सुभाषनगर के सनइया में ऑटो ड्राइवर की हत्या

पहचान छुपाने के लिए जलाया चेहरा

पत्‍‌नी ने जताई ऑनर किलिंग की आशंका

BAREILLY: सुभाषनगर में सुबह-सुबह कुछ बच्चे भूत-भूत कहकर चिल्लाने लगे पर जब वहां कुछ और लोग पहुंचे तो पता चला कि वो कोई भूत नहीं बल्कि एक पुरानी जली हुई डेडबॉडी है। सुभाषनगर के सनईया के एक खेत में मिली डेडबॉडी का पहचान लापता ऑटो ड्राइवर सुखवीर के रूप में हुई है। उसकी पत्‍‌नी ने अपने भाई, मामा व अन्य पर ऑनर किलिंग का शक जताया है, लेकिन पुलिस की जांच में कई और बातें भी सामने आ रही हैं। फिलहाल पुलिस परिजनों की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस ने इस मामले में राजेंद्र मिस्त्री व अन्य को पूछताछ के लिए हिरासत में ि1लया है।

बच्चों ने देखा सबसे पहले

ट्यूजडे सुबह सुभाषनगर के सनइया में कुछ बच्चे को चरी के खेत से बदबू आयी। जैसे ही बच्चे पास पहुंचे वो जोर-जोर से भूत-भूत कहकर चिल्लाने लगे और मौके से भाग खड़े हुए। बच्चों के भागने पर वहां और लोग पहुंचे। तब पता चला कि वहां एक पुरानी डेडबॉडी पड़ी है और उसका चेहरा जलाया हुआ है। चेहरे को काले मोबिल ऑयल से जलाया गया है। शव खेत में मेड़ की साइड से पड़ा था और उस जगह से खेतों की ओर जाने वाला पतला रास्ता भी बना था। जिससे सवाल उठते हैं कि वहां से गुजरने वाले किसी इंसान ने शव को नहीं देखा।

ड्राइविंग लाइसेंस से हुई पहचान

लाश मिलने की सूचना पर गणेश नगर से लापता ऑटो ड्राइवर सुखवीर यादव उर्फ पप्पू के परिवार वाले भी मौके पर पहुंचे। चेहरा जला होने के चलते वो भी नहीं पहचान सके, लेकिन मौके पर मिली चप्पल और ड्राइविंग लाइसेंस से उन्होंने सुखवीर की पहचान कर ली। सुखवीर मूलरूप से शाहजहांपुर के सुल्तानपुर, जैतीपुर में रहता था। वह गणेश नगर में आठ महीने से श्याम सिंह यादव के मकान में किराए पर पत्‍‌नी चांदनी व म् महीने की बच्ची के साथ रह रहा था।

दो दिन तक चलता रहा फोन

श्याम सिंह यादव ने बताया कि 9 जुलाई को सुखवीर की पत्‍‌नी अपने मामा शिवराज के साथ मथुरा जयगुरुदेव के आश्रम में गई थी। क्क् जुलाई की सुबह वह प्रेम सागर का ऑटो किराये पर लेकर चलाने गया था। रात में क्0 से क्क् बजे तक उसने सुखवीर को फोन किया, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। श्याम का कहना है कि क्फ् जुलाई की सुबह 8 बजे तक सुखवीर के फोन घंटी जाती रही, लेकिन उसके बाद से फोन बंद है।

किस जीजा का आया था फोन

पुलिस जांच में सामने आया कि क्क् जुलाई को सुखवीर बीडीए कॉलोनी के पास राजेंद्र मिस्त्री के गैराज में ऑटो ठीक कराने पहुंचा था। राजेंद्र के अनुसार सुखवीर के मोबाइल पर किसी का फोन आया, जिस पर सुखवीर ने कहा कि जीजाजी वो आ रहा है। वह बालाजी मंदिर के पास जाने की बात कह रहा था। जब सुखवीर वापस नहीं आया तो संजय उर्फ काडला को बुलाकर गैराज में ऑटो खड़ा करवाया।

परिवार था शादी के खिलाफ

वहीं सुखवीर की पत्‍‌नी चांदनी ने बताया कि वह सुखवीर के ही गांव की रहने वाली है। दो साल पहले उसने सुखवीर के साथ लव मैरिज की थी। चांदनी के पिता का नाम मुलायम सिंह यादव है। चांदनी ने बताया कि शादी से उसका भाई देवेंद्र, मामा नागेंद्र और वीरेंद्र खिलाफ थे। उन्हीं के डर से वह अलग-अलग जगह छुपकर बरेली शहर में रह रहे थे। करीब दो महीने पहले उसने अपने मायके वालों को घर के आसपास घूमते हुए देखा था। उसका आरोप है कि उन्होंने ही उसके पति की हत्या की है। इस हत्या में उसके कमरे के पास रहने वाले अमित व रूपेश भी शामिल हैं। वह उसे शराब पिलाने के लिए ले जाते थे।

क्या इस घटना का लिंक तो नहीं

वहीं पुलिस की जांच में सामने आया है कि चांदनी जिस अमित का नाम ले रही है, उस अमित की पत्‍‌नी को करीब दो महीने पहले गोली मार दी गई थी। इसमें अमित ने धर्मेद्र के खिलाफ सुभाषनगर थाना में एफआईआर दर्ज करायी थी। धर्मेद्र, सुखवीर का जीजा है। पुलिस दोनों घटनाओं को जोड़कर देख रही है। पुलिस ने अमित के नंबर को सर्विलांस पर भी लगाया है।

खेत में लाश पड़ी मिली थी, जिसकी पहचान ऑटो ड्राइवर सुखवीर के रूप में हुई है। एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पत्‍‌नी मायके वालों पर आरोप लगा रही है, लेकिन मामले की जांच के बाद ही स्थिति क्लियर हो सकेगी।

-राजीव मल्होत्रा, एसपी सिटी बरेली