बरेली के पीडि़त की शिकायत पर नोएडा एसटीएफ ने मास्टर माइंड समेत पकड़े 8 ठग
काल सेंटर के जरिए लोगों को फंसाते थे जाल में, 14 करोड़ की अब तक कर चुके थे ठगी
केस 1- बरेली के इंद्रानगर प्रेमनगर निवासी अनूप कुमार खंडेलवाल ने अपनी छत पर टॉवर लगवाने के लालच में 60 हजार रुपए गंवा दिए थे। 6 जनवरी को हुई ठगी की उन्होंने 21 जनवरी को प्रेमनगर थाना में एफआईआर दर्ज कराई।
केस 2- लखनऊ के एलडीए कालोनी कानपुर रोड निवासी विनोद कुमार भी टावर लगवाने के लालच में ठगों के जाल में फंस गए। उनसे भी ठगों ने हजारों रुपए एकांउट में डलवाकर हड़प लिए। उन्होंने भी लखनऊ में आरोपियों के खिलाफ ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ: फ्राड के एक ऐसे नेटवर्क का एसटीएफ ने खुलासा किया है, जिनकी वर्किंग को देखकर अच्छा खासा पढ़ा लिखा भी गच्चा खा जाए। बिल्कुल कॉरपोरेट कंपनी की वर्किंग की अंदाज में वह फ्राड करते थे। खास बात यह थी कि इन ठगों ने कॉल सेंटर से लेकर फ्राड करने के लिए वेबसाइट और फर्जी कंपनी तक बना रखी है। खास बात यह है कि यह घर में टॉवर लगवाने, हॉलीडे पैकेज देने, एटीएम लगवाने, इंश्योरेंस कराने और लोन पास कराने जैसे हर मामले में लोगों को ठगी करके चुना लगाते थे। इन फ्राड के चक्कर में बरेली के अनूप खंडेलवाल सहित दो लोग के फंसने की बात सामने आई है। अनूप खंडेलवाल की एफआईआर पर जांच कर रही बरेली पुलिस ने नोएडा में एसटीएफ के साथ मिलकर इन ठगों को गिरफ्तार किया है।
ये हैं आठ महाठग
एसटीएफ नोएडा ने कार्रवाई करते फ्राड करने वाले आठ ठगों को गिरफ्तार किया है। उनमें हरविंद्र सिंह उर्फ हरवंश सिंह, शारिक, विष्णु कुमार, खालिद, रत्नेश, विशाल, आशीष कुमार त्यागी और अशोक कुमार है। हरविंद्र सिंह गैंग का मास्टर माइंड है। सभी ग्रेजुएट हैं। इनके पास से 20 वाकी टाकी सैट, 1 हुंडई कार, 57 लाख रुपए की कीमत के 137 चेक, 2800 रुपए कैश, रिलायंस कंपनी का फर्जी पेड, रिलायंस 3 जी का टावर लगवाने का एग्रीमेंट, 64 काल सेंटर का डाटा और फर्जी कंपनी के मेमोरेंडम व आर्टिकल की कापी बरामद हुई हैं। पुलिस ने लक्ष्मीनगर स्थित इनके दो काल सेंटर को भी सीज किया है।
बरेली के अनूप को भी बना चुके हैं शिकार
बरेली के इंद्रानगर प्रेमनगर निवासी अनूप कुमार खंडेलवाल ने इन ठगों के शिकार हो गए थे। छत पर टावर लगवाने के नाम पर इन ठगों ने अनूप से 60 हजार रुपए ले लिए थे। बाकायदा फर्जी कागज भी दिए थे। लेकिन जब अनूप को पता चला तो उन्होंने 6 जनवरी को हुई ठगी की 21 जनवरी को प्रेमनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई। जिसके बाद इस केस की जांच बरेली पुलिस के विनोद कुमार को सौंपी गई। विनोद कुमार कांटीन्यू इन को चेस कर रहे थे, कुछ जानकारी मिलने पर उन्होंने एसटीएफ के साथ शेयर की। उसके बाद एसटीएफ ने पूरा जाल बिछाकर नोएडा ने इन आठ ठगों को शनिवार को गिरफ्तार किया है।
देशभर में नेटवर्क, 14 करोड़ से ज्यादा की ठगी
पुलिस ने बताया कि ठगों का यह नेटवर्क पूरे देश में लोगों को फंसाने का काम करता है। अब तक हुई पूछताछ में पता चला है कि यह अब तक 14 करोड़ रुपए की ठगी कर चुके हैं। लोग आसानी से फंस जाएं , इसके लिए काल सेंटर तक खोल रखा है। जहां पर युवतियां और पैसों का लेनदेन करने वाले चैनल पार्टनर शामिल होते थे। एसटीएफ ने ठगों के पास से बड़ी संख्या में बाकी टाकी, चेक व अन्य सामान भी बरामद किया है।
