कड़ी सुरक्षा के बीच कंडक्ट हुआ यूपीसीपीएमटी का इंट्रेंस
स्टूडेंट्स को बॉयो और फिजिक्स ने किया थोड़ा परेशान
BAREILLY: यूपीसीपीएमटी ख्0क्ब् में बायोलॉजी और फिजिक्स के पोर्शन ने स्टूडेंट्स को कुछ हद तक तंग तो किया ही लेकिन ओवरऑल टेस्ट बेहतर होने से उनके चेहरे खिलखिला गए। स्टूडेंट्स ने बताया कि टेस्ट में कुछ क्वेश्चंस ने उन्हें तंग किया लेकिन ओवरऑल पेपर ना बिल्कुल हार्ड था और ना ही सिंपल। इससे वे बेहतर मार्क्स आने की उम्मीद कर रहे हैं। अगर स्टूडेंट्स की बातों पर यकीन करें तो यूपीसीपीएमटी की मेरिट हाई होने की संभावना बढ़ गई है। फिलहाल ख्9 जुलाई को आने वाले रिजल्ट में इसका खुलासा हो जाएगा।
बायोलॉजी ने सभी को चौंकाया
टेस्ट में फिजिक्स, केमेस्ट्री, जूलॉजी और बॉटनी के भ्0-भ्0 क्वेश्चंस पूछे गए थे। जूलॉजी व बॉटनी बायोलॉजी पोर्शन में आते हैं। इस बार बायोलॉजी पोर्शन ने कई स्टूडेंट्स को हैरानी में डाल दिया। उन्होंने बताया कि हर साल जिन टॉपिक्स से क्वेश्चंस पूछे जाते थे, इस बार उनसे काफी कम सवाल पूछे गए। स्टूडेंट्स ने पुराने टेस्ट पेपर्स के हिसाब से टॉपिक्स तैयार किए थे, लेकिन उनमें से उम्मीद से काफी कम क्वेश्चंस पूछे गए। सीबीएसई के स्टूडेंट्स को बॉयो पोर्शन में ज्यादा परेशानी फेस करनी पड़ी।
पूछे गए ज्यादा न्यूमेरिकल्स
एक और पोर्शन था जिसने स्टूडेंट्स को ज्यादा परेशान किया। वह था फिजिक्स। स्टूडेंट्स ने बताया कि इस बार थ्योरिटकल क्वेश्चंस काफी कम पूछे गए। न्यूमेरिकल ज्यादा होने की वजह से उन्हें कैलकुलेशंस ज्यादा करनी पड़ीं। स्टूडेंट्स ने बताया कि पिछले टेस्ट पेपर्स के मुकाबले इस बार ज्यादा न्यूमेरिकल पूछे गए।
फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी हुई
संडे को 8 सेंटर्स पर यूपीएमसीटी कंडक्ट किया गया। इसके लिए ब्,भ्फ्क् स्टूडेंट्स रजिस्टर्ड थे। सेंटर्स पर पूरी तरह से चौकसी बरती गई। पुलिस का पहरा तो था ही साथ ही हर सेंटर पर वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी कराई गई। इसके अलावा यूनिवर्सिटी द्वारा तैनात की गई पूरी टीम भी लगातार निगरानी किए हुई थी।
बॉयो के क्वेश्चंस से काफी हैरानी हुई। टेस्ट पेपर में हमेशा से पूछे जाने वाले टॉपिक्स के क्वेश्चंस काफी कम पूछे गए। एनिमल किंगडम व प्लांट किंगडम में से तो काफी क्वेश्चंस पूछे जाते थे।
- वंशज, एस्पीरेंट
मेडिकल में बॉयो पोर्शन इंपॉर्टेट होता है इसलिए इस पोर्शन को ज्यादा से ज्यादा कवर किया जाता है। कुछ टॉपिक्स से ज्यादा क्वेश्चंस पूछ लिए जाते हैं तो कुछ से उम्मीद से कम।
- तौसीफ, एस्पीरेंट
टेस्ट ना ज्यादा टफ था ना ईजी। फिजिक्स में इस बार ज्यादा न्यूमेरिकल पूछे गए थे। पेपर लेंदी तो नहीं था लेकिन काफी कैलकुलेशंस करना पड़ा। ओवरऑल पेपर अच्छा था अच्छे मार्क्स आने की उम्मीद है।
- सोनल शर्मा, एस्पीरेंट
थ्योरी के क्वेश्चंस काफी कम पूछे गए। न्यूमेरिकल ज्यादा थे, लेकिन वे इतने टफ नहीं थे। बस कैलकुलेशंस ज्यादा करनी पड़ी। जिस हिसाब से टेस्ट हुआ है, कट-ऑफ हाई जाने की उम्मीद लग रही है।
- सिमरन गुप्ता, एस्पीरेंट