ये तो status का मामला है भाई

बरेलियंस अपनी गाडिय़ों के लिए वीवीआईपी या वीआईपी नंबर चाहते हैं। आरटीओ से एलॉट होने वाले वीआईपी व वीवीआईपी नंबरों की कुल संख्या 333 हैं। बरेलियंस की पसंद की बात की जाए तो 786 और 001 दो ऐसे वीवीआईपी नंबर हैं, जिसके लिए सबसे ज्यादा एप्लीकेशन ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट में आती हैं। आरटीओ शिवपूजन त्रिपाठी का कहना है कि 786 और 001 नंबर के लिए हर सीरीज में 40 से 50 लोग एप्लाई करते हैं।

पहले आओ, पहले पाओ

अधिकारियों के मुताबिक, एक सीरीज में 9999 नंबर होते हैं। इन सभी नंबरों में जिस वीआईपी व वीवीआईपी नंबर के लिए कैंडीडेट सबसे पहले ट्राई करता है, नंबर उसी को एलॉट कर दिया जाता है। नंबर एलॉट होने के बाद 30 दिन के भीतर अगर कैंडीडेट व्हीकल लेकर आरटीओ नहीं आता है तो नंबर अगले कैंडीडेट को एलॉट हो जाता है।

ज्योतिषी से भी suggestion

फेवरेट व लकी नंबर के लिए बरेलियंस ज्योतिषी और एस्ट्रोलॉजर से भी सलाह लेना नहीं भूलते। इनका मानना है कि जब लाखों रुपए की गाड़ी खरीद रहे हैं तो लकी नंबर और कुछ अलग दिखने के लिए हजार रुपए क्यों न खर्च किया जाए। बरेली कमिश्नरी में प्रैक्टिस करने वाले एडवोकेट मनमोहन बताते हैं, मैंने फोर व्हीलर स्विफ्ट डिजायर ली है। नंबर के लिए अपने एस्ट्रोलॉजर से कांटैक्ट किया। उन्होंने बताया कि तीन अंक से ज्यादा के नंबर नहीं होने चाहिए। तब मैंने 0111 के लिए आरटीओ में एप्लाई किया।

क्या है price

वीआईपी व वीवीआईपी नंबर का प्राइस मोटरयान नियमावली के तहत चार भागों में डिवाइड किया गया है। उपनियम के अंतर्गत वीवीआईपी नंबर का प्राइस 15 हजार है। तो वीआईपी नंबर का प्राइस साढ़े सात हजार है। वहीं उप नियम तीन के अंतर्गत वीवीआईपी नंबर का प्राइस 6 हजार और वीआईपी नंबर का प्राइस तीन हजार रुपए है।

कुछ नंबर तो ऐसे हैं, जिसके लिए इतने अधिक एप्लीकेशन आ जाते हैं कि कैंडीडेट्स को लौटाना पड़ता है। जो कैंडीडेट्स सबसे पहले एप्लाई करता है, वह नंबर एलॉट कर दिया जाता है।

-शिवपूजन त्रिपाठी, आरटीओ

वीवीआईपी नंबर का प्राइस 15 हजार है। इसके बावजूद नंबर के एलॉटमेंट के लिए एप्लीकेशन बहुत आते हैं। कुछ लोग तो ऐसे भी हैं, जिनको एक सीरीज में वह नंबर नहीं मिला तो दूसरी सीरीज का वेट करते हैं।

-पीडी माल्या, आरटीओ इंफोर्समेंट

मेरी कुंडली देखने के बाद एस्ट्रोलॉजर ने जो नंबर का सुझाव दिया, उस नंबर को एलॉट कराने के लिए एप्लीकेशन आरटीओ में दी थी। नंबर कुछ ऐसे होने चाहिए जो भीड़ से अलग दिखें।

