- ऑफलाइन फॉर्म की ऑनलाइन फीडिंग का काम भी कॉलेजेज पर

- अभी और भराए जा रहे हैं ऑफलाइन फॉर्म,ऑफलाइन को ऑनलाइन करने का झंझट

BAREILLY: आरयू ने एग्जाम फॉर्म का वेरिफिकेशन करने और उसे यूनिवर्सिटी में जमा करने को लेकर कॉलेजेज को अल्टिमेटम तो दे दिया,लेकिन इसके व्यवहारिक दिक्कतों की ओर ध्यान नहीं दिया। एक तरफ ऑनलाइन फॉर्म में आई तमाम गड़बडि़यों के चलते कॉलेजेज को उसका वेरिफिकेशन करने में टाइम लग रहा है तो दूसरी तरफ ऑफलाइन फॉर्मो ने उनकी टेंशन को डबल कर दिया है। जो फॉर्म बिना ऑनलाइन के भराए गए थे उनको वेरिफाई करने में कॉलेजेज पर भार ज्यादा पड़ रहा है। यही नहीं अभी ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी तरह से बंद होने पर रुके हुए रिजल्ट वाले स्टूडेंट्स ऑफलाइन फॉर्म भर रहे हैं। इनके फॉर्म को भी कॉलेजेज को ही वेरीफाई करना है।

सैकड़ों फॉर्म भरे गए थे ऑफलाइन

ऑनलाइन फॉर्म भरने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद बीसीबी में करीब दो वीक तक फॉर्म जमा नहीं हुए थे। छात्रनेताओं ने ऑनलाइन प्रक्रिया का विरोध कर कॉलेज के सभी काउंटर्स बंद करा दिए थे। उनकी मांग थी कि स्टूडेंट्स से ऑफलाइन फॉर्म भराए जाएं। ऑनलाइन फॉर्म भरने की वजह से स्टूडेंट्स को साइबर कैफे पर ज्यादा रुपए देने होते थे। इसके बाद आरयू ने स्टूडेंट्स को ऑफलाइन फॉर्म भरने की भी परमीशन दे दी थी। ऐसे में बीसीबी के सैकड़ों स्टूडेंट्स ने फॉर्म की हार्ड कापी लेकर कॉलेज में जमा कराए।

आरयू ने फीडिंग की ली थी जिम्मेदारी

ऑनलाइन का विरोध होते देख आरयू ने ऑफलाइन फॉर्म भरने की परमीशन तो दी थी साथ ही इसकी ऑनलाइन फीडिंग की जिम्मेदारी भी खुद ही लेने को कहा था। रजिस्ट्रार एके सिंह ने कहा था वे ऑफलाइन फॉर्म भरवाकर ऑनलाइन फीडिंग का काम यूनिवर्सिटी से कर्मचारियों से करावा लेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यह काम भी कॉलेजेज पर डाल दिया गया।

ऑफलाइन को कर रहे हैं ऑनलाइन

ऑफलाइन फॉर्म को ऑनलाइन करने का भार भी कॉलेजेज के सिर है। जो एग्जाम फॉर्म ऑनलाइन भराए गए थे, उनके प्रिंटआउट से कॉलेज का स्टाफ ऑनलाइन वेरीफिकेशन का काम कर रहा है। लेकिन जो फॉर्म ऑफलाइन भराए गए थे उनका ऑनलाइन कोई डिटेल नहीं है। ऐसे में कॉलेज के स्टाफ को खुद ही इनको ऑनलाइन फींिडंग करना पड़ रहा है। इससे फॉर्म के वेरिफिकेशन के काम में काफी समय लग रहा है।

अभी और आएंगे ऑफलाइन फॉर्म

इंप्रूवमेंट रिजल्ट के बाद यूनिवर्सिटी सैकड़ों स्टूडेंट्स के रिजल्ट में आरडी लगाकर उनकी मार्कशीट रोक दी थी। यही नहीं सैकड़ों स्टूडेंट्स ऐसे भी थे जिनकी मार्कशीट में तमाम गड़बडि़यां आई थीं। ऐसे स्टूडेंट्स की आरडी क्लियर कर और मार्कशीट का सुधार कर आरयू अब नई मार्कशीट डिलिवर करने का काम कर रहा है। ऐसे स्टूडेंट्स ख् फरवरी तक यूनिवर्सिटी के कैश काउंटर से फॉर्म ले सकते हैं और उसे भरकर कॉलेज में भ् फरवरी तक जमा कर सकते हैं। इन फॉ‌र्म्स का भी ऑनलाइन फीडिंग का काम कॉलेज को ही खुद करना होगा। जबकि यूनिवर्सिटी ने भ् फरवरी के बाद कॉलेज का लॉगइन बंद करने का आदेश जारी किया है। ऐसे में कॉलेजेज के सामने फॉर्म को ऑनलाइन करने और उसे वेरिफाई करने का संकट खड़ा हो गया है।