- हॉस्टल कांपाउंड में शराब पीने जैसी वारदातें नहीं दोहराई जाएंगी

- प्रिंसिपल ने हॉस्टल की कंडीशन को दुरुस्त करने के निर्देश दिए

BAREILLY: बरेली कॉलेज के ग‌र्ल्स और ब्वॉयज हॉस्टल के कंपाउंड में पाई गई शराब की खाली बोतलों को प्रिंसिपल डॉ। सोमेश यादव ने गंभीरता से लिया है। इस बाबत उन्होंने जरूरी निर्देश भी दिए हैं। वहीं उन्होंने हॉस्टल्स को दुरुस्त करने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं। दोनों हॉस्टल के वॉर्डन को कंपाउंड की साफ-सफाई और जरूरी व्यवस्था पूरी करने के निर्देश दिए हैं। आई नेक्स्ट ने गत ख्ब्, ख्भ् और ख्म् जुलाई को इन हॉस्टल्स की खस्ता हालत को लेकर न्यूज पब्लिश की थी, जिसके जरिए यह प्रमुखता से दिखाया गया था कि नए सेशन में स्टूडेंट्स को ठहराने के लिए हॉस्टल में किस तरह से बदइंतजामी का आलम है। इसके बाद ब्वॉयज हॉस्टल वॉर्डन भी हरकत में आए और उन्होंने बाहरी छात्रों पर लगाम लगाने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए।

दोनों हॉस्टल में पाई गई थीं शराब की बोतलें

आई नेक्स्ट ने लगातार तीन दिन तक न्यूज पब्लिश कर हॉस्टल की बदइंतजामी की पोल खोल थी। ब्वॉयज हॉस्टल का हाल सबसे बुरा था। यहां पर कमरों में ना तो ठीक से फर्नीचर थे और ना ही लाइट व फैन की व्यवस्था। सबसे बुरा हाल तो सैनीटरी फैसिलिटी का था। वॉशरूम पानी का इंतजाम नहीं था और ट्वॉयलेट इतने गंदे की कुछ सेकेंड खड़ा रहना ही मुहाल हो जाए। इतना ही नहीं जगह-जगह कबाड़ और कंपाउंड में कई सारी शराब की खाली बोतलें पाई गई। वहीं ग‌र्ल्स हॉस्टल की हालत भी कमोबेश वैसी ही थी। यहां का कंपाउंड भी कबाड़ और शराब की खाली बोतलों से पटी थीं। कॉमनरूम और वॉशरूम की कंडीशन यूज करने लायक नहीं थी। ग‌र्ल्स ने बताया था कि लाइट ना होने की वजह से वे अपने रूम से बहार नही निकलती थीं। न्यूज में यह भी दर्शाया गया था कि हर वर्ष कॉलेज मैनेजमेंट हॉस्टल्स की सुविधाओं पर हजारों रुपए खर्च करता था, लेकिन सुविधाओं में कुछ खास इजाफा देखने को नहीं मिला।

कॉन्ट्रैक्टर ने दिया एस्टिमेट

प्रिंसिपल डॉ। सोमेश यादव ने हॉस्टल की कंडीशन को दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने दोनों हॉस्टल में सफाई करने के आदेश तो दिए ही साथ ही जरूरी बेसिक व्यवस्था को पूरा करने और सैनीटरी फैसिलिटीज को प्रोवाइड करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि कॉलेज के कॉन्ट्रैक्टर ने इस बाबत एस्टिमेट भी बनाकर दिया है। जिसके अनुसार उन्हें एडवांस जारी कर दिया गया है। इससे पहले सभी रूम फुल हो जाएं हॉस्टल दुरुस्त हो जाएगा। उन्होंने यह भी दावा किया है कि फ्यूचर में हॉस्टल कंपाउंड में शराब पीने जैसी वारदातें नहीं दोहराई जाएंगी। ऐसा पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल इसको लेकर कड़ी चेतावनी दे दी गई है।

शाम 7 बजे के बाद नो इंट्री

उधर, ब्वॉयज हॉस्टल में बाहरी छात्रों को दिन ढलते ही इंट्री नहीं दी जाएगी। हॉस्टल वॉर्डन डॉ। एपी सिंह ने बताया कि उन्होंने 7 बजे के बाद किसी भी बाहरी छात्र को हॉस्टल में प्रवेश ना दिए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि बाहरी छात्र ही हॉस्टल का माहौल बिगाड़ते हैं। ऐसा पाया गया तो वे स्वयं एक्शन लेंगे।

मैं यह आश्वासन देता हूं कि मेरे रहते हुए फ्यूचर में हॉस्टल में शराब की बोतलें नहीं पाई जाएंगी। इसको लेकर कड़ी चेतावनी दी गई है। फिलहाल हॉस्टल में साफ-सफाई के साथ सेनीटरी और जरूरी व्यवस्था करने के निर्देश दे दिए गए हैं। इस बाबत एडवांस भी जारी कर दिया गया है।

- डॉ। सोमेश यादव, प्रिंसिपल, बीसीबी

हॉस्टल में किसी भी बाहरी स्टूडेंटस को शाम के बाद इंट्री नहीं दी जाएगी। 7 बजे के बाद बाहरी लोगों के हॉस्टल में इंट्री करने पर पाबंदी लगा दी गई है। यदि मुझे ऐसी इंफॉर्मेशन मिली तो तुरंत एक्शन लूंगा। वहीं हॉस्टल को दुरुस्त करने का काम शुरू करा दिया है। स्टूडेंट्स के अलॉटमेंट भी होने लगे हैं।

- डॉ। एपी सिंह, ब्वॉयज हॉस्टल वॉर्डन, बीसीबी