Candidates ने दिखाया आखिरी दम
समर्थकों संग निकाले जुलूस
इलेक्शन से पहले मंडे को बीसीबी में कैंडीडेट्स ने बड़े पैमाने पर जुलूस निकालकर कैंपस में कैंपेनिंग की। 50 से ज्यादा की संख्या में सपोट्र्स के साथ कैंडीडेट्स ने दिनभर कैंपस में कैंपेनिंग किया। जो एक ही पैनल के थे उनके सभी कैंडीडेट्स ने कंबाइंड रूप में जुलूस निकालकर दम भरा। मंडे को कैंडीडेट्स अपनी फॉर्म में थे। नारेबाजी के साथ उन्होंने कैंपस में जगह-जगह सभाएं भी कीं। इस धमक के बीच कुछ ऐसे भी कैंडीडेट्स थे, जिन्होंने मुट्ठी भर सपोट्र्स के साथ स्टूडेंट्स के बीच अपनी कैंपेनिंग की।
बनाई जा रही थी रणनीति
कैंपस में कई जगहों पर कैंडीडेट्स सर्किल बनाकर मीटिंग कर कैंपेनिंग के लास्ट ऑकेजन पर स्टूडेंट्स को अपने पक्ष में खींचने के लिए रणनीति बनाते देखे गए। वे स्टूडेंट्स को पोलिंग बूथ लाने के लिए हर संभव रणनीति बना रहे थे। साथ ही इस बात पर भी चर्चा कर रहे थे कि कैसे आखिरी मौके पर ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट्स का सपोर्ट हासिल कर सकें।
छाए रहे बड़े नेता
कैंपेनिंग के लास्ट मौके पर कैंपस में कुछ पुराने स्टूडेंट्स लीडर्स और संगठनों के नेता व कार्यकर्ताओं की मौजूदगी भी रही। इनके नेतृत्व में कैंडीडेट्स ने अपना ज़ुलूस निकाला। प्रदेश और जिले स्तर के नेता कैंडीडेट्स के फेवर में कैंपेनिंग के लिए सिटी में जमे हुए हैं। कैंपस में हुई कैंडीडेट्स की सभाओं में अधिकांश इन्हीं बड़े नेताओं ने ही संबोधन किया।
फोर्स ने किया फ्लैग मार्च
कैंपस में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने और अपनी मौजूदगी का अहसास कराने के लिए सिक्योरिटी फोर्सेज ने फ्लैग मार्च किया। उनकी मौजूदगी से कैंडीडेट्स और उनके सपोट्र्स भी अलर्ट रहे और टकराव की स्थिति बनने से बची रही।
पोलिंग एजेंट बनाने में जुटे
वोटिंग और काउंटिंग के दौरान कैंडीडेट्स का चुनाव कार्यालय और प्रॉक्टर ऑफिस में पोलिंग एजेंट बनाने के लिए भी जमावड़ा लगा रहा। कैंडीडेट्स और उनके सपोट्र्स कागजी कार्रवाई कर हर कमियों को पूरा करने में लगे रहे।
ऐन मौके पर आरओ बदला
बीसीबी में एक बूथ के आरओ को ऐन मौके पर बदल दिया गया। डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन की कॉलेज की टीम के साथ मीटिंग की गई। इसमें इलेक्शन को लेकर समीक्षा की गई। बैठक में सिटी मजिस्ट्रेट शीलधर सिंह भी मौजूद रहे। मीटिंग में ही डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन ने आरओ को बदलने के निर्देश दिए। आरओ पर इलेक्शन कंडक्ट कराने को लेकर आपत्ति जताई गई है।
ओमकार को मंच से उतारा
सनी पटेल उर्फ ओमकार पटेल दद्दा का नाम जब स्पीच के लिए पुकारा गया तो ओमकार पटेल मंच पर स्पीच देने के लिए पहुंचे। जिस पर बाकी कैंडीडेट्स और उनके सपोर्टर्स विरोध करने लगे। हंगामा न बढ़े इसको देखते हुए कॉलेज के चीफ प्रॉक्टर और पुलिसकर्मियों ने ओमकार पटेल को मंच से उतार दिया।
