बरेली (ब्यूरो)। नगर निगम बोर्ड की बैठक वेडनसडे को निगम के हॉल में पूर्वाह्न 11 बजे शुरु हुई, बैठक हंगामे के बीच शाम सवा पांच बजे संपन्न हुई। हंगामे के बीच सपा व भाजपा पार्षद धरने पर बैठ गए। इस पर मेयर ने पार्षदों को जल्दी ही रुके कार्यों को शुरू कराने का आश्वासन देते हुए धरना खत्म कराया। नगर निगम हॉल में हुई बैठक में सडक़ मरम्मतीकरण, नवीनीकरण और अटल चौक पर प्रतिमा लगाने को लेकर जमकर हंगामा हुआ। पार्षद शालिनी जौहरी ने अतिक्रमण अभियान में गरीबों के ही घर पर बुलडोजर चलाने की बात कहते हुए अतिक्रमण प्रभारी पर भेदभाव का आरोप लगाया।
तालाबंदी की चेतावनी
बैठक के दौरान भाजपा पार्षद शालिनी जौहरी के साथ सपा पार्षद गौरव सक्सेना, शमीम अहमद समेत कई पार्षद सडक़ निर्माण व अन्य समस्याओं को लेकर धरने पर बैठ गए। महापौर के शीघ्र कार्रवाई का भरोसा पर कार्रवाई आगे बढ़ी। पार्षद अतुल कपूर ने अटल चौक पर स्व। अटल बिहारी बाजपेयी की प्रतिमा नहीं लगने को लेकर चिंता जताई। इस पर महापौर ने सात दिन में प्रतिमा लगवाने का निर्देश दिए। पार्षद गौरव सक्सेना ने अधिकारियों के कार्यालय आवंटित कर दिए गए लेकिन पार्षद अब भी जर्जर भवन में बैठ रहे हैं। 15 दिन में नई बिल्डिंग में कक्ष नहीं मिलने पर तालाबंदी की चेतावनी दी। स्वच्छ भारत अभियान को लेकर भी सवाल खड़े किए। कहा कि महापौर व नगर निगम के अधिकारी स्वच्छ भारत अभियान की हकीकत देखना चाहें तो निगम परिसर में ही बने शौचालय में बजबजा रही गंदगी को देख सकते हैं। पार्षद लेखराज मोटवानी ने पदेन सदस्यों की सूची में एमएलसी सिंह के नाम नहीं होने को लेकर नाराजगी जताई, इस पर अपर नगर आयुक्त अजीत कुमार सिंह ने मानवीय त्रुटि का हवाला देकर गलती माना।
लगाए गंभीर आरोप
पार्षद राजेश अग्रवाल ने मृतक आश्रित के तहत हुए चयन पर अनियमितता का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की। कहा कि निगम के अधिकारियों ने पांच लाख रुपये लेकर एमकॉम पास को चपरासी और इंटर पास को लिपिक बना दिए। ऐसे ही कई अन्य पदों में घोर अनियमितता की गई है। शासनादेश की जमकर अवहेलना की गई है। नगर निगम अधिकारियों को घेरते हुए कहा कि अगर उनके द्वारा लगाए जा रहे आरोप गलत सिद्ध कर दिए जाएं तो वह नेता प्रतिपक्ष से तत्काल इस्तीफा दे देंगे। इस पर महापौर ने नगर आयुक्त को कमेटी बनाकर जांच करने के निर्देश दिए।
दुकानों पर भी सवाल
नावल्टी मार्केट की दुकानों के किराया, प्रीमियम सही नहीं होने को लेकर पार्षद दीपक सक्सेना ने कहा कि अधिकारियों की मिलीभगत से दुकानदारों को कोर्ट जाने का मौका मिल गया। दुकानों पर लगी सील हट गई। अधिकारियों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। कहा कि मुख्य सडक़ों को गड्ढा मुक्त नहीं कराया गया है। साथ ही सीवर टैंक की सफाई करने वाले कर्मचारियों का बीमा कराने की मांग की। इस पर महापौर ने जलकल महाप्रबंधक आरके यादव को कार्रवाई का निर्देश दिया।
निगम में हुई शामिल
बोर्ड ने नगर निगम क्षेत्र में 150 से अधिक प्राइवेट कालोनी को अंगीकृत करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। पार्षद महेश राजपूत, नरेश पटेल, हरिओम कश्यप ने प्राइवेट कालोनियों से निगम द्वारा टैक्स लेने के बाद भी विकास कार्य नहीं कराने को लेकर दिए प्रस्ताव पर सदन ने रेजिडेंसी गार्डन, दुर्गानगर, रविंद्रनगर, सुरेश शर्मा नगर, बन्नूवाल नगर समेत निगम क्षेत्र की अन्य कालोनियों को निगम में शामिल करने की मंजूरी मिल गई।
इन्हें मिली मंजूरी
नगर निगम क्षेत्र में सरकारी भूमि को 15 दिन के अंदर अतिक्रमण मुक्त करने, सुभाषनगर में नेताजी सुभाष चद्र बोस और राजेंद्रनगर में डा। राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई। संजय कम्युनिटी सरोवर को भी पंडित दीनदयाल उपाध्याय सरोवर के नाम पर मंजूरी मिल गई। इसके साथ कई सडक़ व नालियों के प्रस्ताव को भी मंंजूरी मिल गई।
आपत्ति पर विधिक राय लेने की नसीहत
उप सभापति महेश राजपूत द्वारा धर्मदत्त अस्पताल को लेकर 2003 में लगाए गए प्रस्ताव पर चर्चा की मांग की। जिस पर सदन ने विधिक राय लेने के बाद हाइकोर्ट के निर्देश पर आगे की कार्रवाई की बात कही। वहीं भूमि व दुकानों के हस्तांतरण को लेकर कई प्रस्ताव पर भी विधिक राय लेने को कहा गया। मेयर डॉ। उमेश गौतम, नगर आयुक्त निधि गुप्ता वत्स, अपर नगर आयुक्त प्रथम सुनील यादव, एएनए सेकंड अजीत कुमार सिंह व एएनए सर्वेश कुमार गुप्ता समेत अन्य अधिकारी व पार्षद मौजूद रहे।