पुलिस लाइन में रेस के दौरान तीन सिपाही हुए बेहोश
500 में से सिर्फ 313 ही पहुंचे फिजिकल टेस्ट देने
BAREILLY: यूपी के पुलिसकर्मी कितने फिट हैं, इसकी बानगी यूपी पुलिस की एसआई की डायरेक्ट भर्ती में देखने को मिली। पुलिस नाइन में आयोजित क्0 किमी की दौड़ में कई सिपाहियों के पसीने छूट गए। इनमें से तीन तो बेहोश होकर गिर पड़े। तीनों सिपाहियों को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। इससे साफ है कि सिपाही बनने के बाद किसी ने भी अपनी फिटनेस का ख्याल नहीं रखा। वहीं भ्00 में से सिर्फ फ्क्फ् ही फिजिकल टेस्ट के लिए पहुंचे। इनमें से बायोमैट्रिक मशीन की खराबी और स्टाफ की कमी के चलते 8म् की दौड़ पूरी नहीं करायी जा सकी। जिन लोगों की दौड़ पूरी नहीं हो सकी उन्हें ख्ख् अगस्त की डेट दी गई है।
क्0 किमी की पूरी करनी थी रेस
पुलिस लाइन में यूपी पुलिस में एसआई की डायरेक्ट भर्ती मंडे से शुरू हुई है, जोकि ख्क् अगस्त तक चलेगी। इसमें बरेली के साथ-साथ अन्य जिलों के भी अभ्यर्थी आए हैं। भर्ती में ज्यादातर वे कैंडीडेट शामिल हैं, जो पहले से सिपाही हैं। सभी ने रिटेन टेस्ट तो पास कर लिया पर फिजिकल टेस्ट में मुंह के बल गिर पड़े। कैंडीडेट्स को दस किमी की दौड़ पूरी करनी थी। पहले दिन बुलाए भ्00 अभ्यर्थियों में से फ्क्फ् ही टेस्ट देने पहुंचे और उनमें से महज ख्ख्7 ही रेस पूरी कर सके। सिपाही गजेंद्र सिंह और सिपाही विपिन दौड़ के दौरान ही ग्राउंड में बेहोश होकर गिर पड़े। वहीं सिपाही अंकित ग्राउंड से निकलने के बाद बेहोश हो गया। तीनों को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट कराना पड़ा। योगेश और विपिन रसूलपुर मुजफ्फरनगर के रहने वाले हैं और वर्तमान में भोजीपुरा थाना में तैनात हैं। वहीं अंकित बिथरी थाना में तैनात है।
नहीं रखते फिटनेस का ख्याल
पुलिस लाइन में फिटनेस टेस्ट के पहले ही दिन तीन सिपाही दौड़ में बेहोश हुए। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ख्क् अगस्त तक चलने वाले टेस्ट में कितने और बेहोश होंगे। इस सबसे एक बार फिर पुलिस की फिटनेस पर सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस में लोग भर्ती तो हो जाते हैं लेकिन बाद में अपनी फिटनेस का ख्याल नहीं रखते। थाना में परेड नहीं करायी जाती। पुलिसकर्मी कुछ भी खाते-पीते रहते हैं। यही नहीं जब सीईआर ड्यूटी लगती है तो उसे भी कटवाने का प्रयास करते हैं।
दो साल से रुकी थी भर्ती
एसआई की ब्0क्0 वैकेंसी निकाली गई थीं। इसके लिए सितंबर ख्0क्क् में रिटेन टेस्ट हुआ था लेकिन वर्ष ख्0क्ख् में हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी। एक बार फिर से क्भ् जुलाई को भर्ती शुरू करने का आदेश जारी हुआ था।
बायोमैट्रिक मशीन पर ट्रेंड स्टाफ नहीं
पुलिस लाइन में फिटनेस टेस्ट का टाइम सुबह साढ़े छह बजे का रखा गया था लेकिन बायोमेट्रिक मशीन ने धोखा दे दिया। प्रिंटर ने भी काम करना बंद कर दिया। वहीं जो स्टाफ था वो पूरी तरह से ट्रेंड नहीं था इसलिए डेढ़ घंटे की देरी से प्रक्रिया शुरू हो सकी। इस के चलते 8म् अभ्यर्थियों की दौड़ पूरी नहीं हो सकी। इसके अलावा बारिश की वजह से 8 अभ्यर्थियों ने दौड़ पूरी करने से इंकार कर दिया। इन्हें ख्ख् अगस्त को बुलाया है। इसके अलावा किसने कितनी देर में रेस पूरी की इसका भी रिजल्ट बोर्ड पर लगा दिया गया है।