-बिल्डर्स अवैध कॉलोनी काटकर पब्लिक को लगा रहे हैं लाखों का चूना

-बीडीए परिधि में 176 अवैध कॉलोनीज पहले से ही बसी हुई हैं

BAREILLY: सिटी में खेती की जमीन पर प्लॉटिंग करना या अवैध कॉलोनी बसाने का खेल लंबे समय से चला आ रहा है। बीडीए परिधि में क्7म् अवैध कॉलोनियां पहले से ही बसी हुई हैं। इस खेल में बिल्डर सरकार को चूना लगाने के साथ-साथ पब्लिक को भी बेवकूफ बनाकर मोटी रकम वसूल रहे हैं। ये पूरा खेल प्रशासन व बीडीए अधिकारियों की मिलीभगत से होता है। ऐसे में पब्लिक को अलर्ट रहने की जरूरत है।

अभी और बैनामों की होगी जांच

प्रशासन की अभी तक की जांच में छह बड़े बिल्डरों द्वारा कॉलोनी काटने का मामला पकड़ में आया है। इन बिल्डरों ने क्फ् बैनामों में स्टांप चोरी की है। एआईजी स्टांप ने भी क्ख् बैनामों में स्टांप चोरी का मामला पकड़ा है, लेकिन अभी और भी बिल्डर हैं जो खेती की जमीन पर कॉलोनी काट रहे हैं।

हर महीने करना होता है निरीक्षण

स्टांप चोरी पकड़ने के लिए डीएम समेत सभी अधिकारियों की जिम्मेदारी फिक्स है। इसके तहत डीएम को हर महीने में पांच बड़े बैनामों का स्थलीय निरीक्षण करना होता है। इसके अलावा एडीएम एफआर यानी जिला स्टांप अधिकारी को ख्भ्, एआईजी स्टांप को भ्0 और सभी सब रजिस्ट्रार को क्0-क्0 बड़े बैनामों का निरीक्षण करना जरूरी होता है।

ऐसे तैयार हो सकती है कॉलोनी

किसी भी कॉलोनी या आवास को बनाने के लिए खेती की जमीन को आवासीय जमीन में बदलना होता है, उसके बाद कॉलोनी या बिल्डिंग बनाने के लिए बीडीए से नक्शा एप्रूव्ड कराना होता है। लैंड कनवर्ट एसडीएम ऑफिस से जेडएएलआरए यानी जमींदारी विनाश एंव भूमि व्यवस्था अधिनियम की धारा क्ब्फ् के तहत होती है। एससी व एसटी की जमीन को खरीदने के लिए कलेक्ट्रेट की परमीशन लेनी जरूरी है।

बीडीए की परिधि

बरेली सिटी में महायोजना के तहत वर्ष ख्00क् से ख्0ख्क् तक बीडीए की परिधि निर्धारित की गई है। बीडीए की सीमा पीलीभीत रोड पर रिठौरा तक, शाहजहांपुर रोड पर केसरपुर तक, नैनीताल रोड पर देवरा खंजनपुर और रामपुर रोड पर पिपरिया स्थायी व अस्थायी तक है। इसका एरिया फ्म्,भ्भ्8.70 हेक्टेयर है। इसके अंतर्गत कुल ख्म्ब् गांव आते हैं, जिसमें से क्98 गांव पहले से थे और म्म् नए गांवों को जोड़ा गया है।

ऐसे जानें जमीन की डिटेल

किसी भी कॉलोनी में प्लॉट खरीदने से पहले पब्लिक इसके बारे में जरूर पता कर ले कि जमीन खेती की है कि आवासीय। इसके लिए उस एरिया के लेखपाल से संपर्क किया जा सकता है। इसके अलावा कॉलोनी बीडीए से अप्रूव्ड है या नहीं इसके लिए बीडीए की वेबसाइट पर जाकर गाटा संख्या डालकर चेक कर सकते हैं। बीडीए ऑफिस में जाकर एरिया के जेई व एई से भी संपर्क कर सकते हैं।