ताकि रुक सके मनमानी
विकल्प संस्था के मेम्बर राज नारायण गुप्ता ने बताया कि अक्सर लोग वोट देने के बाद निश्चित हो जाते हैं और जीतने वाले प्रत्याशी को मौका मिल जाता है मनमानी करने का। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा लोगों को इस पाठशाला में अपने अधिकारों को लेकर जागरुक किया जाएगा। पाठशाला में लोगों को इस बारे में जानकारी दी जाएगी कि वो प्रत्याशी से क्या-क्या सवाल कर सकते हैं और साथ प्रचार के आने वाले प्रत्याशियों से क्षेत्र और देश के विकास के लिए शपथ भी दिलाई जाए। उन प्रत्याशियों से ये पूछा जाए कि अब वो विकास का कोई काम नहीं करते हैं और उनसे रिजाइन मांगा जाए तो वो देंगे या नहीं।
14 से लगेगी पाठशाला
राज नारायण गुप्ता ने बताया कि अन्ना की पहली पाठशाला 14 जनवरी को उत्तरायणी मेले में लगाई जाएगी। जहां आने वाले लोगों को उनके वोट के महत्व को समझाया जाएगा और उनका वोट क्यों, किसी को जाएं इसपर चर्चा की जाएगी। उन्होंने बताया कि हमारा मुख्य उद्देश्य होगा कि इसमें यूथ को शामिल किया जाए। लोगों को अपनी सोच में बदलाव लानी होगी। केवल अपने क्षेत्र में बिजली, सड़क या पानी की डिमांड पर ही चुप नहीं हो जाना चाहिए बल्कि समुचित विकास की जरूरत है।
Candidates से कुछ सवाल
-अगर एक प्रत्याशी इलेक्टेड तो इलेक्शन में खड़े होने वाले बाकी प्रत्याशी क्या कर रहे थे?
-अगर उन्होंने कोई काम नहीं किया है तो फिर उन्हें वोट क्यों दिया जाए?
-केवल चुनाव प्रचार के लिए क्षेत्र में आना फिर गायब होने से डेवलपमेंट कैसे होगा?