- बैनामे कराए थे खेत के, मौके पर काट रहे थे कॉलोनियां
BAREILLY: सिटी के नामी बिल्डरों से सवा करोड़ की स्टांप चोरी का मामला पकड़ में आया है। बिल्डर खेत की जमीन का बैनामा कराकर आराम से कॉलोनियां काट रहे थे। प्रशासन ने मामला पकड़ने के बाद अब बिल्डरों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। कमिश्नर विपिन कुमार की सख्ती के बाद अब पुलिस बिल्डरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने में लग गई है।
कमिश्नर ने दिया आदेश
कमिश्नर ने एडीएम एफआर को बड़े बैनामों की समीक्षा करने का आदेश दिया था। जब एडीएम एफआर ने जांच स्टार्ट की तो सांई डेवलपर्स, मॉडर्न विलेज, विंटेज रियलटेक, कैमरी, इरा कंस्ट्रक्शन और रुहेलखंड इंफ्रा सिटी से सवा करोड़ की चोरी का मामले पकड़ में आ गए। इन सभी ने क्फ् बैनामों में घोटाला किया है। जुलाई के महीने में सांई डेवलपर्स के तीन साझेदारों ने रिठौरा-भंडसर रोड पर ख्भ्0 बीघे की तीन टुकड़ों में रजिस्ट्री कराई। खाता संख्या ख्फ्/ख्9, ख्फ्/फ्0, ख्फ्/फ्क् की भरपूर सिंह, प्रेम यादव और उनके तीसरे पार्टनर ने खेती की जमीन दिखाते हुए यह रजिस्ट्री कराई थी, जबकि निरीक्षण में कॉलोनी कटती हुई मिली। एडीएम एफआर ने इस साइट पर क्7.ख्भ् लाख की स्टांप चोरी पकड़ी। ऐसे ही घंघौरा पिपरिया गांव में बस रहे मॉडर्न विलेज के सात बैनामे में भी लाखों की चोरी पकड़ी गई।
ये हैं सबसे बड़े चोर
सबसे बड़ी चोरी रुहेलखंड इंफ्रा सिटी के बैनामे में मिली। कंपनी के नाम पर क्म्900 वर्ग मीटर के दो बैनामे कराए गए थे, लेकिन निरीक्षण में कॉलोनी कटती हुई मिली। दोनों बैनामों में 90.ख्भ् लाख रुपये की स्टांप चोरी पकड़ी। वहीं विंटेज रियलटेक ने भी खेत की रजिस्ट्री कराई, लेकिन मौके पर पहुंचे एडीएम एफआर को वहां भी बाउंड्री खड़ी कर प्लॉटिंग होती मिली। मॉडर्न विलेज में ही कैमरी बिल्डर्स के हनी भाटिया ने आठ हजार वर्ग गज से ज्यादा के खेत की रजिस्ट्री कराई थी, लेकिन मौके पर दीवार खड़ी कर प्लॉटिंग हो रही थी। डीएम संजय कुमार ने भी बैनामों में कर चोरी का मामला पकड़ा। इरा कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के अयूब हसन खां ने खुर्रम गौटिया में ख्ख्0फ् वर्ग मीटर के खाली प्लॉट की रजिस्ट्री कराई, लेकिन मौके पर निमार्1ण मिला।
फर्जी फोटो से होता है खेल
स्टांप चोरी का खेल रजिस्ट्री दफ्तर और बिल्डरों की मिली भगत से होता है। रजिस्ट्री में क्रेता-विक्रेता के साथ-साथ जमीन का हाल का खिंचा फोटो लगाने का नियम है, लेकिन ऐसा न करके बैनामे में खाली जगह के फर्जी फोटो लगा दिए जाते हैं। बड़े बैनामों के साथ-साथ संदिग्ध लगने वाले क्भ्0 बैनामों का तहसीलदार से लेकर डीएम और रजिस्ट्रार तक को हर महीने स्थलीय निरीक्षण करना होता है, लेकिन ऐसा नहीं हो पाता है। अगर ऐसा हो तो और भी करोड़ों की चोरी पकड़ में आ जाए।
स्टांप चोरी करने वाले बिल्डर्स के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दे दिए गए हैं। अब सभी बड़े बैनामों का स्थलीय निरीक्षण कराने की योजना है, ताकि बड़े पैमाने पर हो रही स्टांप चोरी पर शिकंजा कसा जा सके।
-विपिन कुमार द्विवेदी, कमिश्नर