-प्रमुख सचिव के सामने मूक बधिर बच्चों ने फोटो दिखाकर बताई स्कूल की हकीकत
-बच्चों से ही बनवाया जाता है खाना, यूनिफार्म में भी बतायी कमियां
-लोहिया ग्राम में दोबारा गली का निमार्ण कराने के दिए आदेश
BAREILLY: प्रमुख सचिव नवनीत सहगल की फटकार अधिकारियों को दूसरे दिन भी खानी पड़ी। मूक बधिर बच्चों ने खुद से खाना बनवाने की फोटो दिखाई और ड्रेस में भी खामी बतायी, जिस पर प्रमुख सचिव ने जिम्मेदारों को सस्पेंशन की चेतावनी दी। लोहिया ग्राम में गली के निमार्ण में कमी होने के चलते उसे दोबारा बनाने का आदेश दिया। गांव वालों के साथ पंचायत लगायी और शिकायत पर तुंरत टूटे खंभे और एंबुलेंस का टेस्ट भी कर लिया। इस दौरान उन्होंने कैंट थाना, जिला अस्पताल में भी निरीक्षण किया और खामियां मिलने पर इन्हें जल्द दूर करने के आदेश दिए।
टाइट आ रही थी यूनिफार्म
प्रमुख सचिव ने मूक-बधिर बच्चों के संकेत विद्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने जब मूक-बधिर बच्चों से लिखवा कर उन्हें मिलने वाले नाश्ता-खाने के बारे में जानकारी की तो बच्चों ने एक फोटो उन्हें दिखाया जिसमें वो खुद खाना बना रहे थे। यही नहीं कई बच्चों के यूनिफार्म टाइट आ रही थीं। इस पर उन्होंने सीडीओ को निर्देश दिया कि ख्0-ख्भ् दिन के अंदर स्कूल का निरीक्षण करें और बच्चों को अच्छा खाना और मानकों के अनुरुप यूनिफार्म दिलाएं।
तुरंत करायी खंभा गिरा होने की जांच
इस दौरान उन्होंने लोहिया ग्राम गोकिलपुर में निर्मित सीसी रोड,लोहिया आवासों का इंस्पेक्शन किया। गली नम्बर क्ब् में सीसी रोड की क्रस्ट की मोटाई की जांच कराई। जिसमें कमी मिलने पर काम करा रही संस्था को गली को दोबारा मानक केअनुरूप निर्माण करने के निर्देश दिये। उन्होंने घपला करने वाले अवर अभियंता के खिलाफ कार्यवाही का आदेश भी दिया। कुछ गावों वाले ने शिकायत की कि उनसे कम गरीब लोगों को आवास दिए, लेकिन उन्हें नहीं दिए। इस पर प्रमुख सचिव ने एसडीएम, पीडी, डीआरडीए, और बीडीओ की ज्वाइंट से जांच कराकर रिपोर्ट तलब की है। इसके अलावा उन्होंने ग्रामीणों की शिकायत पर गिरे हुए बिजली के खंभे की जांच कराकर जेई के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया।
डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में दवाओं के स्टॉक की लिस्ट लगवाने के दिए निर्देश
प्रमुख सचिव ने थर्सडे को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल का भी दौरा किया। दोपहर ठीक ढाई बजे प्रमुख सचिव काफिला हॉस्पिटल में पहुंचा। छुट्टी होने के चलते सीएमओ ऑफिस बंद था, वहीं ओपीडी भी क्ख् बजे बंद हो गई थी। प्रमुख सचिव ने सीधे इमरजेंसी वार्ड का रूख किया। वहां मौजूद मरीजों से दवा मिलने और इलाज के बारे में पूछा। साथ ही पैसे लिए जाने और बाहर से दवा खरीदवाने की भी जानकारी ली। इसके बाद इमरजेंसी वार्ड के मेल व फीमेल ट्राईज में मरीजों का हाल चाल लिया। प्रमुख सचिव ने सीएमओ डॉ। विजय यादव व सीएमएस डॉ। आरसी डिमरी से अपने क्फ् दिसंबर ख्0क्फ् के दौरे के दौरान मिली खामियों की प्रगति रिपेार्ट मांगी। प्रमुख सचिव ने इमरजेंसी ट्रे के इंतजाम देखे साथ ही स्टाफ इंचार्ज से दवाओं की खपत के ब्यौरे रोजाना रजिस्टर पर दर्ज करने के निर्देश दिए। इसके अलावा प्रमुख सचिव ने इमरजेंसी की दवाओं का स्टॉक देखा। उन्होंने जिम्मेदारों से वार्ड में दवाओं का स्टॉक व उनकी सूची का ब्यौरा चस्पा कराने के निर्देश दिए। इस दौरान दौली रघुबरदयाल के रामपाल ने बताया कि पांच साल पहले पत्नी मुन्नी देवी की नसबंदी कराई लेकिन एक दिन पहले फिर बच्चा हो गया। सीएमओ साहब से शिकायत की तो उन्होंने उल्टा जेल भेजने की धमकी दी।