-पंचम होटल के लाखों रुपये के टैक्स फर्जीवाड़े का मामला

-अपर नगर आयुक्त की जांच में दोषी मिले राकेश कुमार सोनकर समेत दो अफसर

-नगर निगम के पुख्ता सूत्रों ने किया दाव, आज सौंपी जा सकती है रिपोर्ट

BAREILLY: टैक्स फर्जीवाड़े के बड़े और नगर निगम की साख के लिए बेहद संवेदनशील मामले में चीफ टैक्स ऑफिसर दागदार नजर आ रहे हैं। सिविल लाइंस में होटल पंचम के कॉमर्शियल टैक्स बिल में पैसे लेकर किए गए लाखों के हेर फेर में सीटीओ राकेश कुमार सोनकर की गर्दन फंसती दिख रही है। इस फर्जीवाड़े की जांच रिपोर्ट में सीटीओ को एक अन्य टैक्स अधिकारी के साथ साफ तौर पर दोषी ठहराया गया है। निगम के एक ऑफिशियल सोर्स ने मामले की जांच आख्या में सीटीओ के ही दोषी होने की बात कही है।

म् लाख का टैक्स फर्जीवाड़ा

टैक्स विभाग के बड़े अधिकारियों ने सिविल लाइंस के होटल पंचम का टैक्स बिल बनाने में जबरदस्त धांधली की। टैक्स अधिकारियों ने रिवाइज्ड दरों पर साल ख्0क्फ्-क्ब् के लिए होटल का कॉमर्शियल बिल 7.7म् लाख बनने के बाद इसे कम कर क्.8ख् लाख कर दिया। वहीं ऐसा करने के लिए अधिकारियों ने फर्जीवाड़ा कर होटल का कवर्ड एरिया क्7,भ्0भ् स्क्वायर फीट से घटाकर सिर्फ ब्09भ् स्क्वायर फीट कर दिया। सिर्फ इतना ही नहीं अधिकारियों ने टैक्स कम करने के बाद घटा हुआ नया बिल तक होटल को जारी कर दिया।

बोर्ड बैठक में खुलासा

होटल के टैक्स बिल में इतने बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा ख्7 दिसंबर को निगम की रिवाइज्ड बजट बोर्ड बैठक में हुआ। सपा पार्षदों ने धांधली को बोर्ड बैठक के सामने उजागर किया था। टैक्स बिल बनाए जाने में पूरी तरह ट्रांसपेरेंसी बरते जाने और वसूली में करप्शन के मामलों को खोखले आरोप बताने वाले नगर आयुक्त तक इस खुलासे से भौंचक्के रह गए। जिसके बाद मेयर डॉ। आईएस तोमर ने सीटीओ को पूरे मामले में जवाबदेह बनाने के साथ ही इस फर्जीवाड़े के लिए उन पर सीधे आरोप लगाए और इसे कार्यवृत्त में दर्ज तक कराया।

दोषियों को बचाने की कोशिश

बोर्ड बैठक में इस घटना के बाद विवाद में चल रहे टैक्स वसूली पर निगम की साख पर ही दाग लगने लगे। बैठक में मेयर के सीधे आरोप और पार्षदों के हंगामे के बाद पैदा हुई शर्मनाक स्थिति को संभालते हुए अपर नगर आयुक्त ने दो दिन में मामले की निष्पक्ष जांच नगर आयुक्त को सौंपने की बात की। लेकिन वेडनसडे के बाद थर्सडे को भी रिपोर्ट को पब्लिक नहीं किया गया। सोर्सेज ने निगम प्रशासन की ओर से जांच में दोषी पाए गए अधिकारियों को बचाने की आशंका जताई है। इसीलिए जांच रिपोर्ट को पब्लिक किए जाने में देरी की जा रही।

कोट

थर्सडे दोपहर तक जांच रिपोर्ट नहीं मिली। शाम को रिपोर्ट आई लेकिन ऑफिस बंद हो जाने से मुझे मिली नहीं। फ्राइडे को रिपोर्ट देख के इस मामले में कुछ बता सकूंगा।

- शीलधर सिंह यादव, नगर आयुक्त

साल का पहला दिन होने के चलते निगम में दिन भर प्रोग्राम ही रहे। जांच रिपोर्ट पर नगर आयुक्त की ओर से कोई जानकारी नहीं मिली। फ्राइडे को इस बारे में जानकारी लूंगा।

- डॉ। आईएस तोमर, मेयर