-ट्रांसमिशन में 24 घंटे बिजली और मिल रही मात्र 8 घंटे
- शहर की बिजली जा रही रामपुर और बदायूं
BAREILLY: आजकल सुबह हो या रात हर घर में हर वक्त एक ही चर्चा रहता है और वह है सिटी की बदहाल बिजली काआए दिन हो रहे हंगामों के चलते 'पॉवर प्रॉब्लम' टॉक ऑफ द टाउन बन गई है। एक तरफ बिजली विभाग के ऑफिसेस के बाहर प्रदर्शन हो रहा है तो दूसरी तरफ सब स्टेशन में तोड़फोड़ से लेकर ऑफिसर्स व कर्मचारी पीटे भी जा रहे हैं। पर सोचने वाली बात है कि इतना सारा बवाल होने के बावजूद भी आखिर विभाग सुधरने का नाम क्यों नहीं ले रहा। दरअसल इसके पीछे कुछ और ही माजरा है। विभाग ट्रांसमिशन द्वारा भरपूर बिजली मिलने के बाद भी शहर को बिजली नहीं दे पा रहा है। ट्रांसमिशन से डिस्टिब्यूशन तक आते-आते हमारी सिटी के हिस्से की बिजली बीच में ही गायब हो जाती है। कहां जाती है हमारे हिस्से की बिजली जब इस बारे में जिम्मेदारों से बात की गई तो वे कुछ भी बोलने से कतराते रहे।
मजाक उड़ा रही बिजली सप्लाई
ट्रांसमिशन में ख्ब् घंटे पॉवर मौजूद रहता है, लेकिन पॉवर कॉरपोरेशन के निर्देश के मुताबिक डिस्टिब्यूशन को ख्0 घंटे बिजली प्रोवाइड करायी जा रही है। पर हकीकत बिल्कुल इससे उलट है। शहर में परडे सप्लाई के आंकड़ों की बात करें तो डिस्ट्रिब्यूशन द्वारा मात्र 7 से 8 घंटे ही बिजली की सप्लाई हुई है। कोहाड़ापीर और शहदाना जैसे एरिया में तो इतनी भी बिजली सप्लाई नहीं हुई।
मिलती है भरपूर बिजली
बिजली विभाग के पूरे बरेली मंडल में करीब सात लाख कंज्यूमर्स हैं। अर्बन में कंज्यूमर्स की संख्या पौन दो लाख के आस-पास है। पूरे मंडल के कंज्यूमर्स के लिए 97भ् मेगावॉट बिजली की आवश्यकता रोज की है। सिर्फ अर्बन की बात करें तो डेली फ्8भ् मेगावॉट बिजली की जरूरत पड़ती है। इनकी पूर्ति के लिए ट्रांसमिशन ग्रिड में रोजा रिलायंस से 700 और उन्नाव पॉवर हाउस से ब्00 मेगावॉट बिजली डेली आती है। उसके बाद ट्रांसमिशन के सीबीगंज, दोहना और सिविल लाइन पॉवर हाउस के माध्यम से डिस्ट्रिब्यूशन को बिजली प्रोवाइड करायी जाती है। यहां की जरूरतों को पूरा करने के बाद बाकी बची हुई बिजली ट्रांसमिशन द्वारा मुरादाबाद, रामपुर, गुलाबबाड़ा, भमरौला और चंदौसी सप्लाई कर दी जाती है।
बीच रास्ते में ही गायब
पॉवर कारपोरेशन द्वारा तहसील और रूरल में क्0 घंटे, शाहजहांपुर, पीलीभीत और बदायूं में क्भ् घंटें एवं बरेली शहर में ख्0 घंटे बिजली सप्लाई के निर्देश हैं, लेकिन विभागीय कर्मचारियों और ऑफिसर्स के मिलीभगत से हमारे हिस्से की बिजली को बीच में ही गायब कर दी जाती है। सोर्सेज से मिली जानकारी के मुताबिक बरेली के हिस्से में आने वाली बिजली रामपुर और बदायूं कर दी जाती है। इन जगहों पर क्भ् घंटे बिजली सप्लाई का निर्देश होने के बाद भी क्8 से ख्0 घंटे तक बिजली की सप्लाई की जा रही है। वहां के पॉवरफुल नेताओं के वजह से ऐसा किया जा रहा है।
सिटी को कैंडिल का सहारा
ऑफिसर्स की इस धांधली के चलते ही शहरवसियों द्वारा प्रॉपर बिल जमा करने के बाद भी कैंडिल, सोलर सिस्टम और इंवर्टर और जेनरेटर का सहारा लेना पड़ रहा है। इससे बिजली बिल के साथ-साथ लोगों को बाकी चीजों पर भी एक्स्ट्रा पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं, लेकिन विभाग के ऑफिसर्स है कि, मौन धारण किए हुए हैं। रेजिडेंट्स द्वारा आए दिन हंगामा और तोड़फोड़ करने के बाद भी उनके कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही।
ट्रांसमिशन में चौबीसों घंटे पॉवर मौजूद रहता है। पॉवर कॉरपोरेशन से जितनी भी बिजली मिलती है, उसे सप्लाई कर दिया जाता है। डिस्ट्रिब्यूशन की यह जिम्मेदारी बनती है कि उसे एरिया वाइज सप्लाई करे।
-आरपी दूबे, एसई, ट्रांसमिशन डिपार्टमेंट