-रिश्तेदारों की भीड़ के कारण घर तक जाने से कतरा रही दिल्ली पुलिस
-रविवार को जानी है बरात, शनिवार को भी होते रहे वैवाहिक कार्यक्रम
बरेली : पुलिस की दबिश तो अक्सर होती है, मगर इस बार की घेराबंदी अलग है। साइबर ठगी के आरोपित की रविवार को बरात है। दूसरी ओर उसे पकड़ने के लिए दिल्ली क्राइम ब्रांच ने जाल बिछा दिया। शनिवार को गांव के बाहर रहकर निगरानी होती रही कि वह किसी काम से निकले और टीम का मिशन पूरा हो। हालांकि सफलता नहीं मिली। शादी में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में रिश्तेदार जुट गए हैं, इसलिए क्राइम ब्रांच उसके घर में दबिश देने से कतरा रही है।
फतेहगंज पश्चिमी के धंतिया गांव में साइबर ठगी का बड़ा रैकेट है। जुलाई में तत्कालीन एसपी अभिषेक वर्मा ने इस गांव से 14 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। वे सभी अब जमानत पर जेल बाहर आ चुके हैं। यहां के आधा दर्जन युवकों पर दिल्ली में भी साइबर ठगी के मुकदमे दर्ज हैं। इन्हीं में से एक आरोपित के पीछे दिल्ली की क्राइम ब्रांच पिछले एक सप्ताह से लगी हुई है, मगर वह हाथ नहीं आ रहा। 15 दिन पहले उसकी सगाई हुई थी और रविवार को बरात जानी है। इसकी जानकारी हुई तो शुक्रवार को दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने गांव के आसपास डेरा जमा लिया। इस उम्मीद के साथ कि शादी की तैयारी में वह बाहर निकलेगा तो पकड़ लेंगे, मगर वह नहीं दिखा। शनिवार को भी टीम धंतिया गांव के आसपास घूमती रही। उसके बारे में सुराग लगाए तो पता चला कि वह घर में ही है और सादा कपड़ों में घूम रही टीम की भनक भी उसे लग चुकी है। यही वजह है कि वह घर से बाहर नहीं निकल रहा। फतेहगंज पश्चिमी के थाना प्रभारी चंद्र किरण ने बताया कि दिल्ली क्राइम ब्रांच के धंतिया गांव के आसपास होने की जानकारी मिली है। मगर वहां की टीम ने हमने कोई मदद नहीं मांगी है।