होली पर दूसरों का भी रखें ख्याल
BAREILLY: सड़कों पर बिखरा रंग, पिचकारी से राहगीरों को भिगोते बच्चे, हर ओर रंगे पुते चेहरे, बाइक पर फर्राटा भरते युवा और होरियारों की टोली से बचकर निकलने की कोशिश करते लोग। नजारा ऐसा जो एक पल के लिए होली के एक दिन पहले ही होली मनाए जाने का भ्रम पैदा कर दें। संडे को शहर में सुबह से सड़कों व चौराहों पर सन्नाटा पसरा था, ज्यादातर मार्केट बंद रहे। वजह थी होली से एक दिन पहले निकलने वाली राम बारात, जिसमें हजारों होलियारों की मस्ती पूरे माहौल को अपने रंग में रंग रही थी। इस भीड़ में सब एक से थे। जो अलग था कुछ ही देर में चारों ओर से रंगे जाने के बाद भीड़ का हिस्सा बन गया था। यही हाल शहर के बाकी हिस्सों का भी रहा। आते जाते लोगों को रंगने में जैसे होड़ सी थी। कईयों ने इसका बुरा न माना, तो कुछ को थोड़ा नागवार भी गुजरा, लेकिन वह जुमला याद था बुरा न मानो होली है, तो चेहरे पर मुस्कान चस्पा कर आगे बढ़ लिए। बेशक होली सिर्फ रंगों से खेलने का ही नहीं खुद को औरों से जोड़ने का भी त्यौहार है। ऐसे में हम सब की कुछ जिम्मेदािरयां भी बढ़ जाती है। रंगों के नाम पर राह चलती पब्लिक पर पेंट या कीचड़ फेंकना मस्ती का नाम नहीं है। इस बात का भी ख्याल रखना होगा कि रंगों के सुरूर में आपकी होली दूसरों के लिए हुड़दंग और हंगामा न साबित हो। दूसरों को रंगने में भले ही तहजीब का लिहाज न किया जाए, लेकिन यह खुलापन बेशर्मी या बदतमीजी का रंग न ओढ़ ले। खासकर महिलाओं व गर्ल्स के साथ ऐसा बिहेव न होने पाए जो रंगों के इस सेलिब्रेशन पर कालिख लगा दे। किसी इमरजेंसी के लिए सभी हेल्पलाइन नम्बर्स अपने पास रखे। कोशिश रहे कि यह होली ऐसी रहे जो हमारे चेहरों पर ही नहीं बल्कि हमारी जिंदगी में भी रंग भर दें।