BAREILLY: आस्था के पर्व छठ का खुमार बरेलियंस के भी सिर चढ़ कर बोल रहा है। वैसे तो श्रद्धा भाव का यह त्योहार मूलत: बिहार और पूर्वांचल के लोगों द्वारा मनाया जाता है, लेकिन बरेली में भी कुछ ऐसे परिवार हैं, जो इस त्योहार को पूरी निष्ठा और श्रद्धा के साथ मनाते हैं। इज्ज्तनगर निवासी एक फैमिली भी इस त्योहार को पूरे पारंपरिक तरीके से मना रही है। आइए आपको उनसे मिलवाते हैं।

सास के कहने पर किया शुरू

रेलवे कर्मचारी अमर देव सिंह की पत्‍ि‌न किरन देवी ने बताया कि उनके परिवार में छठ का त्योहार काफी समय से मनाया जाता है। अमर देव सिंह मूलत: छपरा, बिहार के रहने वाले हैं। हर साल उनका पूरा परिवार इस त्योहार को परम्परा के अनुसार मनाता है। किरन सिंह ने बताया कि उन्होंने अपनी सास के कहने पर छठ का व्रत रखना शुरू किया था। छठ का व्रत वह करीब बीस साल से रहती हैं।

छपरा को करते हैं मिस

अमर देव सिंह के बच्चे अमित सिंह, उददेश्य सिंह और स्वाती ने बताया कि उनके गांव में यह त्योहार काफी धूमधाम से मनाया जाता है। करीब चार दिन तक चलने वाले इस त्योहार को पूरे परिवार और रिश्तेदारों के साथ मनाने का अलग ही आनंद हैं। यहां पर सिर्फ कुछ ही बिहार की फैमिली हैं जो छठ का व्रत रहती हैं। ऐसे में हमें छपरा की बहुत याद अाती है।

घर में बना लिया है हौदा

व्रत रहने वाली महिलाएं तालाब या नदी में खड़े होकर सूर्य को अ‌र्घ्य देती हैं। पास में तालाब या नदी न होने के कारण अमर देव ने अपने घर के अंदर की एक हौदा बना लिया है, जिसमें उनकी पत्‍‌नी हर साल खड़े होकर सूर्य को अ‌र्घ्य देती हैं।

पूरे मोहल्ले के लोग आते हैं

इस अनूठे त्योहार को अमर देव सिंह की फैमली के साथ-साथ पूरे मोहल्ले लोग सेलीबे्रट करते हैं। किरन सिंह ने बताया कि छठ के त्योहार की महत्ता देखते हुए उनके पड़ोस के लोग भी इसमें शामिल होते हैं। इस दौरान लोक गीत के अलावा माता रानी के भजनों को गाया जाता है। दो दिनों तक हर्षोल्लास का माहौल होता है।