बरेली (ब्यूरो)। 300 बेड अस्पताल में ओपीडी शुरू होने पर गुरुवार को निरीक्षण को पहुंची कमिश्नर संयुक्ता समद्दार उस समय बिफर पड़ी जब उन्होंने 300 बेड हॉस्पिटल के सामने जन औषधि केंद्र का निरीक्षण किया। वहां पर कमिश्नर को 20 से ज्यादा ऐसी दवाईंया मिलीं जो ब्रांडेड थीं और उन्हें जन औषधि केंद्र पर बेचने की अनुमति नहीं है। कमिश्नर ने तुरंत एक्शन लेते हुए ड्रग इंस्पेक्टर को फोन कर बुलाया और जन औषधि केंद्र में रखी अन्य दवाईयों की जांच करने के आदेश दिए।
पैदल ही पहुंची जन औषधि केंद्र
गुरुवार को 300 बेड की ओपीडी का निरीक्षण करने के बाद कमिश्नर संयुक्ता समद्दार वहां से 200 मीटर की दूरी पर स्थित भारतीय जन औषधि केंद्र का निरीक्षण करने के लिए पैदल ही चल पड़ीं। उनके पीछे-पीछे सीएमओ डॉ। बलवीर सिंह और सीएमएस डॉ। मेघ सिंह भी पहुंच गए। जन औषधि केंद्र पर कमिश्नर को देख संचालक राहुल श्रीवास्तव के पसीना छूट गया। कमिश्नर स्वयं ही जन औषधि केंद्र में बिक्री के लिए रखी दवाईयों के बॉक्स उठाकर चेक करने लगीं। उन्हें वहां पर 20 से ज्यादा ऐसी दवाईयां मिलीं, जिनकी बिक्री भारतीय जन औषधि केंद्र पर निषेध है। जिस पर उन्होंने जन औषधि केंद्र संचालक को फटकार लगाते हुए सीएमओ को तुरंत एक्शन लेने की बात कही। मौके पर ही ड्रग इंस्पेक्टर को फोन कर बुलाया और अन्य दवाईयों की जांच करने के बाद उन्हें जानकारी देने की बात कही। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने देर रात तक जन औषधि केंद्र पर दवाईयों की जांच की।
हर कक्ष में जाकर चिकित्सकों से पूछताछ
कुतुबखाना ओवरब्रिज के निर्माण के चलते मरीजों को जिला अस्पताल पहुंचने में हो रही दिक्कतों को देखते हुए प्रशासन ने गुरुवार से 300 बेड अस्पताल ओपीडी शिफ्ट कर दी है। इसमें नेत्र रोग विभाग, दंत रोग विभाग, स्किन रोग विभाग समेत कई प्रकार की ओपीडी शुरू कर दी है। ओपीडी शुरू होने पर गुरुवार को करीब एक बजे कमिश्नर संयुक्ता समद्दार 300 बेड अस्पताल की ओपीडी का निरीक्षण करने पहुंचीं। उनके साथ सीएमओ डॉ। बलवीर सिंह और सीएमएस डॉ। मेघ सिंह भी मौजूद रहे। उन्होंने ओपीडी के हर कक्ष में जाकर बारीकी से निरीक्षण कर तैनात चिकित्सकों को दिशा-निर्देश दिए।
नेत्र रोग विभाग में एक डॉक्टर देख भडक़ीं
कमिश्नर जब नेत्र रोग विभाग में पहुंची तो उन्हें वहां सिर्फ एक डॉ। डीएन सिंह मिले। पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि नेत्र रोग विभाग में तीन डॉक्टर हैं दूसरे डॉक्टर संजय सिंह व एक अन्य जिला अस्पताल में ओपीडी देख रहे हैं। जिस पर वह भडक़ गईं और सीएमएस डॉ। मेघ सिंह और सीएमओ डॉ। बलवीर सिंह को जल्द से जल्द ओपीडी पूरी तरह से शिफ्ट करने के निर्देश दिए।
बोलीं कमिश्नर
300 बेड अस्पताल में ओपीडी शुरू कर दी है। ओपीडी के पहले दिन बेहतर प्रयास किए गए। जल्द ही पूरी तरह से ओपीडी शुरू हो जाएगी। जन औषधि केंद्र पर बड़ी संख्या में ब्रांडेड दवाईयां बेची जा रही थीं। स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच के लिए लगा दी गईं हैं। जांच के बाद जन औषधि संचालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
संयुक्ता समद्दार, कमिश्नर