9 centres पर entrance

संडे को आरयू ने एलएलबी और एलएलएम में एडमीशन के लिए 9 सेंटर्स पर इंट्रेंस टेस्ट कराया। इन पर 4,844 स्टूडेंट्स ने रजिस्टे्रशन कराया था। बरेली कॉलेज में एलएलबी के लिए 6 सेंटर्स बनाए गए थे। इन पर 3,000 स्टूडेंट्स रजिस्टर्ड थे। जवाहर मीना में एलएलबी के लिए 440 स्टूडेंट्स अलॉट थे। वहीं यूनिवर्सिटी कैंपस में दो सेंटर्स बनाए गए थे। एग्जामिनेशन हॉल में एलएलबी के लिए 440 स्टूडेंट्स अलॉट थे वहीं आईईटी में एलएलएम के लिए 704 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया था।

पर्चियां पहुंचाई गईं

सोर्सेज की मानें तो एग्जाम के दौरान बीसीबी में रूम के अंदर कई स्टूडेंट्स को पर्चियां पहुंचाई गईं। पर्चियों पर क्वेश्चंस के आंसर्स लिखे हुए थे। नाम न बताने की शर्त पर दबी जबान में स्टूडेंट्स ने यह स्वीकार किया कि कई स्टूडेंट्स ऐसे थे, जिनके लिए नकल की पूरी व्यवस्था थी। बाहर से पर्चियां अंदर आ रही थीं। स्टूडेंट्स आराम से नकल कर रहे थे। कोई भी इस पर लगाम लगाने की कोशिश नहीं कर रहा था।

जवाहर मीना में हंगामा

जवाहर मीना सेंटर पर आखिरी के आधे घंटे में कॉलेज के बाहर जमकर हंगामा हुआ। स्टूडेंट्स के साथ काफी संख्या में छात्र नेता इकट्ठे थे। सोर्सेज की मानें तो चीटिंग के विवाद में कॉलेज के बाहर दो छात्रगुट आपस में भिड़ गए। मारपीट तक हो गई। करीब आधे घंटे तक हंगामा चलता रहा।

RU में 20 मिनट तक room बंद

यूनिवर्सिटी के एग्जामिनेशन रूम में भी लास्ट मूमेंट पर जमकर हंगामा हुआ। यहां के फस्र्ट फ्लोर पर प्रो। पीके यादव और प्रो। एके गुप्ता ऑब्जर्वर के रूप में मौजूद थे। एग्जाम खत्म होने के आधे घंटे पहले स्टूडेंट्स हंगामे पर उतर आए। लास्ट के 20 मिनट में स्टूडेंट्स ने एग्जाम रूम का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया और जमकर अव्यवस्था फैलाई। इस रूम में 384 स्टूडेंट्स एग्जाम दे रहे थे। दोनों ही ऑब्जर्वर ने कोऑर्डिनेटर को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।

पकड़ा गया एक नकलची

एग्जाम शुरू होने के एक घंटे के भीतर ही यूनिवर्सिटी में एक स्टूडेंट पर्ची के साथ नकल करते पकड़ा गया। इंट्रेंस एग्जाम के कोऑर्डिनेटर प्रो। वीपी सिंह ने चेकिंग के दौरान उसे पकड़ा। उन्होंने तुरंत उसे अनफेयर मींस के तहत बुक कर एग्जाम से बाहर का रास्ता दिखा दिया। वहीं ग्राउंड फ्लोर पर कई छात्रनेता रूम से बाहर झुंड में पानी पीते दिखाई दिए। उन्होंने उन सभी को फटकार लगाते हुए रूम में जाने को कहा और पीने की व्यवस्था रूम में ही प्रोवाइड करने के निर्देश दिए।

छात्र नेता भी शामिल

यहां पर बीसीबी स्टूडेंट्स यूनियन के प्रेसीडेंट जवाहर लाल और सेक्रेट्री हृदेश यादव भी एग्जाम दे रहे थे। एग्जाम खत्म होने के आधे घंटे पहले एग्जामिनेशन हॉल के बाहर जमा स्टूडेंट्स ने जमकर हंगामा किया। इनमें बरेली समेत दूसरे डिस्ट्रिक्ट के भी छात्र नेता शामिल थे। सोर्सेज की मानें तो एक छात्र गुट डेढ़ घंटे लेट आई एक स्टूडेंट को इंट्री दिलाने की कोशिश कर रहा था। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने बताया कि नकल न करने दिए जाने पर स्टूडेंट्स ने हंगामा किया।

गायब रहे मुखिया

यूनिवर्सिटी इतना बड़ा इंट्रेंस एग्जाम कंडक्ट करा रही थी लेकिन इसकी व्यवस्था को संभालने के लिए मुखिया ही गायब रहे। यूनिवर्सिटी में वीसी प्रो। मुहम्मद मुजम्मिल और रजिस्ट्रार केएन पांडेय अवकाश पर थे। वीसी गोरखपुर में ऑर्गनाइज किए गए वीसी सम्मेलन में भाग लेने गए हुए थे। वहीं बीसीबी में प्रिंसिपल डॉ। आरपी सिंह भी छुट्टी पर थे।

जांच कमेटी गठित करने की संस्तुति

प्रो। वीपी सिंह ने बताया कि एग्जामिनेशन हॉल में हुए हंगामे की रिपोर्ट ऑब्जर्वर ने सौंप दी है। उसी के आधार पर उन्होंने भी रिपोर्ट बनाकर वीसी को भेज दिया है। उन्होंने रिपोर्ट में एक जांच कमेटी गठित कर मामले की जांच कराने की संस्तुति की है। उन्होंने बताया कि इस प्रकरण को एग्जामिनेशन कमेटी में भी रखा जाएगा। बाकी सेंटर्स से उन्हें किसी भी तरह की मिसमैनेजमेंट की रिपोर्ट नहीं मिली है।

आधे घंटे पहले ही हो गई छुट्टी

एलएलबी और एलएलएम दोनों की एग्जाम टाइमिंग 8 से 11 बजे थी। लेकिन बीसीबी ने एग्जाम खत्म होने के आधे घंटे पहले ही सभी स्टूडेंट्स को जाने दिया। करीब 10:30 बजे अधिकांश एग्जाम रूम खाली हो चुके थे। इक्के-दुक्के स्टूडेंट्स ही एग्जाम दे रहे थे। इसके पीछे कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन का यह तर्क था कि स्टूडेंट्स एग्जाम खत्म कर चुके थे और जाने की जिद्द कर रहे थे। एग्जाम रूम में हंगामा न हो इसलिए उन्हें जाने दिया। जबकि इंट्रेंस टेस्ट के कोऑर्डिनेटर प्रो। वीपी सिंह ने बताया कि एग्जाम खत्म होने से पहले किसी को भी बाहर जाना अलाउ नहीं था।

एग्जामिनेशन हॉल में थोड़ा बहुत हंगामा हुआ। स्टूडेंट्स ने आखिरी मूमेंट पर अंदर से रूम का दरवाजा बंद कर दिया था। नकल न करने देने पर उनका गुस्सा फूटा। ऑब्जर्वर की रिपोर्ट पर मैंने वीसी को रिपोर्ट भेज दी है। प्रकरण पर जांच कमेटी बैठाने की संस्तुति कर    दी है।

-प्रो.वीपी सिंह,

इंट्रेंस एग्जाम कोऑर्डिनेटर, आरयू