तो सिटी में पुलिस फोड़ेगी मिर्ची ग्रेनेड

बरेली पुलिस अत्याधुनिक हथियारों से लैस होने की तैयारी कर रही है। हाइटेक हथियारों के आने पर पुलिसकर्मी दंगा या इमरजेंसी में अपने पास मौजूद गन से ही फायरिंग के साथ-साथ आंसू गैस के गोले छोड़ सकती हैं। मसलन अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर से फायर होने वाला 40 एमएम का आंसू गैस का गोला रायफल व एके 47 से भी चलाया जा सकता है। इसके लिए पुलिस को टियर गन की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। इससे पुलिस एक तीर से दो निशाने कर सकती है। इस प्रोडक्ट को बीसीएफ टेकनपुर अनुसंधान एवं विकास की टीयर स्मोक यूनिट द्वारा तैयार किया गया है। यूनिट ने इसके अलावा कई अन्य नए प्रोडक्ट भी लांच किए हैं। इनसे उनकी पहचान व धरपकड़ कर आसानी से लगाम लगायी जा सकती है। बरेली पुलिस जल्द ही ऐसे अत्याधुनिक हथियार मंगाने की तैयारी कर रही है।

प्रपोजल भेजा जाएगा

बरेली में पिछले कुछ वर्षों से लगातार दंगे हो रहे हैं। पिछले दिनों एक माह में ही दो बार दंगा हुआ, जिस पर लगाम लगाने के लिए प्रशासन को कफ्र्यू लगाना पड़ा। डीआईजी एलबी एंटनी देवकुमार ने बताया कि टेकनपुर यूनिट से प्रोडक्ट मंगाए जाते हैं। नए प्रोडक्ट बरेली में उपद्रवियों से निपटने में काफी मदद करेंगे। भविष्य में उपद्रवियों से निपटने के लिए टेकनपुर यूनिट से प्रोडक्ट मंगाने के लिए एक प्रपोजल भेजा जाएगा। उपद्रवियों पर लगाम कसने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।

 

कई राज्य पुलिस है कस्टमर

बीएसएफ टेकनपुर की टीयर स्मोक यूनिट के मैनेजर (अनुसंधान एवं विकास) कमल कुमार ने बताया कि यूनिट द्वारा कई नए प्रोडक्ट लांच किए गए हैं। ये प्रोडक्ट उपद्रवियों से निपटने में काफी सक्षम हैं। इसमें डाई मार्कर ग्रेनेड, मिर्ची ग्रेनेड, टियर स्मोक सेल, और स्टेन ग्रेनेड एंड स्टेन सेल सहित अन्य प्रोडक्ट शामिल हैं। अब तक कुल 45 तरीके के प्रोडक्ट उपद्रवियों से निपटने के लिए बनाए जा चुके हैं। यूनिट अपने प्रोडक्ट के लिए विदेश में भी फेमस है। भारत में इन प्रोडक्ट की डिमांड ज्यादा है। बीएसएफ, सीआरपीएफ, आरएएफ के साथ-साथ कई राज्यों की पुलिस इनका इस्तेमाल करती हैं। यूपी, महाराष्ट्र व जम्मू पुलिस इन प्रोडक्ट की सबसे बड़ी कस्टमर हैं।

 150 मीटर तक की क्षमता

यूनिट द्वारा प्रोडक्ट के इस्तेमाल की ट्रेनिंग भी दी जाती है। टीयर स्मोक यूनिट द्वारा लांच प्रोडक्ट 1 मीटर से 150 मीटर तक उपद्रवियों को हैंंडल करने में सक्षम हैं। 1 मीटर, 30 मीटर, 50 मीटर और 150 मीटर तक मार करने वाले कई प्रोडक्ट यूनिट में मौजूद हैं। अगर पुलिस को आशंका है कि उपद्रवियों किसी स्थान पर छिप सकते हैं तो पुलिस वहां पर पहले ही इन प्रोडक्ट का इस्तेमाल कर सकती है। उन्होंने बताया कि एक नए प्रोडक्ट को भी बनाने की तैयारी जोरों पर है। इसको टियर स्मोक सेल्स ऑफ नोज का नाम दिया जाएगा। स्मोक नोज पर जाकर चिपक जाएगा। लेकिन शरीर को कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा।  

New products & their uses

व्हीकल माउंटेड स्मोक टियर स्मोक जेनरेटर-इस जेनरेटर को किसी भी व्हीकल से अटैच किया जा सकता है। पुलिस इसे अपने साथ कहीं भी आसानी से ले जा सकती है। यह जेनरेटर लगातार टियर स्मोक पैदा कर सकता है। इससे दंगाइयों को तितर-बितर करने में काफी मदद मिलेगी।

मिर्ची ग्रेनेड- मिर्ची गे्रनेड से फायर करने के बाद आंसू गैस निकलती है। इसके अलावा शरीर में मिर्च की जलन पैदा होती है। इसका असर करीब 30 मिनट तक रहता है। इसका शरीर पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है।

स्टेन ग्रेनेड एंड स्टेन सेल- इस प्रोडेक्ट का इस्तेमाल दंगाइयों को हक्का-बक्का करने के लिए किया जा सकता है। इससे फायर करने पर आकाश में जाकर गोला काफी तेज आवाज करता है और आसपास आंसू गैस फैल जाती है। तेज आवाज और आंसू गैस से लोग डर जाएंगे।

टियर स्मोक सेल- अगर किसी मकान में उपद्रवी छुपे हुए हैं और उन्होंने अंदर से दरवाजा बंद कर रखा है तो उनपर लगाम लगाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। यह प्रोडक्ट एक इंच मोटी लकड़ी के दरवाजे में छेद कर कमरे में प्रवेश कर आंसू गैस छोड़ सकता है। आंसू गैस अंदर पहुंचते ही लोग खांसने लगेंगे, जिससे उनकी संख्या की पहचान हो सकेगी। इसके अलावा लोग बचने के लिए बाहर निकलेंगे तो उन्हें आसानी से पकड़ा जा सकेगा।

डाई मार्कर ग्रेनेड- इस प्रोडेक्ट की हेल्प से उपद्रवियों की आसानी से पहचान की जा सकती है। जैसे ही ग्रेनेड फटेगा वैसे ही इसके अंदर से एक डाई निकलेगी। डाई दंगाइयों के कपड़ों व शरीर पर गिर जाएगी। यह डाई 48 घंटे तक मिटेगी नहीं। इसमें इचिंग केमिकल का इस्तेमाल भी किया जा सकेगा। इसकी मदद से पुलिस उपद्रवियों को आसानी से पकड़ सकेगी।