सीन वन
बटलर प्लाजा फर्स्ट गेट की तरफ स्थित अगन पान भंडार पर 10 रुपए की कोल्ड ड्रिंक 12 रुपए की दी गई। जब एमआरपी का हवाला दिया गया तो शॉपओनर नयाब का कहना था कि कोल्ड ड्रिंक्स और प्लेन वाटर को चिल करने में हम लोगों को मेहनत करनी पड़ती है। बिजली बिल, जनरेटर का अलग से खर्च। विरोध करने के बाद भी शॉप ओनर ने 10 रुपए की जगह 12 रुपए ही लिए।
सीन टू
कुछ ऐसा ही हाल जनप्रिय शॉप का भी रहा। यहां पर भी एमआरपी से अधिक पैसे की मांग की गई। अधिक पैसे की मांग करने के बाद भी शॉप ओनर का कहना था कि हम लोग कोई चोरी थोड़ी कर रहे हैं। गर्मी में ठंडा करने में अधिक खर्च होते हैं। शॉप पर एक कस्टमर काफी देर तक दुकानदार से बहस कर रहे थे। बहस के बाद उसने पैसा देना ही मुनासिब समझा।
सीन थ्री
कोहाड़ापीर स्थित पंकज जनरल नाम के एक शॉप पर भी मनमानी का खेल देखने मिला। 15 रुपए के चिल वॉटर लेने पर 20 रुपए देने पड़े। विरोध करने पर आस-पास के कई शॉपओनर भी आ गए। उनका कहना था कि आपको कोई जबरदस्ती थोड़े दे रहा है। अगर अपको जरूरत है तो लीजिए। खैर जैसे तैसे हमने पैसे देकर वहां से हटना ही मुनासिब समझा।
BAREILLY: ये तीन सीन तो महज एग्जाम्पल है। सिटी के कई इलाकों में इस तरह की स्थिति बनी हुई है। अमूमन टेम्प्रेचर को मात देने के लिए बरेलियंस कोल्ड ड्रिंक्स का सहारा लेते हैं, लेकिन यहां कोल्ड ड्रिंक्स बरेलियंस को हॉट बना रहा है। गर्मी आते ही कोल्ड डि्रंक्स और वाटर की डिमांड बढ़ जाती है और ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में एमआरपी से अधिक दाम वसूलते हैं। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि ठंडा के नाम पर ये शॉप ओनर्स परडे लाखों रुपए का वारे-न्यारे कर रहे हैं। सच्चाई जानने के लिए आईनेक्स्ट ने इंवेस्टिगेशन के जरिए इस पर से पर्दा हटाने की कोशिश की।
ठंडा के नाम पर चल रहा खेल
यहां की बात करें तो सिविल लाइन, कैंट, चौकी चौराहा, कुतुबखाना, राजेंद नगर, डीडीपुरम सहित सिटी के अन्य एरिया में स्थित शॉप का एक जैसा ही हाल है। कस्टमर से ठंडा के नाम एक्स्ट्रा पैसे वसूल रहे हैं। एक अनुमान के मुताबिक सिटी के विभिन्न एरिया में 7,000 से अधिक शॉप ऐसी है जो कोल्ड ड्रिंक्स और ठंडा पानी बेचते हैं। ये धड़ल्ले से मैक्सिमम रिटेल प्राइस (एमआरपी )से कही अधिक पैसे वसूल रहे हैं। बता दें कि जिन कोल्ड डि्रंक्स का दाम क्0 रुपए है, शॉपऑनर्स उसका क्ख् रुपए वसूल रहे हैं। कमोबेश पानी का भी यही हाल है। क्भ् रुपए में बिकने वाली पानी की बोतलें ख्0 रुपए में मिल रहा है। बटलर प्लाजा स्थिति एक शॉप पर कोल्ड ड्रिंक्स पीने गए माधव ने बताया कि मैंने म्00 एमएल का एक कोल्ड ड्रिंक लिया। बोतल पर फ्0 रुपए एमआरपी था, लेकिन शॉपओनर फ्ख् रुपए की मांग कर रहा था। उसका कहना था कि कोल्ड ड्रिंक को ठंडा करने का भी पैसा लगेगा। अगर फ्0 रुपए का लेना है तो चिल कोल्ड ड्रिंक नहीं मिलेगी।
विरोध की जगह खामोशी में भलाई
गर्मी से परेशान कस्टमर इसका विरोध नहीं कर पाते हैं। हालांकि एकाध लोग ने इसका विरोध भी किया, लेकिन शॉप ओनर्स की दबंगई के आगे वे बेबस नजर आए और खामोश रहने में ही अपनी भलाई समझी। फैमिली संग मार्केट गए लोगों को ओनर्स की मनमानी अधिक झेलनी पड़ती है। घर परिवार के लोग संग होने से अक्सर लोग एक-दो रुपए को लेकर विरोध करना भी नहीं चाहते हैं, जिसका फायदा दुकानदार उठा रहे हैं।
मार्जिन तो बिजली में
