- शासन के आदेश पर हेल्थ डिपार्टमेंट ने तैयार की कार्य योजना

- एक पॉजिटिव पेशेंट मिलने पर 25 मीटर एरिया के 20 घर होंगे सील

- सर्विलांस टीम को भी जारी किए गए आदेश

बरेली : पिछले साल 29 मार्च को जब जिले में कोरोना संक्रमण का पहला केस मिला तो शासन की ओर से लॉक डाउन लागू कर दिया। पूरे साल कोरोना से जंग जारी रही। प्रशासन पिछले एक साल से लगातार कोरोना से बचाव करने के प्रति लोगों को अवेयर करता रहा है लेकिन लोग नहीं माने परिणाम स्वरुप दोबारा से कोरोना के केसेज में बढ़ोत्तरी होने लगी है। केसेज बढ़ रहे हैं तो अब शासन ने फिर से शहर में नाकाबंदी करने फरमान जारी कर दिया है। आदेश पर अमल करने के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट ने कार्य योजना भी तैयार ली है।

एक पेशेंट मिलने पर 20 घर होंगे सील

हेल्थ अफसरों के अनुसार अभी तक जिस एरिया में संक्रमित मिल रहे थे। उस एरिया को कंटेनमेंट जोन नही बनाया जा रहा था लेकिन अब शहर के किसी भी इलाके में संक्रमित मिलने पर संक्रमित के घर के आसपास के 20 घर सील कर दिए जाएंगे। वहीं एक से अधिक पेशेंट्स मिलने पर 60 घरों को सील कर दिया जाएगा। 14 दिन तक घरों को सील रखा जाएगा।

संक्रमित क्षेत्र में डोर टू डोर सर्वे

जिस एरिया में संक्रमित मिलेगा उस एरिया में विभागीय टीम डोर टू डोर सर्वे किया जाएगा। वही उस एरिया में रहने वाले परिवारों के सभी सदस्यों की आरटी-पीसीआर जांच कराई जाएगी। वहीं जो भी टीमें संक्रमित क्षेत्रों का सर्वे करेंगी इसकी रिपोर्ट हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से प्रशासन को डेली भेजी जाएगी।

सर्विलांस टीम को किया एक्टिव

डीएसओ के अनुसार कोरोना के केसेज में बढ़ोत्तरी को लेकर सर्विलांस टीमें बढ़ा दी गई हैं। पहले जहां एक यूनिट संक्रमितों की कांटेक्ट ट्रेसिंग का काम कर रही थी लेकिन अब तीन अन्य टीमें भी लगाई गई हैं। संक्रमित आने पर फौरन टीमें उसकी कांटेक्ट की ट्रेसिंग करेंगी वहीं ट्रेसिंग में आने वालों लोगों की भी तत्काल जांच कराई जाएगी।

फैक्ट फाइल

- शहरी इलाकों में कोरोना मरीज मिलने पर इलाका कंटेनमेंट जोन बनेगा।

- एक मरीज मिलने पर 20 मकानों का इलाका सील होगा, एक से अधिक पर 60 मकानों का इलाका सील होगा

- कंटेनमेंट जोन में किसी भी प्रकार का आवागमन नहीं हो सकेगा।

- बहुमंजिला अपार्टमेंट में मरीज मिलने पर संबंधित मंजिल को सील किया जाएगा, एक से अधिक पेशेंट मिलने पर संबंधित पूरे अपार्टमेंट को सील किया जाएगा।

कोरोना केसेज बढ़ने पर शासन ने नई गाइड लाइन जारी की है। जिसके अनुपालन में अब जिस एरिया में संक्रमित मरीज होगा उसे कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा। वहीं सर्विलांस टीमें भी गठित की गई है।

डॉ। रंजन गौतम, डीएसओ।