विजयी जुलूस पर हवालात
एसपी सिटी शिव सागर सिंह ने बताया कि सीओ व मजिस्ट्रेट की ड्यूटी अलग-अलग कार्डन पर लगाई गई है। चुनाव के दौरान या फिर जीतने के बाद किसी भी स्टूडेंट लीडर या उसके कार्यकर्ताओं द्वारा बिना पुलिस की अनुमति के जुलूस निकाला गया तो पुलिस उनके खिलाफ कड़े एक्शन लेगी।
भाषण को बना दिया मजाक
इलेक्शन से पहले कैंडीडेट्स क्वालीफाइंग स्पीच दे कर वोटर्स से अपने एजेंडों के साथ रूबरू होते हैं। इसके आधार पर ही वोटर्स इन कैंडीडेट्स के बारे में कोई राय बना कर वोट करते हैं। लेकिन आयू में मंडे को अध्यक्ष पद के लिए हुई क्वालीफाइंग स्पीच का नजारा कुछ और ही था। इलेक्शन से एक दिन पहले हुई इस स्पीच में वोटर्स का कोई इंट्रेस्ट नहीं दिखा। वहीं कैंडीडेट्स ने भी बस औपचारिकता ही निभाई। अध्यक्ष पद के 6 कैंडीडेट्स में से केवल 4 प्रत्याशी ही स्पीच देने स्टेडियम पहुंचे, और वह भी अपनी मर्जी से। स्पीच सुनने वालों में भी वोटर्स कम और कैडीडेट्स के सपोर्टर्स की संख्या ज्यादा थी।
भाषण दिए और चलते बने
क्वालीफाइंग स्पीच देने पहुंचे कैंडीडेट्स अपने-अपने समर्थकों के कारवां के साथ स्टेडियम में आए। उन्होंने यहां स्पीच दी। इसी बीच उनके समर्थक ही तालियां बजाते नजर आए। एक कैंडीडेट के जाने के बाद ही दूसरा कैंडीडेट स्टेडियम पहुंचा, उसके साथ भी सपोर्टर्स का ही कारवां मौजूद रहा। इसी तरह स्टेडियम में कारवां आता गया और चार भाषणों की खानापूरी हो गई।
और फिर हुई स्पीच
क्वालीफाइंग स्पीच के दौरान 15 मिनट में तीन कैंडीडेट्स की क्वालीफाइंग स्पीच पूरी होने के बाद वहां मौजूद एंकर ने सबको धन्यवाद दे कर सभा समाप्त कर दी। इसके साथ वहां मौजूद फैकल्टी मेंबर्स उठकर चल दिए। वह स्टेडियम गेट तक ही पहुंचे थे कि एक और कैंडीडेट का कारवां वहां पहुंच गया। किसी हंगामे से बचने के लिए आरयू प्रशासन ने उनकी भी स्पीच पूरी करवा दी। स्पीच के दौरान संगठनों के बड़े नेता और कैंपस के पुराने छात्र नेताओं का जमावड़ा रहा।
पूरे दिन चली कैंपेनिंग
इलेक्शन कैंपेनिंग के अंतिम दिन प्रत्याशियों ने वोटर्स को अपने फेवर में करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी। किसी ने वोटर्स के सामने हाथ जोड़े तो कोई उन्हें बार-बार अपील करता नजर आया। वहीं कैंपस में पूरे दिन स्टूडेंट्स भी ग्रुप बनाकर रणनीति तैयार करते नजर आए।
चुनाव जीतने के बाद मैं आरयू में ड्रिंकिंग वॉटर, प्लेसमेंट सेल और स्टूडेंट्स की एडमिन ब्लाक से रिलेटेड प्रॉब्लम्स क ो दूर करूंगा।
अरविंद पटेल, अंबेडकर छात्र सभा
मैं यूनिवर्सिटी की लैब्स को वेल इक्विप्ड करने का काम सबसे पहले करूंगा। इससे ही स्टूडेंट्स को प्लेसमेंट में हेल्प मिलेगी।