जब हमारी टीम ने शॉप ओनर्स से सच्चाई जानने का प्रयास किया तो उनका कहना था कि कंपनी को जितना मार्जिन देती है वह तो बिजली बिल, जनरेटर और बर्फ में चली जाती है। अगर फायदा नहीं मिल रहा तो बिजनेस करने का क्या फायदा है। उनका यह भी कहना था कि हम लोग कोई चोरी नहीं कर रहे हैं, लेकिन हम आपको बता दें कि कंपनी शॉप ओनर्स को जो भी कोल्ड ड्रिंक और वाटर सप्लाई करती है उसको चिल करने के लिए मार्जिन में ही पैसे इंक्ल्यूड होती है। ख्00 एमएल का एक कोल्ड ड्रिंक शॉप ओनर्स को 8.8म् रुपए में पड़ती है, जिसका दाम क्0 रुपए होता है। यानि शॉप ओनर क्0 रुपए से अधिक में ख्00 एमएल का कोल्ड ड्रिंक नहीं बेच सकता है, जबकि ब्रांडेड एक लीटर पानी की बोतल तो मात्र क्0 रुपए में शॉप ओनर को पड़ती है।
स्कीम के बाद भी कस्टमर को चुना
कोल्ड ड्रिंक और पानी सप्लाई करने वाली कंपनियां इस टाइम तो स्कीम भी चला रही है। बावजूद इसके शॉप ओनर कस्टमर को ठगने का काम दिन रात कर रहे हैं। कंपनियां ख्00 एमएल का एक कैरेट कोल्ड ड्रिंक ख्ख्0 रुपए में प्रोवाइड करा रही हैं। एक कैरेट में ख्ब् बोतल होता है, जबकि इस टाइम प्रति कैरेट ख् बोतल फ्री दी जा रही है। फिर भी दुकानदार एमआरपी से ज्यादा पैसा ले रहे हैं। वहीं दूसरी ओर ख्00 रुपए में एक पेटी पानी की बोतल कंपनियां दे रही हैं। एक पेटी में क्ख् बॉटल पानी के होते है। स्कीम के तौर पर कंपनियां प्रति पेटी पर 8 बॉटल फ्री में दे रही है। इसके बाद भी शॉप ओनर्स कस्टमर से एक्स्ट्रा पैसे की मांग कर रहे हैं।
म्0 लाख का कारोबार परडे
डिस्टिब्यूटर्स की मानें तो बरेली अर्बन में भ्0 होलसेलर्स हैं, जो सिटी के विभिन्न एरिया में स्थित 7,000 से अधिक शॉप पर कोल्ड ड्रिंक और पानी की बोतल सप्लाई करते हैं। परडे सिर्फ कोल्ड ड्रिंक का बिजनेस भ्0 लाख रुपए के करीब है, जबकि पानी का बिजनेस क्0 लाख के आस-पास है। इस हिसाब से देखा जाए तो शॉप ओनर्स परडे कस्टमर को लाखों रुपए का चुना लगा रहे हैं।
कार्रवाई का है प्रावधान
अगर कोई भी शॉप ओनर्स एमआरपी से अधिक पैसे की मांग करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई करने का प्रावधान है, लेकिन बाट-माप अधिनियम ख्009 धारा फ्0 के तहत शॉप ओनर्स पर मिनिमम ख्,000 और मैक्सिमम क्0,000 रुपए जुर्माना लगाया जा सकता है। अगर कस्टमर कोई भी सामान खरीद रहा है तो उसे चाहिए की एक्सपायरी डेट, मैनुफैक्चरिंग डेट, रेट, वेट, एड्रेस इन सबकी बकायदा जांच करें। किसी भी तरह की कमी होने पर कस्टमर्स बाट-माप में कंप्लेन कर सकते हैं। पक्की रसीद होने पर कस्टमर कंज्यूमर फोरम में भी कंप्लेन दर्ज करा सकते है।
कस्टमर को सावधान और अवेयर रहने की जरूरत है। बात एक-दो रुपए की नहीं है। बात नियम व कानून की है। अगर कोई एमआरपी से अधिक पैसा मांग रहा है तो कस्टमर कंप्लेन कर सकते हैं।
- विवेक कुमार, लीगल मैट्रोलॉजी ऑफिसर
शॉप ओनर अगर एमआरपी से अधिक पैसे ले रहे हैं तो वह गलत है। इस टाइम कंपनियां स्कीम भी चला रही है। कंपनियां इतना मार्जिन देती है कि कोल्ड ड्रिंक और चिल वाटर एमआरपी पर बेच सके।
- नजीर, डिस्ट्रिब्यूटर
बिजली और जनरेटर का खर्चा महंगा पड़ रहा है, जिस वजह से एक्स्ट्रा पैसे लेने पड़ते हैं। नहीं तो हमें फायदा नहीं होगा।
- अंजू, शॉपओनर
शॉप ओनर ने एमआरपी से अधिक पैसे लिए हैं। विरोध करने पर वह बहस करने लगा। मजबूरन मुझे पूरे पैसे देने पड़ रहे हैं।
- योगेंद्र कुमार, बानखाना
मुझे शॉप ओनर से क्0 की कोल्ड ड्रिंक क्ख् रुपए में मिला है। शॉप ओनर का कहना था कि ख् रुपए चिल करने का देना होगा।
- प्रवीण, बानखाना
आए दिन प्राइस को लेकर मेरी शॉप ओनर से बहस हो जाती है, लेकिन मार्केट में इतने लोग होते है कि आखिर शॉप ओनर से कोई कितना बहस करे।
- जव्वाद, मलूकपुर
शॉप ओनर जबरदस्ती करते हैं। कई बार तो आसपास के शॉप ओनर भी उनका सपोर्ट करने लगते हैं। मुझसे भी शॉप ओनर ने ख् रुपए अधिक लिए हैं।
- कैफ, पूराने शहर