पारा लुढ़का
बरेलियंस को एक बार फिर से ठंड का सामना करना पड़ा। दिन का ट्रेंप्रेचर काफी कम रिकॉर्ड किया जा रहा है। मंडे को लोगों को दिन भर शीतलहर से परेशान होना पड़ा। वेदर एक्सपट्र्स की मानें तो ऐसा उत्तराखंड की ओर से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण हो रहा है। लोगों को आगे भी ऐसी ठंड से परेशान होना पड़ सकता है। साथ ही ट्यूजडे से घने कोहरे के आसार बढ़ गए हैं। मंडे को मैक्सिमम टेंप्रेचर 13.9 और मिनिमम टेंप्रेचर 11 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
छा सकता है घना कोहरा
पिछले तीन दिनों से ठंड ने लोगों को परेशान कर दिया है। सुबह से लेकर शाम तक आसमान में बादल छाए रहते हैं। सूर्य देव का दर्शन भी मुश्किल हो गया है। धूप नहीं निकलने से लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो रही है। ऐसे में वाहन चालकों के सामने सबसे बड़ी मुसीबत है। कोहरे की वजह से उन्हें वेहिकल्स ड्राइव करने में प्रॉब्लम हो रही है। पूरी तरह से कपड़ों से ढके होने के बाद भी ठंड लग रही है। मंडे को कुछ इसी तरह का नजारा देखने को मिला। लोग ठिठुरन से बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं। वेदर एक्सपट्र्स की मानें तो बर्फीली हवाओं की दिशा बरेली की ओर है। मसूरी और नैनीताल में लगातार दो दिनों से तेज बर्फबारी हो रही है। इसकी वजह से उत्तराखंड के आसपास के क्षेत्रों में ठंड बढ़ गई है। शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। मैक्सिमम टेंप्रेचर तीन डिग्री सेल्सियस नीचे लुढ़क गया है। तकरीबन एक दर्जन ट्रेंस लेट चल रही हैं। वेदर फॉरकास्ट की मानें तो अगले दो दिन तक ऐसा ही रहेगा। कोहरा के साथ बूंदाबांदी होने की सम्भावना भी तेज हो गई है। 14 जनवरी तक लोगों को कोहरे से राहत मिलेगी लेकिन ठंड से नहीं।