- फरीदपुर में धर्मातरण और दुष्कर्म के मामलों के बाद अब युवती ने ट्वीट कर खुद को बताया असुरक्षित
- पड़ोसी जिले बदायूं में हुई हैवानियत ने भी फैलाई दहशत, सिस्टम पर उठ रहे सवाल
बरेली: वैसे को हमारा समाज संस्कृति और मानवता के नाम पर महिला को देवी की भांति दर्जा देता है, लेकिन वहीं वास्तविकता कुछ इसके उलट ही है। दरिंदगी की इतेहा इतनी है कि शायद बेटी होना ही गुनाह है। वहीं समाज के कई तबकों में महिलाओं व युवतियों के साथ कई ऐसी गंभीर घटनाएं घटती हैं जिन्हें सुनने भर से रूह कांप उठती हैं। इनमें कुछ परिवार की मदद से आगे आकर न्याय की गुहार भी लगाती हैं, लेकिन अधिकतर मजबूरी के बोझ के नीचे गुमनामी की चादर में खोकर उत्पीड़न झेलती रहती हैं। समाज में ही विक्रत मानसिकता के ऐसे लोग भी मौजूद हैं जो दरिंदगी की हर हद पार कर देते हैं। कुछ वक्त पहले निर्भया तो अब पिछले हफ्ते बदायूं में महिला से मंदिर जैसी पवित्र जगह पर हुई दरिंदगी ने समाज को झकझोर कर रख दिया। लगातार हो रहीं ये घटनाएं कानून व्यवस्था पर भी सवालिया निशान लगाती हैं। साल कि शुरूआत में जिले में सामने आए धर्मांतरण और दुष्कर्म के मामलों ने हड़कंप मचा दिया। ऐसे में सीएम योगी आदित्यनाथ के सख्त रुख का इस साल व्यवस्थाओं पर क्या असर रहेगा, यह देखने वाली बात रहेगी।
केस 1.
शादी को बनाया धर्मातरण का दवाब
फरीदपुर में शादी करने के लिए एक युवक दूसरे समुदाय की युवती पर धर्मातरण का दवाब बना रहा था। शिकायत पर मामले में रिपोर्ट भी दर्ज की गई। पहले तो पुलिस मामले को एक्सपंज करने वाली थी, लेकिन फिर कुछ संगठनों के विरोध के बाद मामले में जांच शुरू कर दी गई। मामले में पीडि़ता के बयान दर्ज कराए जाने के बाद विवेचना की जा रही है। आरोपियों की तलाश में भी पुलिस जुटी है।
केस 2.
चलती कार में किशोरी से दरिंदगी
फरीदपुर में ही कक्षा नौ की एक छात्रा और उसकी भांजी का शौचालय जाते वक्त कार से अपहरण किया गया। एक परिजन ने कार रोकना चाही तो उन्हें टक्कर मार दी गई। पुलिस ने कार को घारमपुर पुलिया के पास रोककर किशोरियों को अजाद किया। इस दौरान कार में किशोरी से दरिंगदी की गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
केस 3.
बच्ची और नर्स से भी दरिंगदी
पिछले साल 8 जनवरी को अलीगंज क्षेत्र में एक शादी में शामिल हुई बच्ची के साथ गांव के ही एक युवक ने दरिंगदी कर उसकी हत्या कर दी थी। पुलिस ने घटना का अनावरण कर आरोपी को जेल भेज दिया था। वहीं करीब तीन साल पहले एक नर्स का बारादरी क्षेत्र के एक हिस्ट्रीशीटर ने अपने साथियों के साथ अपहरण कर लिया था। फिर उसके साथ गैंगरेप किया गया था। शिकायत पर छानबीन के बाद पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया था।
यह रहा आंकड़ा।
वर्ष महिला अपराध
2017 1441
2018 1634
2019 1301
2020 1208
मनचले करते हैं परेशान।
प्रेमनगर निवासी बारहवी की छात्रा ने बताया कि घर से कोचिंग की दूरी करीब एक किलोमीटर है। कोचिंग का समय रात में आठ से दस बजे तक है। कोचिंग से लौटते वक्त राजेंद्र नगर में अक्सर लड़के पीछा करने लगते हैं। कोई सीटी बजाता है तो कोई कमेंट करता है। ऐसे में सड़क से गुजरते वक्त डर महसूस होता है।
इज्जतनगर की रहने वाली एक छात्रा ने बताया कि शाम को राजेंद्र नगर में बैंकिंग की तैयारी के लिए कोचिंग पढ़ने जाती हूं। कोचिंग के बाहर अक्सर कुछ लड़के खड़े होते हैं। जोकि अजीब कमेंट करने के साथ ही घूरते भी रहते हैं। कोचिंग संचालक के विरोध करने पर लड़ने लगते हैं।