-मनमोहन, एडवोकेट

मैंने 0003 नंबर के लिए आरटीओ में एलाई किया था। कफ्र्यू शुरू होने से एक दिन पहले यह नंबर मुझे एलॉट हुआ। जिस दिन फेवरेट नंबर मिला उस दिन फैमिली मेंबर्स बहुत खुश थे।

-गुरुदेव सिंह, बहेड़ी

मोबाइल नंबर्स के लिए लगती है bid

लग्जरी कार, ब्रांडेड आउटफिट, महंगे मोबाइल हैंडसेट के लिए तो बरेलियंस का क्रेज यूं ही नजर आ जाता है। पर इन सबके बाद मोबाइल में पड़े सिम के नंबर के लिए भी बरेलियंस बेहद क्रेजी हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बरेली में कुछ दिन पहले ही डेढ़ लाख रुपए में एक मोबाइल नंबर बिका है। हालांकि, प्रीपेड नंबर्स में केवल बीएसएनएल ही वीआईपी नंबर की फैसिलिटी प्रोवाइड कराता है। वहीं अन्य सर्विस प्रोवाइडर्स केवल पोस्टपेड के ही प्राइसटैग नंबर सेल करते हैं। सभी कंपनियों ने इन नंबरों के प्राइस फिक्स कर दिए हैं।

पेंटा नंबर्स की डिमांड ज्यादा

सिम डिस्ट्रीब्यूटर सुदीप गुप्ता ने बताया कि कुछ दिन पहले कंपनी ने एयरटेल का एक नंबर जारी किया, जिसमें लास्ट सेवेन डिजिट्स सेम थे। ऐसे में कंपनी ने यह नंबर सबसे ज्यादा रकम अदा करने वाले खरीदार को देने के निर्देश दिए। यह नंबर बिडिंग के बाद डेढ़ लाख रुपए में बिका। हालांकि, उन्होंने नाम बताने से इंकार कर दिया। उन्होंने बताया कि बरेली में सबसे ज्यादा ट्रेंड पेंटा नंबर रखने का है। कंज्यूमर्स की च्वाइस देखते हुए ही इन नंबरों का प्राइस हाल ही में 11 हजार से बढ़ाकर 25 हजार रुपए कर दिया गया है।

ये हैं price list

मार्केट में मौजूद तमाम सर्विस प्रोवाइडर्स के प्राइस टैग नंबर्स में ज्यादा अंतर नहीं है। ये हैं पोस्टपेड नंबर्स के प्राइस कैटेगरीज

हेक्सा (लास्ट सिक्ट नंबर सेम) नंबर्स    50,000

पेंटा (लास्ट फाइव नंबर सेम) नंबर्स     25,000

टेट्रा (लास्ट फोर नंबर सेम) नंबर्स     11,000

ट्रिपल नंबर्स (लास्ट थ्री नंबर सेम)     2,000-2,500

Special numbers      

12345    1,500

33444    5,000

33344    2,000-3,000

Tripple numbers हैं favourite

बीएसएनएल के डिस्ट्रीब्यूटर डीपी गुप्ता ने बताया कि बीएसएनएल तीन कैटेगरीज में प्रीपेड नंबर्स प्रोवाइड कराता है। सामान्य कैटेगरी का सिम 20 रुपए में मिलता है। दूसरी कैटेगरी फैंसी नंबर्स की है। इसमें ट्रिपल रिपीट नंबर्स आते हैं। इनके लिए कंज्यूमर को 843 रुपये पे करने होते हैं। तीसरी कैटेगरी वैनिटी नंबर्स की है। इस कैटेगरी की प्राइस लिस्ट 1,100 से शुरू होकर 45 हजार तक पहुंचती है। इनमें डबल रिपीट नंबर्स से लेकर और सेवेन सेम डिजिट तक के नंबर्स आते हैं। सामान्य नंबरों में सबसे ज्यादा डिमांड लास्ट में 786 वाले नंबर की होती है। इसके लिए डिस्ट्रीब्यूटर्स की कंज्यूमर्स से कुछ ज्यादा रुपये चार्ज कर लेते हैं।