- व्हॉट्सएप के जरिए क्वेश्चन पेपर लीक करने की थी मंशा
- प्रॉक्टोरियल की टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ा
<- व्हॉट्सएप के जरिए क्वेश्चन पेपर लीक करने की थी मंशा
- प्रॉक्टोरियल की टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ा
BAREILLY:
BAREILLY: बरेली में एक बार फिर पेपर लीक करने की कोशिश की गई। लेकिन प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम की चुस्ती से यह नाकाम हो गई। प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम ने निरीक्षण के दौरान एक स्टूडेंट के पास से मोबाइल जब्त किया है। मोबाइल के जरिए वह स्टूडेंट पेपर लीक करने की फिराक में था। कॉलेज के बाहर बैठे उसके साथ ही मोबाइल के जरिए ही उसे आंसर भेजने वाले थे। कॉलेज ने उसकी कॉपी और मोबाइल को अनुचित साधन के प्रयोग के तहत नत्थी कर यूनिवर्सिटी को भेज ि1दया है।
एमए हिंदी का था स्टूडेंट
वेडनसडे को यह मामला दूसरी पाली में पकड़ में आया। बाकी स्टूडेंट्स के साथ एमए हिंदी का भी एक स्टूडेंट रूम नम्बर क्भ् में एग्जाम दे रहा था। प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम इस रूम में निरीक्षण के लिए पहुंची। निरीक्षण के दौरान उस स्टूडेंट की हरकत संदिग्ध लग रही थी। टीचर ओमकार पटेल ने उस स्टूडेंट पूरी तलाशी ली। जब उन्होंने स्टूडेंट को मोजे उतारने को कहा। इसके बाद स्टूडेंट के माथे पर पसीने छूट गए। जब उसने पैर से मोजा उतार तो उसमें एक मोबाइल निकला।
व्हॉट्सएप से पेपर लीक करने की थी मंशा
बताया जा रहा है कि स्टूडेंट व्हॉट्सएप के जरिए क्वेश्चंस कॉलेज के बाहर बैठे अपने साथियों को भेजने के फिराक में था। जिसके साथी उन क्वेश्चंस के आंसर एप के जरिए मैसेज करने वाले थे।