बरेली (ब्यूरो)। साइबर क्राइम की बढ़ रही घटनाओं पर विराम लगाने के लिए अब सीबीएसई (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) ने भी नई पहल की है। सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों में अगले माह तक साइबर क्लब की स्थापना की जाएगी। इस संबंध मेें सीबीएसई के अकादमिक निदेशक डॉ। जोसेफ इमेन्युअल ने स्कूलों को पत्र जारी कर साइबर क्लब खोलने के लिए कहा है। इसमें स्टूडेंट्स को साइबर सिक्योरिटी स्किल्स सिखाई जाएंगी। सीबीएसई का उद्देश्य है कि स्कूलों में साइबर क्राइम रोकने के लिए ईको सिस्टम विकसित किया जाए।

टीचर बनेंगे नोडल
सभी स्कूलों में एक टीचर को साइबर क्लब का नोडल अधिकारी बनाया जाएगा। सीबीएसई की सिटी कोऑर्डिनेटर बीके मिश्रा के अनुसार इस माह के भीतर क्लब का गठन कर लिया जाएगा। इसकी रिपोर्ट भी सभी स्कूल्स सीबीएसई को भेजेंगे।

स्टूडेंट्स होंगे अवेयर
बोर्ड ने निर्देश दिया है कि साइबर धोखाधड़ी और साइबर जागरूकता जैसे विषयों पर स्टूडेंट्स को अलग-अलग तरीकों से अवेयर किया जाएगा। इसके तहत नाटकों का आयोजन होगा। छात्रों को विभिन्न साइबर क्विज-ओलंपियाड में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करते हुए साइबर क्विज, प्रतियोगिताओं और हैकथान का आयोजन होगा। साइबर सुरक्षा और साइबर अपराध को रोकने पर क्षेत्रीय भाषाओं में एक समाचार पत्र का प्रकाशन करना भी शामिल है। यही नहीं स्कूल में सुबह प्रार्थना सभा सत्र के दौरान भी छात्रों के साथ दैनिक साइबर टिप्स शिक्षक साझा करेंगे।

स्टूडेंट्स भी होते हैं शिकार
घर पर पेरेंट्स के फोन हों या फिर अपना पर्सनल फोन आजकल बच्चे स्मार्ट फोन खूब यूज करते हैं। बच्चों को फोन यूज करते समय साइबर सिक्योरिटी की जानकारी नही होती है। ऐेसे में कोई भी लिंक उनके फोन पर आते ही वह उस पर क्लिक कर देते हैं। लिंक क्लिक करते ही वह साइबर ठगी का शिकार हो जाते हैं। कई बार गेम खेलते वक्त या फिर किसी फर्जी शॉपिंग साइट पर लुभावने ऑफर के जरिए ठगी का शिकार हो जाते हैं। साइबर क्लब का मेन मकसद स्टूडेंट्स को साइबर ठगी से बचाना है। अगर साइबर सिक्योरिटी के प्रति स्टूडेंट्स अवेयर होंगे तो वह ठगी का शिकार होने से बच सकेंगे।

सीबीएसई की तरफ से निर्देश मिला है कि सभी सीबीएसई के स्कूलों में साइबर क्लब बनाए जाने हंैं। जिन स्कूलों में यह क्लब बन जाएंगे वह इसकी सूचना सीबीएसई को भेजेंगे। इस संबंध में सभी स्कूलों को जानकारी दे दी गई है।
वीके मिश्रा, प्रिंसिपल डीपीएस, सिटी को-आर्डिनेटर

साइबर क्लब बनाने के लिए काम शुरू कर दिया गया है। साइबर सिक्योरिटी क्लब बनने से स्टूडेंट्स को काफी लाभ मिलेगा।

योहान कुंवर, प्रिंसिपल विद्या भवन पब्लिक स्कूल