बरेली(ब्यूरो)। यूं तो समय-समय पर जिले की पुलिस पर तमाम आरोप-प्रत्यारोप लगते रहते हैं, लेकिन बीते दो माह में सख्ती के बाद भी पुलिसकर्मी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं और खाकी को कलंकित करने पर तुले हैं। एसएसपी प्रभाकर चौधरी के चार्ज लेने के बाद कई पुलिसकर्मी स्मैक तस्करों से सौदेबाजी करने में निलंबित किए गए। वहीं कई पुलिसर्किर्मयों पर अवैध वसूली करने में निलंबन की कार्रवाई भी की गई। शुक्रवार को भी एसएसपी ने दो पुलिसकर्मियों को ड्यूटी से नदारद रहने और लापरवाही बरतने पर सस्पेंड कर दिया। इसके बाद भी पुलिसकर्मी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। वे लगातार खाकी को दागदार बनाने में लगे हैं। उन की इन हरकतों के कारण पब्लिक की नजर में पुलिस की इमेज डाउन होने लगी है।
केस-1
दो सिपाही ड्यूटी से मिले नदारद, सस्पेंड
27 अप्रैल को पुलिस लाइन से सिपाही संदीप कुमार और विजय कुमार की ड्यूटी नवाबगंज में रात्रि गार्द चेकिंग के रूप में लगाई गई थी। देर रात में नवाबगंज सीओ चमन सिंह चावड़ा ने निरीक्षण किया तो दोनों ड्यूटी से नदारद पाए गए थे। जिस पर सीओ ने जांच कर रिपोर्ट एसएसपी प्रभाकर चौधरी को सौंपी थी। जांच रिपोर्ट में पाया गया कि दोनों अपनी ड्यूटी से गैरहाजिरी मिले, साथ ही बिना अनुमति अवकाश और अनुपस्थित होकर अपने कर्तव्यपालन के प्रति लापरवाही की। जिस पर एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने शुक्रवार को दोनों को निलंबित कर दिया। वहीं 25 अप्रैल को यूपी 112 पर तैनात महिला कांस्टेबल प्रियंका को स्वीकृत अवकाश के बाद भी ड्यूटी पर न लौटने पर लापरवाही बरतने पर सस्पेंड कर दिया था।
केस-2
पिस्टल गायब होने पर एसआई सस्पेंड
कोतवाली प्रभारी हिमांशु निगम ने 30 दिसंबर को थाने के मालखाने में शस्त्रों का भौतिक सत्यापन किया था। जिसमें कोतवाली को आवंटित 25 नाइन एमएम की पिस्टलों में से एक पिस्टल गायब थी। गायब पिस्टल के बारे में पूछताछ करने पर हेड मोर्हिर रमेश चंद्र सिर्फ 24 पिस्टल की ही जानकारी दे पाए। एक पिस्टल के बारे में संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। 22 फरवरी को मामले में केस दर्ज कराकर जांच कराई तो दोषी पाए गए। जिस पर 18 अप्रैल को एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने हेड मोहर्रिर रमेश चंद्र को सस्पेंड कर दिया।
केस-3
रिश्वत के मामले में चार हुए थे निलंबित
इज्जतनगर थाने में तैनात दरोगा सचिन शर्मा 12 जनवरी 2023 को ऑटो चालक अरूण कुमार व ऑटो मे लोड सामान मालिक आरिफ खां समेत बस चालक अशफाक समेत अब्दुल रऊफ को बिना किसी कारण थाने में उठा लाए। इस दौरान उनके साथ टीम में सिपाही अनिल पाल, शुभम कुमार समेत अंकित कुमार शामिल थे। आरोप था कि चारों को पूरी रात हवालात में बंद रखा गया और छोडऩे के नाम पर सभी से एक-एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी गई। जांच में दोषी पाए जाने पर एसएसपी ने चारों को सस्पेंड कर दिया था।
केस-4
लूट में फंसे नारकोटिक्स इंस्पेक्टर सहित चार पुलिसकर्मी
बदायूं के बिनावर निवासी अजयपाल वर्मा को नारकोटिक्स विभाग के इंस्पेक्टर व एसटीएफ के हेड कांस्टेबल ने तीन लाख लूटने के बाद झूठे मुकदमे में फंसा जेल भेज दिया था। पीडि़त की पत्नी भगवान देवी के प्रार्थना पत्र पर एसएसपी ने जांच कराई तो मामला सही पाया गया। जिस पर नारकोटिक्स इंस्पेक्टर दीपक शर्मा, दरोगा विवेक उत्तम, प्रभाशंकर वर्मा व एसटीएफ के हेड कांस्टेबल जगवीर यादव के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर जांच चल रही है।
केस-5
तस्करों से सौदेबाजी पर तीन निलंबित
बिथरी चैनपुर थाने के एसआई राजेंद्र सिंह, इज्जतनगर थाने के सिपाही राहुल कुमार व बारादरी थाने के सिपाही दीपक कुमार को तस्करों से सौदेबाजी करने के मामले में दोषी पाए जाने पर एसएसपी ने करीब डेढ़ माह पहले निलंबित कर दिया था। इसके अलावा पुलिस लाइन के एक सिपाही ओमश्याम हरि को छेड़छाड़ के मामले में निलंबित करने के साथ ही जेल भेज दिया था।