BAREILLY: राजर्षि टंडन ओपन यूनिवर्सिटी के वीसी ने जब कोऑर्डिनेटर्स की मीटिंग बुलाने का डिसिजन लिया होगा तो उन्हें सोचा नहीं होगा कि उन्हें कोऑर्डिनेर्स से सुझाव के बदले गुस्से का सामना करना पड़ेगा। मीटिंग तो बुलाई उन्होंने स्टडी सेंटर्स को बेहतर बनाने के लिए सुझाव आमंत्रित करने के लिए, लेकिन कोऑर्डिनेटर्स ने स्टूडेंट्स की कंप्लेन की झड़ी लगा दी। वीसी को उनके सवालों का जवाब देते नहीं बना।
न टाइम से कॉपी चेक हो रही न रिजल्ट डिक्लेयर
मीटिंग शुरू हुई तो वीसी प्रो। एमपी दुबे ने यूनिवर्सिटी की खासियतों का बखान करना शुरू कर दिया। इस पर कोऑर्डिनेटर्स ने उनसे स्टूडेंट्स की कंप्लेन को लेकर सवाल दागना शुरू कर दिया। कोऑर्डिनेटर्स ने बताया कि स्टूडेंट्स अपनी कंप्लेन को उनके स्टडी सेंटर्स पर चक्कर काटते हैं। स्टूडेंट्स के गुस्सा का सामना उन्हें करना पड़ता है। जबकि यूनिवर्सिटी उनकी समस्याओं के सॉल्यूशन की तरफ ध्यान नहीं दे रही। यूनिवर्सिटी कोर्सेज बढ़ाई जा रही है, जबकि कॉपी चेकिंग में काफी लेटलतीफी है। स्टूडेंट्स की कॉपियां समय पर चेक नहीं हो पा रही हैं। उनके रिजल्ट अटके हुए हैं। न मार्कशीट टाइम पर मिल रही है न डिग्री। यही नहीं इनरोलमेंट नम्बर के लिए भी स्टूडेंट्स को दौड़ लगानी पड़ रही है। मीटिंग में रीजनल स्टडी सेंटर के कोऑर्डिनेटर डॉ। आरबी सिंह, रीजनल कोऑर्डिनेटर डॉ। मिथिलेश मिश्रा के अलावा कई अधिकारी भी मौजूद रहे।