- शहर में सड़कों व बाजारों में लगातार हो रही है भीड़
- पिछले कुछ ही दिनों में मर्डर, डकैती, लूट व अंधाधुंध फायरिंग समेत हो चुकी है कई गंभीर घटनाएं
बरेली। लॉकडाउन को लगे दो हफ्तों से भी ज्यादा हो गए, लेकिन एक भी दिन शहर में पुलिस की सख्ती नजर नहीं आई। लोग लगातार सड़कों पर बिना मास्क लगाए घूमते नजर आते हैं और बाजारों में भी जमकर भीड़ लग रही है। ऐसे में कोरोना के बढ़ रहे मामलों को लेकर कोई आश्चर्य नहीं कि लापरवाह लोगों के साथ ही पुलिस भी काफी हद तक इसके लिए जिम्मेदार ठहराई जा सकती है। वहीं पिछले कुछ दिनों में लूट, मर्डर, डकैती, पशु तस्करी व अंधाधुंध फायरिंग समेत कई गंभीर अपराध भी शहर में हो चुके हैं। वहीं पुलिस अभी तक किसी भी मामले में खुलासा नहीं कर सकी है। ऐसे में शहर में कोविड प्रोटोकॉल का ही पालन कराने में नहीं बल्कि पुलिस लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने में भी नाकाम साबित हो रही है। वहीं अधिकारी लगातार सारी व्यवस्थाएं ठीक होने का दावा कर रहे हैं। लेकिन हालात कुछ और ही बयान करते हैं।
कुछ मामले
शिकायत गंभीरता से लेती पुलिस को बच सकता था इकबाल
सीबीगंज क्षेत्र में देवरनिया नदी के पुल के नीचे क्षेत्र के गांव सरनिया निवासी इकबाल (55) का शव दो हफ्ते से लापता होने के बाद एक बोरे में बंद मिला। पोस्टमार्टम में खुलासा हुआ कि हत्या पांच दिन पहले गला दबाकर की गई थी। लॉकडाउन में गायब हुए इकबाल को पुलिस उसी दौरान ढूंढ ना सकी और तो और परिजनों की शिकायत तक को गंभीरता से नहीं लिया। परिजनों ने कुछ ही दिन पहले आरोपियों द्वारा पांच लाख रुपये मांगे जाने और ना मिलने पर इकबाल हत्या कर देने की धमकी देने की शिकायत पुलिस से की थी। लेकिन पुलिस ने उस पर ध्यान नहीं दिया। परिजनों का कहना है कि अगर पुलिस शिकायत को गंभीरता से लेती तो शायद इकबाल बच सकता था।
नहीं हुआ सगे भाईयों के घर पड़ी डकैती का खुलासा
ट्यूजडे देर रात सीबीगंज क्षेत्र के गांव पुन्नापुर निवासी खुशहाली और पड़ोस में ही रहने वाले उनके भाई खुशीराम के घर हथियारबंद बदमाशों ने डकैती डाली। घर में घुसे बदमाशों ने घर के सदस्यों को गन प्वाइंट पर लेकर हाथ पैर बांधे और घर खंगाल डाला। दोनों घरों से बदमाशों हजारों की नकदी समेत सोने-चांदी के जेवर व अन्य सामान लेकर भागे। पुलिस ने मामले की रिपोर्ट भी दर्ज की, लेकिन अभी तक पुलिस बदमाशों को पकड़ने में नाकाम रही है।
जमीन पर कब्जे को लेकर अंधाधुंध चली गोलियां
सीबीगंज के गांव ठिरिया ठाकुरान में सैटरडे रात ग्राम पंचायत की जमीन पर कब्जे को लेकर दो पक्ष आमने सामने आ गए। एक पक्ष के शिवकुमार ने दूसरे पक्ष के भूरे पर फायर कर दिया, जिससे वह घायल हो गए। इसके बाद दोनों पक्षों से कई लोग मौके पर इकट्ठा हो गए और दोनों तरफ से करीब दो दर्जन से भी ज्यादा राउंड फायरिंग की गई।
ईद पर भी हुए झगड़े
सुभाषनगर के गांव मिलक रौंधी में फ्राइडे रात ईद मिलने आए रिश्तेदारों में ही पुरानी रंजिश को लेकर कहासुनी हो गई। दोनों पक्षों में लाठी-डंडे तो चले और फायरिंग भी हुई। इसके बाद कैंट का गांव उमरसिया, देवरनियां, बारादरी व अन्य थाना क्षेत्र में भी झगड़े हुए।
बीते कुछ दिनों में शहर में कुछ गंभीर घटनाएं हुई हैं। पुलिस को लगातार सख्ती से पहरा देने के साथ ही लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन रखने के निर्देश दिए गए हैं। घटनाओं के खुलासे के लिए टीमें बनाई गई हैं, जोकि लगातार छानबीन कर रही हैं। जल्द ही मामलों का खुलासा किया जाएगा।
रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी