- राम भरोसे सेमेस्टर एग्जाम्स

- लॉ और बीबीए व बीसीए बिल्डिंग में स्टूडेंट्स लीडर्स की जबरदस्त दबंगई

BAREILLY: बीबीए, बीसीए, बीएड और एलएलबी ये सभी प्रोफेशनल कोर्सेज हैं। इनकी डिग्रियों का काफी महत्व होता है। इसलिए इनके एग्जाम्स को स्टूडेंट्स काफी सिरियसली लेते हैं, लेकिन बरेली कॉलेज में इन सभी कोर्सेज के सेमेस्टर के एग्जाम्स राम भरोसे चल रहे हैं। बीबीए के एग्जाम्स ख्0 जून से स्टार्ट हो गए हैं, जबकि वेडनसडे से एलएलबी थ्री व फाइव ईयर, बीसीए और बीएड के एग्जाम्स भी स्टार्ट हो गए हैं। इन एग्जाम्स की सिरियसनेस पूरी तरह से खत्म हो गई है। स्टूडेंट्स लीडर्स ने एग्जाम्स के दौरान जबरदस्त दबंगई फैला रखी है। खुलेआम नकल हो रही है। ना कोई रोकने वाला, ना टोकने वाला। कोई हिम्मत दिखाता भी है तो स्टूडेंट्स लीडर्स की दबंगई के आगे कदम पीछे खींच लेता है।

सरेआम हो रही है नकल

एलएलबी, बीबीए और बीसीए में स्टूडेंट्स लीडर्स सरेआम नकल कर रहे हैं। वेडनसडे को बीबीए के क्लासरूम नम्बर क् में स्टूडेंट लीडर ने सरेआम नकल कर सभी के नाक में दम कर दिया। मौके पर मौजूद टीचर्स ने रोकने की कोशिश की तो उन्हीं पर हावी हो गया। दबंगई का आलम यह था कि उसका जब मन चाहे क्लासरूम से बाहर आ जा रहा था। कोई भी उस पर लगाम लगाने के लिए हिम्मत नहीं जुटा पाया। मामला बढ़ा तो सब इसे निबटाने में लग गए। किसी ने भी कंप्लेन दर्ज कराई। बीबीए फोर्थ सेमेस्टर का एक और स्टूडेंट पिछले काफी दिनों से टीचर्स के नाक में दम किया हुआ है। सरेआम नकल सामग्री लेकर नकल करता है। इन घटनाओं की पूरे कैंपस में चर्चा है, लेकिन लाख टके का सवाल है कि बिल्ली के गले में घंटी कौन बांधे। वेडनसडे शाम से शुरू हुए एलएलबी के एग्जाम्स में भी कमोबेश सीन यही था। स्टूडेंट्स लीडर्स खुलेआम नकल करते दिखाई दिए।

एक दिन पहले चेंज हुआ सेंटर

एलएलबी एग्जाम में स्टूडेंट्स लीडर्स नकल कर सकें और अपने चहेतों को चेकिंग करा सकें इसके लिए कॉलेज ने खूब बंदोबस्त किए। एग्जाम शुरू होने के महज एक दिन पहले उनके दबाव में कॉलेज ने एलएलबी का सेंटर लॉ बिल्डिंग में कर दिया। कैंपस के एक कोने में यह बिल्डिंग होने की वजह से यहां पर होने वाले घपले जिम्मेदारों की नजर से दूर रहता है। कोई भी जब चाहे इस बिल्डिंग में बेधड़क इंटर कर लेता है।

भाड़े के टीचर्स के भरोसे एग्जाम

रेगुलर टीचर्स वैकेशन पर हैं। ऐसे में ये प्रोफेशनल एग्जाम्स को कंडक्ट कराने की जिम्मेदारी भाड़े के टीचर्स पर है। पारिश्रमिक के लालच में काफी संख्या में बाहर के टीचर्स तैनात किए गए हैं। इन टीचर्स ने दूसरों को नकल कराने के लिए मनमाफिक रूम में तैनाती ले रखी है। मजेदार बात यह है कि अधिकांश टीचर्स की तैनाती खुद स्टूडेंट्स लीडर्स ही करवाते हैं। यही नहीं कॉलेज में फ्लाईग स्क्वॉयड का अता पता नहीं है।