- शासन को संक्रमित क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन बनाने की भेजी जा रही रिपोर्ट
बरेली : बीते वर्ष मार्च से कोरोना ने कहर बरपाना शुरू किया तो जिस क्षेत्र में संक्रमित पाए जाते थे उस एरिया को कंटेनमेंट जोन घोषित कर बेरिकेडिंग कर दी जा रही थी, लेकिन अब हेल्थ डिपार्टमेंट की यह व्यवस्था धरातल पर खत्म हो गई है, लेकिन शासन को विभाग की ओर से जो रिपोर्ट भेजी जा रही है, इसमें कंटेनमेंट जोन की भी रिपोर्ट भेजी जा रही है।
किस माह में कितने संक्रमित
कोरोना संक्रमण के मामले अक्टूबर से कम होने शुरू हुए थे। सितंबर माह में 1689 संक्रमित मिले थे। इसके बाद अक्टूबर माह में 486, नवंबर में 455, दिसंबर में 402 केस मिले। इसके बाद संक्रमितों की संख्या और कम हुई। जनवरी माह में जिले में 90 संक्रमित मिले जो फरवरी में मात्र 32 ही रह गए। फरवरी माह के अंतिम दिन तो एक भी संक्रमित नहीं मिला था। लेकिन मार्च की शुरुआत होते ही संक्रमण बढ़ने लगा। बीते बीस दिनों में जिले में 160 से अधिक संक्रमित मिल चुके हैंए जिससे संक्रमण दर फरवरी की तुलना में दोगुनी हो गई।
ऐसे विभाग कर रहा खेल
दोबारा से संक्रमण के केसेज बढ़ने से शासन ने इस पर मॉनीटरिंग शुरू कर दी। हर रोज जिले से रिपोर्ट मांगी जाने लगी। शासन को भेजी जाने वाली रिपोर्ट में जिले में बरती जा रही सक्रियता के बारे में बताया गया। जिसमें कंटेनमेंट जोन बनाए जाने के साथ ही उसे क्षेत्र का सर्विलांस किए जाने की बात भी कही गई है। लेकिन शहर के रामपुर गार्डन और सिविल लाइंस मिले संक्रमितों के घर के आसपास जानकारी की गई तो वहां के लोगों ने बताया कि यहां किसी प्रकार की कोई टीम सर्वे करने नहीं आई।
संक्रमितों की कांटेक्ट ट्रेसिंग के साथ सभी की सैंपलिंग कराई जा रही है। कंटेनमेंट जोन बनाकर सर्विलांस सर्वे कराया जा रहा है। जिन क्षेत्रों में अभी टीम नहीं पहुंची हैं वहां भी टीम भेजी जाएंगी।
- डॉ। रंजन गौतम, जिला सर्विलांस अधिकारी