प्रमोद चौधरी, निर्दलीय
मैं आरयू में महिलाओं को सम्मान दिलाने, प्लेसमेंट सेल को मजबूत करने, परमानेंट फैकल्टी, एनसीसी यूनिट और पर्सनैलिटी डेवलपमेंट की क्लास शुरू करवाउंगा।
राघवेंद्र प्रताप सिंह, समाजवादी छात्र सभा
मैं यूनिवर्सिटी में माहौल सुधारने, स्कॉलरशिप दिलवाने, वाई-फाई कैंपस और 24 ऑवर्स इलेक्ट्रिसिटी दिलवाने के लिए प्रतिबद्ध हूं।
संजय पटेल, एबीवीपी
पोलिंग एजेंट बनाने के लिए देर शाम तक जुटे रहे प्रत्याशी
मंडे इवनिंग क ो आरयू के डीएसडब्ल्यू ऑफिस में देर शाम तक प्रत्याशी डटे रहे। इसकी वजह उनके पोलिंग एजेंट्स के कार्ड जारी कराना था। दरअसल आरयू में बने 5 पोलिंग बूथ पर उनके प्रतिनिधि पूरे समय मौजूद रहेंगे। इन प्रतिनिधियों को बूथ पर रहने के लिए ही चुनाव अधिकारी का अप्रूवल जरूरी है। इसके लिए देर शाम तक जद्दोजहद चलती रही। वहीं शाम 4 बजे की क्लासेज ओवर होने के बाद ही डिपार्टमेंट्स में बूथ तैयारियां की गई।
वादे और दिलासे
बरेली कॉलेज में ऑर्गनाइज हुए प्रेसीडेंट पद के क्वालीफाइंग स्पीच में कैंडीडेट्स ने वादों की झड़ी लगा दी। कैंपेनिंग के जरिए दम भरने वाले इन कैंडीडेट्स को जब अपने मुद्दों को रखने के लिए मंच मिला तो उनमें हिचकिचाहट भी दिखी। कुछ तो बोलते-बालते रुक जा रहे थे तो कुछ अपने स्पीच की लय पकड़ नहीं पा रहे थे। प्रेसीडेंट पद के लिए 6 कैंडीडेट्स मैदान में हैं। इसमें से 4 ही ने स्पीच दिया। दो कैंडीडेट्स एनएसयूआई के शरद वीर सिंह और इंडिपेंडेंट सनी पटेल उर्फ ओमकार पटेल ने स्टूडेंट्स को फेस करने की जरूरत ही नहीं समझी।
कॉलेज के स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी की तरफ से जो भी प्रॉब्लम्स फेस करनी होती हैं उनका निराकरण कराया जाएगा। लड़कियों के लिए कैंपस का माहौल फ्रेंडली बनाया जाएगा जिससे वे कंफर्टेबल महसूस कर सकें।
- जवाहर लाल, कैंडीडेट
कैंपस में पठन-पाठन का माहौल सुधारा जाएगा। स्टूडेंट्स के लिए लेटेस्ट बेहतर सुविधाएं प्रोवाइड कराई जाएंगी। स्टूडेंट्स और टीचर्स के बीच की खाई को कम किया जाएगा। उनके बीच सामंजस्य बिठाना होगा। उन्हें वे सब सुविधाएं दी जाएंगी जो एक मंहगे प्राइवेट कॉलेज में होती हैं.- दीपक राठौर उर्फ दीपू कुर्मी, कैंडीडेट
गुरुजनों का सम्मान किया जाएगा। उनको फिर से वही दर्जा दिलाया जाएगा, जो पहले मिलता था। कॉलेज में एजुकेशन, होम साइंस की पीजी कोर्सेज के अलावा इंपोर्टेंट प्रोफेशनल कोर्स भी शुरू कराए जाएंगे।
- फैसल अनीस, कैंडीडेट
मैं वादे करने में विश्वास नहीं रखता। किसान का बेटा हूं। मैं तो काम करने में विश्वास रखता हूं। कैंपस में इंटरनेट युक्त लेटेस्ट फैसिलिटीज प्रोवाइड कराने के साथ कॉलेज को डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा दिलाने का प्रयास करूंगा।
- श्रेय राज गंगवार उर्फ वैभव गंगवार, कैंडीडेट