-- कोड ऑफ कंडक्ट की उड़ाई जा रही हैं धज्जियां

-- रोड और दीवार सभी जगह दिख रहे हैं पोस्टर्स

-- पोस्ट और झंडे हटाने के लिए दी 3 दिन की मोहलत

BAREILLY: आम चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। दुनिया के सबसे बड़े डेमोक्रेसी के क्म्वें मेले में शिरकत करने के लिए हर कोई तैयार बैठा है। आम पब्लिक अपने वोट रूपी तराजू से कैंडीडेट्स को तौलने की तैयारी कर रही है तो पॉलीटिशियन उन्हें लुभाने के हर फंडे को आजमाने की तैयारी में हैं। इस बीच डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन की बड़ी जिम्मेदारी यह है कि लोकतंत्र के इस मेले के रंग में कोई भंग ना पड़ जाए। इलेक्शन की आचार संहिता का पालन करते हुए डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन ने पॉलिटिकल पार्टीज को सिटी से बैनर, पोस्टर, होर्डिग्स, वॉल राइटिंग को हटाने के लिए तीन दिन का समय दिया था। समय सीमा खत्म होने के बाद भी बैनर पोस्टर कोड ऑफ कंडक्ट को मुंह चिढ़ा रही हैं।

भ् को जारी हुई थी नोटिफिकेशन

आम चुनाव की नोटिफिकेशन भ् को जारी हुई थी। म् को जिला निर्वाचन अधिकारी अभिषेक प्रकाश ने सभी पॉलिटिकल पार्टीज की मीटिंग बुलाई थी। उन्होंने इलेक्शन की आचार संहिता के सभी नियमों को विस्तार से बताया। सारी लिमिट्स को ध्यान में रखने की हिदायत दी। उन्होंने सभी पार्टीज से तीन दिनों के अंदर सिटी में लगे बैनर, पोस्टर, होर्डिग्स, वॉल राइटिंग समेत सभी प्रकार की प्रचार सामग्री को हटाने के निर्देश दिए थे।

वॉल पर लिखा वोटिंग मैसेज

जिला निर्वाचन अधिकारी के आदेश के बावजूद सिटी के प्रमुख रोड्स व चौराहों पर आचार संहिता की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। पॉलीटिकल पॉटीर्ज के बड़े-बड़े बैनर पोस्टर और होर्डिग्स लगी हुई हैं। यही नहीं उनके समर्थकों ने भी बड़ी संख्या में पार्टी के समर्थन में होर्डिग्स लगा रखी हैं। जिनको अभी तक हटाया नहीं गया है। रोड के किनारे बिल्डिंग्स के जितने भी वॉल हैं उन पर पार्टी और कैंडीडेट्स के समर्थन में वोट डालने के मैसेज लिखे हुए हैं। कोड ऑफ कंडक्ट के अनुसार वॉल राइटिंग पर भी बैन है। उसे भी मिटाने के आदेश हैं।

सत्ता की उपलब्धियां का बखान

कोड ऑफ कंडक्ट की बात करें तो सत्ताधारी की उपलब्धियां और योजनाओं का बखान करने वाली होर्डिंग्स को भी हटाना अनिवार्य है। खासकर सरकारी बिल्डिंग्स के कैंपस में तो बिल्कुल ही नहीं होनी चाहिए, लेकिन सिटी में इस नियम कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। कमिश्नर ऑफिस के मेन और डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के कैंपस में ऐसे बड़े होर्डिग्स आचार संहिता को मुंह चिढ़ा रही हैं।

गाडि़यों पर लगे हैं पोस्टर

आचार संहिता के उल्लंघन के दायरे में गाडि़यां भी आती हैं। किसी भी गाड़ी में पार्टी विशेष का झंडा व बैनर-पोस्टर नहीं होना चाहिए, पॉलिटिकल पार्टीज की लग्जरी गाडि़यां सरेआम प्रचार कर रही हैं। उन गाडि़यों पर आगे पार्टी का झंडा तो लगा ही है साथ ही पीछे पार्टी के पोस्टर भी चिपके हुए हैं।