- जिला अस्पताल और महिला अस्पताल में नहीं हो रहा कोरोना गाइड लाइन पालन

- कोरोना लैब में भी सोशल डिस्टेसिंग की उड़ाई गई धज्जियां

बरेली : कोरोना को लेकर शासन से लेकर प्रशासन तक हर कोई गंभीर है, लेकिन यहां जिन पर इस गाइड लाइन को कड़ाई से पालन कराने की जिम्मेदारी है वह ही उदासीनता बरत रहे हैं। मंडे को जिला पुरुष अस्पताल और जिला महिला अस्पताल में कोरोना से बचाव की गाइड लाइन की खूब धज्जियां उड़ाई गई, लेकिन अफसर मूक दर्शक बने रहे।

लापरवाही नंबर - 1

मास्क तक नहीं लगाया

मंडे को जिला अस्पताल में बने दिव्यांगजन शक्ति कार्यालय में दिव्यांगों की भारी भीड़ थी, वजह थी कि यहां दिव्यांग सर्टिफिकेट के लिए मंडे का ही दिन निर्धारित है। लेकिन यहां सोशल डिस्टेसिंग तो दूर लाइन में लगे कई आवेदक मुंह पर मास्क तक नहीं लगाए थे लेकिन अफसर के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही थी।

लापरवाही नंबर - 2

सीएमएस ने भी नहीं दिया ध्यान

जिला महिला अस्पताल में टीकाकरण कक्ष के बाहर भी महिलाओं की भारी भीड़ थी, दोपहर करीब एक बजे हॉस्पिटल की सीएमएस भी हर वार्ड की व्यवस्थाओं का जायजा ले रही थी हैरत की बात तो यह है यहां टीकाकरण कक्ष के बाहर सोशल डिस्टेसिंग की धज्जियां उड़ी लेकिन इस कोरोना काल में इस घोर अनियमितता की ओर उनका भी ध्यान नहीं गया।

लापरवाही नंबर -3

लैब में भी लापरवाही

जिला अस्पताल के हार्ट वार्ड के सामने बनीं ट्रूनेट लैब मे कोरोना जांच की जा रही है, ऐसे में डेली करीब 40 से 50 लोग यहां जांच कराने के लिए पहुंच रहे हैं। यहां मरीजों की जांच तो हो रही है लेकिन लैब के बाहर कोरोना बचाव की गाइड लाइन की ओर बिल्कुल ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जांच कराने आए कई लोग मास्क नहीं लगाए थे और यहां सोशल डिस्टेंसिंग भी फॉलो नहीं हो रही थी।

कोरोना से बचाव की गाइड लाइन का पूरी तरह से पालन कराया जा रहा है, अगर टीकाकरण कक्ष के बाहर लापरवाही हुई है तो संबंधित जिम्मेदार से जबाव मांगा जाएगा।

डॉ। अलका शर्मा, सीएमएस, महिला अस्पताल

कई बार ट्रूनेट लैब की व्यवस्थाओं को जायजा लिया जाता है, जांच कर्ताओं को भी गाइड लाइन का पालन करने के लिए कहा जा रहा है। अगर ऐसा कड़ाई से नहीं हो रहा है तो संबंधित प्रभारी को निर्देश दिए जाएंगे।

डॉ। एके गौतम, मेडिकल सुपरिटेंडेंट, जिला अस्पताल