से पांव पसार रही है। एसएसपी ऑफिस में आया रीसेंट केस इस बात को पुख्ता कर रहा है। एमबीए कर चुकी एजुकेटेड अंतिका (नेम चेंज्ड) के लिए फैमिली ने मैट्रीमोनियल साइट से वेल सैटल्ड दूल्हा ढूंढा था। शादी पर अच्छा-खासा खर्च भी किया था। इसके बावजूद एक करोड़ रुपए के दहेज की मांग ने उसकी मैरिड लाइफ को थाने तक पहुंचा दिया। फिलहाल एसएसपी ऑफिस से मामले को महिला परामर्श केंद्र भेज दिया गया है। वहीं अंतिका के हसबैंड मनोज का कहना है कि वह झूठे आरोप लगा रही है। उन्होंने कोई रुपए नहीं मांगे।
लड़की ने किया MBA
शिकायत के अनुसार, अंतिका मूल रूप से पीली कोठी सरकुलर रोड हाथरस की रहने वाली है। बरेली में वह डीडी पुरम में अपनी बुआ के घर रहती है। अंतिका के पिता का हाथरस में कॉफी का बिजनेस है। अंतिका ने 2011 में पंजाब की लवली यूनिवर्सिटी से एमबीए की पढ़ाई पूरी की है। यहां वह अपने फुफेरे भाई के साथ स्टडी कर रही थी। उसके फूफा का बरेली में बिजनेस है। उसकी शादी के लिए रिश्ता तलाशने में फैमिली ने इंटरनेट का सहारा लिया।
Matrimonial site से रिश्ता तय
भारत मैट्रीमोनियल साइट के जरिए साईं बाबा कॉलोनी, कोयंबटूर के रहने वाले मनोज टिवरेवाल को पसंद किया गया। मनोज कोयंबटूर में गारमेंट शोरूम का मालिक है। दोनों के परिजनों ने पूरी बात-चीत करने के बाद रिश्ता तय कर दिया। 13 जुलाई 2011 को शादी की पहली रस्म कोयंबटूर में हुई। इसमें डेढ़ लाख रुपए कैश व ज्वैलरी दी गई। 29 अक्टूबर 2011 को बरेली में अंतिका की बुआ के घर रोक व गोद भराई की रस्म हुई। इसमें दोनों पक्षों के परिवार व रिश्तेदार शामिल हुए। इस दौरान अंतिका के परिवार वालों की तरफ से रोक व टीका के लिए 25 लाख रुपए कैश व ज्वैलरी समेत करीब 40 लाख रुपए का सामान दिया गया। अंतिका के ससुराल वालों ने भी अंतिका को ज्वैलरी दी।
कोयम्बटूर में हुई शादी
18 जनवरी 2012 को अंतिका की मनोज से कोयंबटूर में शादी हुई। शादी में करीब 30 लाख रुपए की ज्वैलरी व अन्य सामान दिया गया। शादी के बाद अंतिका अपने पति के घर चली गई। अंतिका का कहना है कि कुछ दिन बाद मनोज व उसके घर वालों ने चोरी हो जाने का बहाना बनाकर उससे सारी ज्वैलरी ले ली। साथ ही लॉकर में रखने का भरोसा दिलाया। कुछ दिन बाद अंतिका अपने मायके आई। थोड़े दिन रहने के बाद फिर कोयंबटूर चली गई।
बदला सबका behaviour
अंतिका ने बताया कि इस बार ससुराल जाने के बाद वहां सबका बिहेवियर चेंज हो गया। मनोज और उसके घरवालों ने उससे एक करोड़ रुपए लाने की बात कही। उनका बहाना था कि बिजनेस में नुकसान होने की वजह से कर्ज चढ़ गया है। अंतिका ने इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थता जताई तो ससुराल वाले प्रताडि़त करने लगे।
भेज दिया बरेली
अंतिका के फूफा ने बताया कि 15 नवंबर 2012 को ससुराल वालों ने उसे बरेली भेज दिया। यहां आकर उसने सारी कहानी बताई। मामले के निपटारे के लिए अंतिका व मनोज के परिजनों को 29 नवंबर 2012 को बुलाया गया। बात-चीत हुई। अंतिका की फैमिली ने एक करोड़ रुपए देने से मना कर दिया। इस पर दोनों पक्षों में कहासुनी तक हो गई।
थाने से लौटाया
अंतिका के ससुराल वाले धमकी देकर चले गए कि अगर एक करोड़ रुपए नहीं दिए गए तो वे उसे अंतिका को अपने साथ नहीं ले जाएंगे। उसके बाद बार-बार अंतिका को फोन करके परेशान करने लगे और रुपए लाने के लिए प्रेशर डालने लगे। अंतिका ने प्रेमनगर थाने में दहेज मांगने की शिकायत की। वहां उससे उच्च अधिकारियों से आदेश कराकर लाने की बात कहकर लौटा दिया गया। मंडे को अंतिका ने मामले की शिकायत एसएसपी ऑफिस में की। शिकायत प्रकोष्ठ ने मामले को जांच के लिए महिला परामर्श केंद्र ट्रांसफर कर दिया है।
'हमने नहीं मांगा दहेज'
वहीं फोन पर हुई बातचीत में मनोज ने बताया कि उसने कभी अंतिका से दहेज नहीं मांगा। उसका बिजनेस अच्छा चल रहा है। वह खुद शॉक्ड है कि अंतिका उसके खिलाफ ऐसा क्यों कर रही है। उन्होंने तो बार-बार फोन कर उसे घर बुलाया लेकिन वह आती ही नहीं। वह उसे अपने साथ ही रखना चाहता है। मनोज का कहना है कि अंतिका की बुआ उसे बहका रही है।
मधुलिका जैसा ही है अंतिका केस
दहेज के दलदल अकेली अंतिका ही नहीं फंसी है। कुछ दिन पहले रामपुर गार्डन की मधुलिका के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। बस फर्क इतना है कि मधुलिका के केस में शादी के पहले ही दहेज को लेकर रिश्ता टूट गया। मधुलिका के वुड बी ने भी पैसों के चक्कर में शादी से ऐन पहले उससे रिश्ता तोड़कर दूसरी शादी करने का फैसला किया। दोनों का केस बरेली के महिला परामर्श केंद्र में चल रहा है।
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