- 70,000 से अधिक सिलेंडर का हो रहा गलत इस्तेमाल
- वाहनों के अलावा ठेले, खोमचे सहित कई जगह गैस का हो रहा मिस यूज
BAREILLY:
कंज्यूमर्स की डोमेस्टिक गैस पर डाका सिर्फ रिफिलिंग के लिए नहीं डाला जा रहा है। बल्कि, रोड किनारे खुली खाने-पीने की दुकानों से लेकर होटल, रेस्टोरेंट तक में डोमेस्टिक गैस का इस्तेमाल बड़े स्तर पर किया जा रहा है, जिसकी संख्या एक-दो नहीं बल्कि हजारों में है। पब्लिक एक-एक सिलेंडर के लिए तरस रही है। अफसोस की बात है कि अंकुश लगाने वाले अधिकारी सो रहे हैं, जिसका खमियाजा पब्लिक भुगत रही है।
70,000 से अधिक सिलेंडर
सोर्सेज से मिली जानकारी के मुताबिक, शहर में 70,000 से अधिक डोमेस्टिक सिलेंडर का मंथली यूज अवैध रूप से किया जा रहा है। भारत, एचपी और इंडेन तीनों कंपनियों को मिलाकर शहर में ढाई लाख सिलेंडर की खपत है। इनमें क्,80,000 सिलेंडर को छोड़ दिया जाए तो, बाकी सिलेंडर्स पर शातिर लोगों का कब्जा है, जो लोग सिलेंडर के वाकई हकदार है, उन्हें बुकिंग सिलेंडर मिलना दूभर हो गया है। मजबूरन कंज्यूमर्स को नॉन सब्सिडी सिलेंडर लेने पड़ते हैं।
रिफिलिंग का नहीं और भी कई ऑप्शन
एलपीजी वाहनों में प्रतिदिन एक ट्रक सिलेंडर यानि फ्0म् सिलेंडर की रिफिलिंग तो हो ही रही है। साथ ही शहर के विभिन्न एरिया में टोटल रजिस्टर्ड होटल, रेस्टोरेंट, बैंक्वेट हाल, ठेले, खोमचे, चाय की दुकानों पर भी कॉमर्शियल की जगह डोमेस्टिक सिलेंडर का इस्तेमाल होते देखा जा सकता है। शहर में छोटे-बडे़ होटल और बैंक्वेट हाल की संख्या फ्70 है। जबकि, बिना रजिस्टर्ड सैकड़ों ढाबा व हॉस्टल और टिफिन सेंटर ऐसे हैं, जहां पर डोमेस्टिक सिलेंडर का इस्तेमाल धड़ल्ले किया जा रहा है। आरयू की वजह से सबसे ज्यादा प्राइवेट हॉस्टल पीलीभीत बाइपास पर है। पीलीभीत हाइवे पर भ्0 से ज्यादा हॉस्टल वर्क कर रहे है। वहीं रामपुर गार्डन व वियावान कोठी एरिया में क्ब् से ज्यादा हॉस्टल है। यदि, ठेले खोमचे में दुकान लगाने वालों को जोड़ दिया जाए तो इनकी संख्या दस हजार के पार है।
कॉमर्शियल सिलेंडर से दूर प्रतिष्ठान
कॉमर्शियल सिलेंडर से शहर के प्रतिष्ठान का दूर-दूर का नाता नहीं है। एलपीजी कंपनियों की मानें तो, शहर में मात्र फ्,000 कॉमर्शियल सिलेंडर का हर महीने खपत है। एवरेज एक होटल में रोजाना फ् कॉमर्शियल सिलेंडर की आवश्यकता होती है। इस लिहाज से देखा जाए तो शहर में वर्क कर रहे फ्70 रेस्टोरेंट, होटल और बैंक्वेट हाल पर रोजाना क्क्क्0 सिलेंडर के हिसाब से मंथ में फ्फ्, फ्00 कॉमर्शियल सिलेंडर की जरूरत है। एलपीजी कंपनियां एक गाड़ी के साथ म् कॉमर्शियल सिलेंडर एजेंसियों को प्रोवाइड कराती है। डिमांड होने पर कंपनियां सिलेंडर की संख्या बढ़ा भी देती है। लेकिन, बीच में हो रहे खेल से कंज्यूमर्स के हिस्से के सिलेंडर की लूट मची हुई है।
एक नजर आंकड़ों पर
कहां हो रहा इस्तेमाल - सिलेंडर की संख्या
वाहनों में रिफिलिंग - 9,क्80
छोटे सिलेंडर में रिफिलिंग - क्क्,000
ठेलों और खोमचे - ख्0,000
ढाबा, रेस्टोरेंट, होटल और बैंक्वेटल हाल - फ्0,000
।
टोटल डोमेस्टिक सिलेंडर की संख्या - 70,क्80
.
शहर में ढाई लाख सिलेंडर की खपत इस समय हर महीने की है। प्रतिष्ठानों में डोमेस्टिक सिलेंडर इस्तेमाल होने पर एसोसिएशन ने नोटिस भी भेजा है लेकिन, कोई खास फायदा नहीं हुआ। अधिकारियों को इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है।
रंजना सोलंकी, प्रेसीडेंट, रसोई गैस डिस्ट्रिब्यूटर एसोसिएशन