बरेली(ब्यूरो)। नगर निगम की टीम ने संडे को कलेक्ट्रेट गेट के पास से अतिक्रमण हटाया। इस दौरान टीम को अधिवक्ताओं के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। विरोध के कारण निगम की टीम कार्रवाई करने का दम नहीं भर सकी। आलम यह हो गया कि एक खोखा हटाने के लिए निगम की टीम सुबह से शाम तक कलेक्ट्रेट गेट पर खड़ी रही। सुबह 10 बजे से सवा तीन बजे तक कलेक्ट्रेट गेट से टीनशेड नहीं हटने की सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट राकेश गुप्ता मौके पर पहुंचे और कोतवाल हिमांशु निगम और नगर निगम के अधिकारियों की जमकर फटकार लगाई। इसके बाद निगम की टीम हरकत में आई और खोखे को ध्वस्त किया, हालांकि उसके बाद भी निगम की टीम बिना सामान जब्त किए चली गई।

अतिक्रमण की मिली थी सूचना
सूत्रों के अनुसार सैटरडे रात में कलेक्ट्रेट गेट पर अधिवक्ता प्रेरणा सिंह द्वारा अनाधिकृत रुप से टीनशेड लगा दिया गया था। नगर निगम के वरिष्ठ अतिक्रमण प्रभारी व अपर नगर आयुक्त अजीत कुमार सिंह को इसकी सूचना मिली। जिस पर सुबह दस बजे निगम की टीम अतिक्रमण हटाने कलेक्ट्रेट गेट पहुंची तो वहां मौजूद अधिवक्ता आक्रोशित हो गए। खोखा के सामने बैठकर कार्रवाई को रोकने की मांग करने लगे। अपर नगर आयुक्त खोखा अवैध बताते हुए हटाने की बात कह रहे थे। आक्रोशित अधिवक्ताओं को हटाने के लिए नगर कोतवाल हिमांशु निगम समेत पुलिसबल को काफी मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान अतिक्रमण प्रभारी ललतेश सिंह, दस्ता प्रभारी जयपाल पटेल व सुरक्षाबल मौजूद रहा।

कागज दिखाने का मांगा समय
अधिवक्ताओं ने तत्कालीन नगर आयुक्त अभिषेक आनंद द्वारा भूमि का आवंटन करने की बात कहते हुए कागज दिखाने के लिए 24 घंटे की मोहलत देने की मांग की। लेकिन अपर नगर आयुक्त ने उच्चाधिकारियों के निर्देश का हवाला देकर टीनशेड को तत्काल हटाने की बात कही। नगर निगम के अधिकारियों से कई दौर की बातचीत के बाद अधिवक्ताओं ने टीनशेड को हटाकर अन्य स्थान पर लगाने की बात कही।

लगाया आरोप
अधिवक्ता प्रेरणा सिंह ने कहा कि अपर नगर आयुक्त पर भूमि आवंटन करने के लिए 10 लाख रुपये घूस मांगने का आरोप लगाया और फिर से उसी स्थान पर टीनशेड लगाने की बात कही।

सिटी मजिस्ट्रेट ने दी चेतावनी
सिटी मजिस्ट्रेट ने टीनशेड हटवाने के बाद तत्काल नगर निगम का बोर्ड लगाने का निर्देश दिया। नगर निगम के अधिकारियों गेट मंगवाने की बात कहते हुए कुछ समय की मांग की। इस पर वह नाराज हो गए और कहा कि अगर दोबारा अतिक्रमण हुआ तो मैं नगर निगम पर प्राथमिकी कराऊंगा।

टीम के जाते ही हुआ था कब्जा
सिटी मजिस्ट्रेट राकेश गुप्ता के निर्देश के बाद नगर निगम के अधिकारी भी मौके से चले गए। इसके बाद वहां पुलिस बल की मौजूदगी में अधिवक्ताओं ने साइकिल स्टैंड की खाली पड़ी भूमि पर भी अपने-अपने नाम लिख दिए साथ ही बल्ली लगा दीं।

रात में की गई फेंसिंग
कचहरी बंद होने के बाद निगम की टीम ने कोतवाल हिमांशु निगम व पुलिसबल की मौजूदगी में शाम करीब सात बजे दीवार को पेंट करवा दिया। साथ ही वहां लगाई गईं बल्लियों को भी हटा दिया, रात में ही यह निगम की संपत्ति है इस पर अवैध कब्जा करना दंडनीय अपराध है बैनर दीवार पर लगा दिया गया है। वहीं निगम ने अतिक्रमण स्थल पर सुरक्षाबल तैनात कर दिया है।

वर्जन
अधिवक्ता को करीब पांच घंटे से अधिक समय दिया गया लेकिन वह संबंधित भूमि का कोई कागज नहीं दिखा सके। इसके बाद पुलिस और प्रशासन के सहयोग से अतिक्रमण को हटवा दिया गया। उक्त भूमि पर अगर फिर से अतिक्रमण किया गया तो नगर निगम की ओर से कब्जेदारों पर प्राथमिकी कराई जाएगी।
-अजीत कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त