भरी बोर्ड बैठक में मेयर ने लगाए टैक्स में धांधली के सीधे आरोप
एक बाबू सस्पेंड, दो दिन में दोषी अधिकारी पर कार्रवाई के निर्देश
BAREILLY: बीते कई महीनों से नगर निगम में गरमाए टैक्स के मुद्दे ने सैटरडे को एकाएक हंगामे की शक्ल ले ली। सैटरडे को निगम में हुई रिवाइज्ड बजट की बोर्ड बैठक में मेयर डॉ। आईएस तोमर ने चीफ टैक्स ऑफिसर राकेश कुमार सोनकर पर एक होटल के टैक्स बिल में की गई धांधली में शामिल होने के आरोप लगाए। यह पहला मौका रहा जब भरी बोर्ड बैठक में मेयर ने खुद किसी बड़े अधिकारी पर करप्शन के सीधे आरोप लगाए। टैक्स बिल में धांधली से नाराज मेयर के कड़े तेवर से बैठक में सनसनी फैल गई। पार्षदों ने करप्शन पर चीफ टैक्स ऑफिसर को घेरते हुए कार्रवाई की मांग कर डाली। बता दें कि एक दिन पहले ही आई नेक्स्ट ने निगम में बिल बढ़ाकर जनता से उन्हें एडजस्ट कराने के नाम पर कर्मचारियों की ओर से वसूली के खेल का मामला उठाया था। बोर्ड बैठक में पार्षदों व कार्यकारिणी सदस्यों के बाद खुद मेयर के इस कदम से निगम में खुले आम टैक्स वसूली के खेल का खुलासा हुआ।
म् लाख कम कर दिया टैक्स
बोर्ड बैठक में टैक्स बिलों में धांधली और फिर वसूली का मामला सपा पार्षद दल नेता राजेश अग्रवाल ने उजागर किया। सिविल लाइंस में जंक्शन रोड पर बने एक होटल से पिछले साल तक निगम करीब क्.फ्भ् लाख रुपए टैक्स वसूलता था। साल ख्0क्ब् में बढ़े रेट पर निगम के टैक्स विभाग ने होटल पर 7.7म् लाख का टैक्स लगाया। होटल मालिक के साथ बिल एडजस्ट कराते हुए विभाग के अधिकारियों ने नया टैक्स क्.8ख् लाख रुपए तय किया। होटल का टैक्स बिल पहले गलत बन गया तो यह गलती कैसे हुई और अगर पहले बनाया गया बिल सही था तो बाद में करीब म् लाख रुपए का टैक्स कैसे कम हो गया। चीफ टैक्स अधिकारी ने इसकी जानकारी न होने की बात की।
मेयर बोले, <द्गठ्ठद्द>ह्लद्धद्बह्य द्बह्य द्यद्बद्वद्बह्ल
पार्षद नेता के खुलासे से मालूम हुआ कि टैक्स विभाग के अधिकारियों ने दस्तावेजों में होटल के कवर्ड एरिया के साथ हेरफेर कर घपला किया। होटल का कवर्ड एरिया क्7,भ्0भ् स्क्वायर फीट था, लेकिन टैक्स टीम ने जेबें गर्म करते हुए साठगांठ के बाद होटल का नया एरिया महज ब्09भ् स्क्वायर फीट दिखा दिया। इस फर्जीवाड़े पर पार्षदों ने चीफ टैक्स अधिकारी से बिल कम करने का फार्मूला पूछा। साथ ही सवाल दागे कि क्या शासनादेश आए बिना ही होटल को टैक्स में छूट दी गई। मेयर ने इतने बड़े फर्जीवाड़े पर चीफ टैक्स अधिकारी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि दिस इज लिमिट। मेयर ने कहा कि ख्भ् दिन पहले गड़बड़ी की जानकारी दिए जाने के बाद चीफ टैक्स अधिकारी ने होटल को नया बिल जारी कर दिया।
फिर बड़ी मछली को बचाने की कोशिश
चीफ टैक्स ऑफिसर के खिलाफ इतने बड़े आरोप के बाद पार्षदों ने धांधली करने वालों पर कार्रवाई की मांग की। बढ़ते दबाव पर नगर आयुक्त शीलधर सिंह यादव तो चुप्पी साध गए। वहीं टैक्स के इंचार्ज होने के चलते अपर नगर आयुक्त सच्चिदानंद सिंह को सफाई देनी पड़ी। अपर नगर आयुक्त ने अगले दो दिन में मामले की जांच कराने और दोषी अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया। मेयर ने मामले की फाइल देख रहे बाबू को तुरंत सस्पेंड करने के निर्देश दिए। इस तरह पूरे मामले में एक बार फिर बाबू पर तो कार्रवाई की गाज गिरा दी गई। लेकिन बड़े घपलेबाज अधिकारियों को फिलहाल जांच के नाम पर एक बार फिर बचाने की कोशिश की गई।
अब डॉक्टर लगा रहे टैक्स पर चक्कर
शहर के एक रिनाउंड प्रोफेसर को बिल एडजस्ट कराने को दौड़ाने वाले निगम के खिलाफ एक डॉक्टर को भी बिल के फेर में कोर्ट कचहरी के चक्कर लगवाने के आरोप बोर्ड बैठक में लगे। पार्षद ओवेश शाह ने सदन में आरोप लगाए कि डेलापीर रोड पर एमके खान हॉस्पिटल के ओनर डॉ। जावेद खान पर क्0 गुना से ज्यादा बिल बढ़ा दिया गया। पिछले साल तक डॉ। खान को हॉस्पिटल का टैक्स बिल फ्0 हजार रुपए अदा करना होता था। इस साल टैक्स विभाग के अधिकारियों ने उनसे फ्.फ्0 लाख रुपए बतौर टैक्स चार्ज किए। इस पर कई शिकायतों के बावजूद जब निगम से राहत न मिली और न ही अधिकारियों की जेबें गर्म की गई तो मजबूरी में डॉ। खान कोर्ट की शरण में जाने को मजबूर हुए।
कोट
मैं टैक्स की इस धांधली को लेकर आप पर (चीफ टैक्स ऑफिसर) सीधा आरोप लगा रहूं, गड़बडि़यों की जानकारी हो जाने के बाद भी बिल जारी कर दिया। यह बहुत ही गंभीर मामला है।
डॉक्टर आईएस तोमर, मेयर
अगले दो दिनों में पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और दोषी अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सच्चिदानंद सिंह, अपर नगर आयुक्त