वेबसाइट पर एड्रेस फर्जी
बरेली और लखनऊ के पीडि़तों की सूचना को एसटीएफ ने डेवलेप करना स्टार्ट किया तो पता चला कि ठग फर्जी वेबसाइट एक्सिस वेल्यू डॉट काम बनाकर काल सेंटर में मौजूद गर्ल्स के जरिए पब्लिक को अपनी बातों में फोन पर बात कर फंसाते हैं। पब्लिक को काफी लालच दिया जाता है। फिर उनसे चेक और डीडी के जरिए विभिन्न बैंक एकाउंट में जमा करा लेते थे। फर्जी वेबसाइट में नाम, एड्रेस व सभी इनफॉरमेशन गलत भरी गई थी।
फर्जी कंपनी भी बनाई
एसटीएफ के मुताबिक बरेली के अनूप खंडेलवाल केस के आईओ विनोद कुमार के साथ एसटीएफ टीम को लगाकर मास्टर माइंड हरविंद्र को यामाहा चौक नोएडा से पकड़ लिया गया। हरविंद्र से पूछताछ के बाद अन्य ठगों को भी शकूरपुर दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में सरगना ने बताया कि न्3द्बह्य1ड्डद्यह्वद्ग ष्टड्डह्मस्त्र क्कह्मद्ब1ड्डह्लद्ग रुह्लस्त्र। नाम से एक कंपनी बना रखी है। कंपनी का प्रेजेंट आफिस 308 छावड़ा कांप्लेक्स लक्ष्मीनगर दिल्ली में है। वह कंपनी का आफिस दो-तीन महीने में किराए के मकान एग्रीमेंट कराकर बदलता रहता था। उसने ड्ड3द्बह्य1ड्डद्यह्वद्ग.द्बठ्ठ नाम की फर्जी कंपनी भी बना रखी है।
डाटा चोरी कर बड़ी चोरी
वेबसाइट के जरिए ठग कस्टमर डाटा एवं डाटा वेंडर से डाटा चोरी कर और टेलीफोन कंपनियों के कर्मचारियों से डाटा खरीदकर पब्लिक को फोन कराते थे। काल सेंटर भी फर्जी एग्रीमेंट कराकर लेते थे। काल सेंटर में 15-20 गर्ल्स कस्टमर्स को कालिंग करने के लिए सैलरी और टारगेट बेस पर रखते थे। यही गर्ल्स टावर लगाने, हाली डे पैकेज, लोन, इंश्योरेंस व एटीएम लगाने के नाम पर फोन करते थे। गर्ल्स पब्लिक को अपनी बातों के जाल में फंसाकर ज्यादा कमाई का लालच देते थे। उसके बाद उनसे गाजियाबाद और नोएडा स्थित ड्ड3द्बह्य1ड्डद्यह्वद्ग, ह्वठ्ठद्बश्रठ्ठ1ड्डद्यह्वद्ग और ठ्ठद्गह्ल1ड्डद्यह्वद्ग कंपनियों में कॉरपोरेशन बैंक, एस बैंक, एचडीएफसी बैंक, इंडस बैंक में चैक, एनएफटी और डीडी के जरिए पैसा जमा करा लेते थे।
64 चैनल पार्टनर किए तैयार
ठगों ने काल सेंटर चलान के लिए चैनल पार्टनर बनाए थे। इसके लिए 64 चैनल पार्टरन से एग्रीमेंट किया गया था। यही चैनल पार्टनर कंपनी के लिए ग्राहक फंसाते थे। कस्टुमर्स का पैसा कंपनी को मिलता था। चैनल पार्टनर को परसेंटेज के हिसाब से एमाउंट दिया जाता था। चैनल पार्टनर रेंट एग्रीमेंट करके काल सेंटर ओपन करते और इनमें शिक्षिति बेरोजगार गर्ल्स और ब्यायज को न्यूनतम सैलरी देते थे। चैनल पार्टनर के आफिस में ही चैक कोरियर से मंगाए जाते थे। चेक को मास्टरमाइंड अपने एकांउट में डालकर रकम निकाल लेता था। चैनल पार्टनर को रकम देने के बाद बची राशि एनजीओ के एकाउंट में भी ट्रांसफर कर देता था। पिछले आठ महीने के ड्ड3द्बह्य1ड्डद्यह्वद्ग ष्ड्डह्मस्त्र श्चह्मद्ब1ड्डह्लद्ग द्यह्लस्त्र के स्टेटमेंट से करीब 12 करोड़ और ह्वठ्ठद्बश्रठ्ठ 1ड्डद्यह्वद्ग के एकाउंट में 1 करोड़ 14 लाख रुपए जमा कराए गए।
बरेली के अनूप अग्रवाल की शिकायत पर करोड़ों की ठगी का भंडाफोड़ कर आठ ठगों को गिरफ्तार किया गया है। बड़ी संख्या में चेक व अन्य सामान बरामद हुआ है।
त्रिवेणी सिंह, एसपी एसटीएफ