-नगर निगम में रिवाइज्ड बजट बैठक आज, टैक्स व हॉटमिक्स रोड को लेकर पार्षदों में गुस्सा

-निगम ने नहीं सौंपा पार्षदों को बजट के खर्चों का ब्योरा, अध्याचित बैठक बुलाने पर विचार

BAREILLY: नगर निगम की बोर्ड बैठकों का हंगामे भरा इतिहास एक बार खुद को दोहराने की राह पर है। सैटरडे को दोपहर तीन बजे निगम की रिवाइज्ड बजट बैठक होनी है। सर्द मौसम के बीच बैठक का माहौल गर्माने रह सकता है। सपा पार्षदों में सैटरडे को बैठक से पहले निगम प्रशासन से हॉटमिक्स सड़कों के निर्माण में खर्च का ब्योरा न दिए जाने नाराजगी है। फ्राइडे को सपा पार्षद दल के नेता राजेश अग्रवाल के घर पर आरिफ कुरैशी, गौरव सक्सेना व सैय्यद रेहान अली सहित अन्य सपा पार्षदों की प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। सपा पार्षदों ने बोर्ड बैठक में इस बार भी खर्चो का ब्योरा न मिलने पर विरोध में अध्याचित बैठक बुलाने के संकेत ि1दए हैं।

नहीं दिया खर्चो का ब्योरा

निगम में म् दिसंबर को रिवाइज्ड बजट की बोर्ड बैठक थी। बैठक में स्टेट फाइनेंस कमीशन, एसएफसी से बनी हॉटमिक्स सड़कों के खर्च का ब्योरा सपा पार्षदों ने मांगा था, लेकिन निगम के अफसरों की ओर से ब्योरा दिए जाने में हाथ खड़े करने के बाद पार्षदों ने विरोध जताया। इसके चलते ख्0 दिनों के लिए बैठक को स्थगित कर दिया गया, लेकिन इस दौरान भी निगम के निर्माण विभाग की ओर से इन खर्चो में किसी का ब्योरा पार्षदों को नहीं सौंपा गया।

तो तैयार हैं इस्तीफे के लिए

पार्षद नेता राजेश अग्रवाल ने नगर आयुक्त के उस बयान पर विरोध जताया जिसमें बैठक स्थगित होने से शहर के विकास कार्य ठप पड़ने की बात कही गई। पार्षद नेता ने पूछा कि किसी भी क्षेत्र में विकास रुका तो पार्षदों की गलती बताई जाए। निगम के पास पर्याप्त पैसा होने के बावजूद विकास कार्यो को रोका गया है। पार्षद नेता ने चुनौती दी कि निगम के बड़े अधिकारी अगर शहर के विकास को ठप करने में पार्षदों की भूमिका को साबित कर दें, तो तुरंत पद से इस्तीफे दे देंगे।

पार्षदों की ओर से खर्च का हिसाब मांगना गलत कैसे हुआ। अधिकारियों ने मूल बजट में निर्माण की मद में ख्भ् करोड़ में से अब तक महज क्0 करोड़ ही खर्च किए गए हैं। तो बचे हुए क्भ् करोड़ रुपए से विकास कार्यो क्यों नहीं कराए जा रहे। निगम के अधिकारी बोर्ड को, शासन को व जनता को गुमराह कर रहे।

- राजेश अग्रवाल, नेता, पार्षद दल

निगम में सिर्फ हॉट मिक्स के निर्माण कार्य ही सबसे पहले कराए जा रहे। इसके नाम पर निगम सरकारी पैसे का दुरपयोग कर रहा। टैक्स सर्वे का काम सही से नहीं हुआ। टैक्स बिल सही कराने के नाम पर करप्शन को जबरदस्त बढ़ावा दिया जा रहा। - गौरव सक्सेना, पार्षद