पीक आवर में नहीं लगती कॉल

बरेली सिटी में बीएसएनएल के तकरीबन 2,20,000 प्रीपेड और 5,000 पोस्टपेड  कंज्यूमर हैं। बीएसएनएल कंज्यूमर्स के लिए कॉल ड्रॉप और क्रॉस कनेक्शन एक नॉर्मल प्रॉब्लम है। ऐसी प्रॉब्लम के पीछे एक  मुख्य वजह सिटी में बीएसएनएल के टावर की सीमित संख्या होना माना जाता है। शाम 6 से रात के 9 बजे तक पीक आवर होने से कॉल कनेक्शन टेढ़ी खीर साबित होती है। नई बसी कॉलोनीज में तो लोगों को फोन से बात करने के लिए घरों की छत पर जाना पड़ता है। ऐसी ही कंडीशन ब्रॉडबेंड कनेक्शन के साथ भी है। 256 एमबीपीएस प्लान से लगाकर अनलिमिटेड प्लान में स्पीड पैसेंजर गाड़ी जैसी है।

चैनल लिमिटेशन है मेन प्रॉब्लम

बीएसएनएल सोर्सेज के मुताबिक मोबाइल नेटवर्क फेलियर की मेन प्रॉब्लम चैनल लिमिटेशन है। बीएसएनएल किसी भी एरिया में कंज्यूमर्स की संख्या को पहले ही निर्धारित  करता है। उसके बाद टॉवर स्टेब्लिश किया जाता है. यही कारण है कि उस एरिया मेें  लिमिटेड टाइम में कॉल्स बढने पर कंजेशन , कॉल ड्रॉप या क्रॉस कनेक्शन की प्रॉब्लम होती है। सिटी में बीटीएस लगाने का काम अप्रैल तक पूरा कर लिया जाएगा। सर्वे का काम भी पहले ही पूरा किया जा चुका है। दरअसल ये काम पूरी डिस्ट्रिक्ट लेवल पर होना है, जिसमें से सर्वाधिक बीटीएस बरेली सिटी के हिस्से में आए हैं। इनके लगने के बाद पीक आवर में भी बात करना आसान हो जाएगा। इस फैसिलिटी के उपलब्ध होने के बाद बीएसएनएल अपने स्वीच होते कंज्यूमर्स को रोकने में सफल हो सकेगा।  

इन इलाकों में हो चुकी है तैयारी

गोल्डेन ग्रीन पार्क, पंतशील नगर, कबूतर चौक, सुभाषनगर, नूरानी मस्जिद के पास, वीर सावरकर नगर, बड़ी बमनपुरी, कटघर, बन्नूवार कॉलोनी, फरीदपुर चौधरी, रानी साहब फाटक, ग्लोबल लॉ कॉलोनी, राधेश्याम इन्क्लेव, आर.के मेडिकल कॉलेज, दिनेश नर्सिंग होम, करगेना, एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज, इनवर्टिज कॉलेज, कुर्मांचल नगर, अग्रसेन पार्क के पास, शास्त्री नगर और बीएल एग्रो के पास बीएसएनएल अपना बेस ट्रांसीवर स्टेशन लगाने की तैयारी कर चुका है।