- कोरोना ड्यूटी के दौरान संक्रमित होने पर हुई काफी परेशानी

- उचित इलाज और एहतियात से जीती कोरोना से जंग

बरेली : कोरोना को लेकर हर ओर हाहाकार मचा हुआ है। हर वर्ग कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहा है। सैकड़ों संक्रमित अपनी जान भी गवां चुके हैं लेकिन कुछ नाम ऐसे भी हैं जो संक्रमित हुए लेकिन संक्रमण से हालत गंभीर होने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और संक्रमण को मात देकर स्वस्थ हुए। कोरोना से जंग जीतने के बाद अब दूसरों को भी इस महामारी से बचाव और संक्रमित होने पर हिम्मत न हारने के लिए अवेयर कर रहे हैं।

छह माह पहले हुआ ऑपरेशन, संक्रमित होने पर नहीं घबराए

शहर के सिविल लाइंस निवासी सुधींद्र कुमार सिंह और उनकी पत्‍‌नी डेजी लाल दोनों ही बीते माह कोरोना पॉजिटिव आए थे। सुधींद्र कुमार सिंह का छह माह पहले ही स्पाइनल का ऑपरेशन हुआ था। ऐसे में संक्रमित होने पर सुधींद्र की हालत गंभीर हो गई। पत्‍‌नी डेजी ईस्टर लाल ने उन्हें ढांढस बंधाया, दोनों ही लोग एक साथ 300 बेड कोविड हॉस्पिटल में आइसोलेट हो गए। इस दौरान कई बार सुधींद्र को दिक्कत भी हुई लेकिन वह घबराए नहीं, उचित इलाज और आत्मबल से दोनों ने ही कोरोना का मात दी। अब दोनों ही लोग पूरी तरह स्वस्थ हैं।

डाक्टर्स ने नहीं मानी कोरोना से हार

जिला अस्पताल में फिजीशियन के पद पर कार्यरत डॉ। राहुल वाजपेई पिछले वर्ष ड्यूटी के दौरान ही कोरोना संक्रमित आए। संक्रमित होने के बाद उन्हें लो ऑक्सीजन लेवल, सांस संबंधी कई प्रकार की दिक्कते हुई। लेकिन वह घबराए नहीं। इस दौरान उनके साथ महानगर में रहने वाले उनके डॉक्टर दोस्त डॉ। वैभव ने उनकी काफी केयर की। अब हुआ यूं कि पिछले माह डॉ। वैभव की ड्यूटी वैक्सीनेशन में लगी थी। कोरोना के लक्षण होने पर उन्होंने अपनी जांच कराई तो वह भी पॉजिटिव पाए गए। युवा होने बाद भी उन्हें संक्रमण की वजह से काफी दिक्कत हुई लेकिन डॉ। राहुल उनके लिए किसी ढाल से कम नहीं थे। इस प्रकार दोनों ने एक-दूसरे का मनोबल बढ़ाकर कोरोना से जंग जीती।

पूरा परिवार संक्रमित, लेकिन हिम्मत नहीं हारी

पिछले वर्ष मार्च से कोरोना ने कहर बरपाना शुरू किया तो सुभाष नगर निवासी युवक महेश में कोरोना की पुष्टि हुई थी जो कि बरेली में कोरोना का पहला केस था। इसके बाद उनके परिवार में उनके दो साल के बेटे को छोड़कर अन्य 6 सदस्य भी कोरोना पॉजिटिव हुए। आइसोलेशन वार्ड में परिवार के सदस्यों की कई बार हिम्मत भी टूटी लेकिन एक-दूसरे को समझाकर सभी लोगों ने कोरोना को मात दी।