- पीडि़ता ने ऑनलाइन खरीदे थे कपड़े, कोतवाली पुलिस ने आईटी एक्ट में दर्ज की रिपोर्ट

बरेली : ऑनलाइन टोल फ्री नंबर लेने में बेहद ही सावधानी बरतें। संबंधित कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट से ही मदद के लिए टोल-फ्री या दिये मोबाइल नंबर पर काल करें। जरा सी असावधानी बरतने पर आप ठगी का शिकार हो सकते हैं। ऐसा ही हुआ चांदमारी सुभाषनगर की रहने वाली युवती नेहा दीक्षित के साथ। आनलाइन खरीदारी के बाद उसने कपड़े वापस कर दिये। फंड रिफंड के लिए उसने टोलफ्री नंबर लिया। इसके बाद ठग ने दो बार में 41 हजार रुपये ठग लिये।

डाउनलोड कराया एप

पीडि़ता नेहा दीक्षित ने बताया कि उसने एक ऑनलाइन शा¨पग कंपनी से कपड़े खरीदे थे। आर्डर आने के बाद पंसद न आने पर उसे वापस कर दिया। 15 जुलाई को रिफंड वापस पाने के लिए ऑनलाइन टालफ्री नंबर लिया। फोन नंबर पर कॉल किया तो फोन उठाने वाले व्यक्ति ने रकम वापसी की बात कही। माइ डेस्क एप डाउनलोड कराया। इसके बाद अकाउंट नंबर की डिटेल भरने की बात कही। जैसे ही अकांउट की सारी जानकारी भरी, इसके बाद खाते से 15 हजार 998 रुपये व 24 हजार 988 रुपये दो बार में रुपये कट गए। रकम कटने पर युवती को ठगी का अंदेशा हुआ जिसके बाद वह कोतवाली पहुंची। कोतवाली पुलिस ने युवती की तहरीर पर मोबाइल नंबर के आधार पर आइटी एक्ट में रिपोर्ट दर्ज कर ली। इंस्पेक्टर कोतवाली पंकज पंत ने बताया कि मोबाइल नंबर के आधार पर जांच की जा रही है।