(बरेली ब्यूरो)। कानपुर में ई बस से हुए हादसे के बाद बसों का संचालन करने वाली कंपनी ने बसों के संचालन पर 12 फरवरी को रोक लगा दी थी। इसके बाद सभी बस ड्राइवर्स की ट्रेनिंग कराने का निर्णय लिया ताकि कानपुर जैसी घटना की पुनरावृत्ति न हो। इसके लिए बसों का संचालन करने वाली पीएमआई कपंनी ने सभी बस ड्राइवर्स को पांच दिन बाकायदा ट्रेनिंग कराई। हालांकि एक साथ सभी ई बसों के बंद होने से बरेलियंस को प्रॉब्लम हुई। इसकी न्यूज दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने पब्लिश की थी। न्यूज पब्लिश होने के बाद नगर निगम ने ई बसों का संचलन 18 फरवरी के लिए फिर से शुरू कर दिया है।


इन सुविधाओं से लैस हैं ई-बसें
-पूरी तरह से पॉल्यूशन फ्री
-एसी की सुविधा उपलब्ध
-140 से 150 किमी है इसकी स्पीड
- सेफ्टी के लिए फायर एक्सटिंग्यूसर
- इलेेक्ट्रिक कमांड डोर
-वाईफाई फैसिलिटी अवेलेबल
-यात्रियों के लिए बस स्टॉप बटन

न्यूज पब्लिश होने के बाद दोबारा शुरू हुआ संचालन
शहर में ई-बसों का संचालन ट्रेनिंग के लिए रोके जाने की खबर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने 16 फरवरी के अंक में, शहर में थम गई ई-बसंों की रफ्तार शीर्षक से पब्लिश की थी। इसके बाद अधिकारी एक्शन में आए और बसों का संचालन दोबारा शुरू कर दिया गया। शुक्रवार को रोड पर जब ये बसें दिखाई दीं तो नगरवासियों ने राहत की सांस ली।

इन रूटों पर चलती हैं ई-बसें
शहर में मात्र दो रूटों पर छह बसों का संचालन किया जा रहा है। इनमें तीन बसें पहले रूट झुमका तिराहा से मिनी बाईपास, सिटी स्टेशन, चौपुला चौराहा से होकर जंक्शन तक चलाई जा रहीं हैं। वहीं तीन बसों को दूसरे रूट मिनी बाईपास से इज्जतनगर होते हुए सौ फुटा रोड होते हुए रुहेलखंड विश्व विद्यालय, बीसलपुर, सेटेलाइट व चौकी चौराहा से सिटी स्टेशन होकर मिनी बाईपास तक चलाई जा रही हैं। ट्रेनिंग के बाद अब बसों का संचालन पुन: स्टार्ट कर दिया गया है।

इस तरह हुई ट्रेनिंग
गाड़ी के ड्राइवरों को ट्रेनिंग के दौरान बसों के टैक्निकल प्वाइंट्स के बारे में बताया गया। पैसेंजर्स के साथ कैसा व्यवहार होना चाहिए, इसके बारे में भी ट्रेनिंग दी गई। इसमें ड्राईवरों ने कंप्यूटर पर टेस्ट दिया। ई-बस को सामान्य गति में चलाने व बसों के स्टॉपेज के बारे में भी जानकारी दी गई। साथ ही सभी के डॉक्यूमेंट्स भी वेरिफाई किए गए।