- एमएचआरडी ने शुरू की थी योजना

- 30 अप्रैल तक सभी यूनिवर्सिटीज और कॉलेजेज को इससे जुड़ना था

BAREILLY: जो कॉलेजेज मानव संसाधन मंत्रालय की डीबीटीएल योजना से लिंक नहीं हुए हैं, उनके स्टूडेंट्स यूजीसी की तमाम स्कॉलरशिप और फेलोशिप योजना से वंचित रह जाएंगे। यूजीसी ने यूनिवर्सिटी को लेटर जारी कर हायर स्टडीज के सभी शिक्षण संस्थानों को इस योजना से जुड़ने से अपील की थी। साथ ही, इस बार समय सीमा भी फिक्स कर दी थी। हैरत की बात यह है कि यूनिवर्सिटी के पास इसका रिकॉर्ड ही उपलब्ध नहीं है कि कितने कॉलेजेज इस योजना जुड़ चुके हैं। इस सत्र से उन्हीं स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप व फेलोशिप मिलेगी जिनके कॉलेजेज इस योजना से जुड़ चुके हैं।

डीबीटीएल के लिए पोर्टल से लिंक होना जरूरी

केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय ने स्कॉलरशिप और फेलोशिप पाने वाले स्टूडेंट्स को डीबीटीएल योजना से जुड़ने की योजना बनाई थी, जिसके तहत यूजीसी ने सबसे पहले इसको लेकर नोटिस जारी किया। इसके अंतर्गत स्टूडेंट्स को डायरेक्ट उनके खाते में स्कॉलरशिप और फेलोशिप की रकम भेजी जानी है। यह लाभ उनहीं कॉलेजेज व यूनिवर्सिटीज को मिलेगा जिन्होंने इस योजना के लिए रजिस्टर्ड कराया होगा। जिन्होंने नहीं कराया, इस सत्र से उनके स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप और फेलोशिप की रकम बंद कर दी जाएगी। योजना का लाभ पाने के लिए कॉलेजेज और यूनिवर्सिटीज को केंद्र की पब्लिक फाइनेंशियल मैनेजमेंट सिस्टम (पीएफएमएसस) पोर्टल से लिंक करना था। यूजीसी के निर्देश पर आरयू ने सभी कॉलेजेज को फ्0 अप्रैल तक पोर्टल पर लिंक करने का आदेश दिया था।

ताकि फर्जीवाड़े पर लग सके लगाम

अब तक स्कॉलरशिप और फेलोशिप की रकम सीधे स्टूडेंट्स के खाते में नहीं आती है। वह कॉलेज व यूनिवर्सिटी के खाते में आती है। जिसके बाद स्टूडेंट्स के खाते में ट्रांसफर की जाती है। अक्सर शिकायतें मिलती हैं कि स्टूडेंट्स को अपनी ही फेलोशिप लेने के लिए सुविधा शुल्क देना पड़ता है। इसके साथ ही फर्जी नामों से रकम निकालने के भी केसेज हो चुके हैं। इन्हीं फर्जीवाड़े पर लगाम लगाने के लिए यह योजना लागू की गई थी।

अब नहीं मिलेगी स्कॉलरशिप

यूजीसी द्वारा दी गई फ्0 अप्रैल की समय सीमा बीत चुकी है। आरयू से एफिलिएटेड अधिकांश कॉलेजेज इस पोर्टल से लिंक नहीं हुए हैं। हालांकि आरयू के पास इसके रिकॉर्ड नहीं है। लेकिन विभाग के सोर्सेज के अनुसार कॉलेजेज ने इसको लेकर सुस्ती दिखाई है। जिसका खमियाजा स्टूडेंट्स को उठाना पड़ेगा। यूजीसी ऐसे कॉलेजेज के स्टूडेंट्स की स्कॉलरशिप और फेलोशिप की रकम रोक देगा।