बातों में था मशगूल
सूरज के पिता का नाम रामदयाल और मां का नाम ऊषा देवी है। सूरज की एक छोटी बहन सुरक्षा भी है। रामदयाल त्रिमूर्ति चौराहे पर परचून की दुकान चलाते हैं। चश्मदीद अधीर सिंह ने बताया कि घटना के समय वह अपने घर के बाहर बैठे थे और सूरज कुछ दूरी पर खेल रहा था। उसी समय एक ट्रैक्टर-ट्राली आई जिसका चालक अपने हेल्पर से बातें करने में मशगूल था। ट्रैक्टर को बच्चे की तरफ बढ़ता देख उन्होंने आवाज भी लगाई लेकिन ड्राइवर ने ध्यान नहीं दिया और ट्रैक्टर का पिछला पहिया सूरज पर चढ़ गया। घटना के बाद चालक मौके से फरार हो गया लेकिन हेल्पर राज को लोगों ने पकड़ लिया। मौके पर पहुंची पुलिस उसे अपने साथ ले गई। वह ड्राइवर का नाम भारत बता रहा था। भारत मौके से भाग गया था। फिलहाल पुलिस चालक की तलाश कर रही है।