Radiation के tower में bareillians

इंफॉरमेशन एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्टर कपिल सिब्बल के नए दिशा-निर्देशों के बाद एक बार फिर मोबाइल टॉवर्स और उनसे होने वाले नुकसान का जिन्न बाहर निकल आया है। बरेलियंस की हेल्थ से जुड़ी चिंता का अंदाजा इस आंकड़े से सहज लगाया जा सकता है कि यहां टेलीकॉम कंपनियों ने तीन सौ से अधिक टॉवर लगे हैं। खास यह कि 90 फीसदी मानकों को ताक पर रखकर आबादी के बीच हैं।

एक मकान पर चार टॉवर

सभी कंपनियों के लगे टॉवर की बात की जाए तो मोबाइल टॉवर की संख्या 300 से अधिक है। वैसे 2009-2010 के आंकड़े के अनुसार, विभिन्न कंपनियों के 199 टॉवर लगे हंै। जिनमें से 29 टॉवर को छोड़कर सभी टॉवर मकान की छतों पर ही हैं। इतना ही नहीं कई मकान तो ऐसे भी है जिनकी छतों पर तीन से चार टॉवर लगाए गए हैं।

90 परसेंट आबादी के बीच

बीएसएनएल, आइडिया, वोडाफोन, रिलायंस, सहित अन्य कंपनियों के  टॉवर घनी आबादी में ही लगे हंै। सीबीगंज, सिविल लाइंस, सुभाष नगर, कालीबाड़ी, कुतुबखाना जैसे इलाके में ही 90 परसेंट मोबाइल टॉवर हैं।

190 टॉवर अवैध

अवैध रूप से पनप रहे मोबाइल टॉवर्स के खिलाफ बीडीए ने कार्रवाई भी की। लेकिन 2009-2010 में हुए एक्शन के बाद बीडीए ने भी चुप्पी साध ली। 2009 - 2010 में बीडीए के सर्वे में 190 मोबाइल टॉवर्स की पहचान कर अवैध घोषित किया था। इतने बड़े पैमाने पर कार्रवाई के बाद सभी मोबाइल कंपनियों ने हाईकोर्ट से स्टे ले लिया तब से मामला पेंडिंग है।

रेडिएशन मापने का अरेंजमेंट नहीं

सेंट्रल गवर्नमेंट ने निर्देश तो जारी कर दिया कि, रेडिएशन बढ़ा रहे मोबाइल टॉवर हटाए जाएंगे। मगर शहर में इसकी कोई व्यवस्था नहीं है। बीडीए, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड और बीएसएनएल अधिकारियों से बात की गयी तो जबाब किसी के पास नहीं था। यही नहीं क्या एक साथ टॉवर को हटा पाना संभव है। या यूं ही छतों पर खड़े टॉवर रेडिएशन उगलते रहेंगे ।

टॉवर्स का टेंशन

बीएसएनएल    123

टाटा इंडिकॉम    33

एयरटेल            43

आइडिया          20

वोडाफोन          12

रिलायंस           24

एयरसेल          26

टोटल           281

नोट - बीएसएनएल के अलावा सभी कंपनी के आंकड़े 2010 तक के हैं

टॉवर जांच के लिए टीम गठित

मोबाइल टॉवर से निकलने वाले रेडिएशन की जांच के लिए दूरसंचार विभाग द्वारा टेलिकॉम इंफोर्समेंट एंड रिसोर्स मानीटरिंग की नियुक्ति कर दी गई है। बरेली दूरसंचार विभाग के जनरल मैनेजर मणि राम का कहना है कि वेस्ट यूपी में रेडिएशन की जांच के लिए मेरठ की टीम को जिम्मा सौंपा गया है। अगर दिए गए निर्देश के बाद भी मानक से अधिक रेडिएशन मिले तो टॉवर से जुड़ी कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

क्या हैं टॉवर के नए रूल

-2 एंटीना वाले टॉवर से घर कम से कम 35 मीटर दूर होना चाहिए।

-12 एंटीना वाले टावर से घर की दूरी 75 मीटर होनी चाहिए।

-टॉवर पर लगे एंटीना के सामने कोई घर नहीं होना चाहिए।

-ज्यादा रेडिएशन वाले मोबाइल हैंडसेट्स का प्रोडक्शन 31 अगस्त 2013 तक बंद करने का निर्देश दिया गया है।

-नए डायरेक्शन के मुताबिक, कंपनी को ऐसी व्यवस्था करनी होगी जिससे कि मोबाइल टॉवर से होने वाले रेडिएशन में 90 परसेंट तक कमी आ सके।

-इनकी निगरानी टेलीकॉम इंफोर्समेंट रिसोर्स एंड मॉनिटरिंग टीम करेगी।

- रूल्स फॉलो नहीं करने वाली कंपनियों के खिलाफ फाइन का भी प्रोविजन है।

BDA से permission के rule

-स्कूल, कॉलेज और चिकित्सा संस्थानों में नहीं लग सकता।

-टॉवर का निर्माण संकरी गलियों में नहीं किया जा सकता।

-टॉवर कंपनी और जिसके मकान पर टॉवर लगा है, उसे शपथपत्र देना होगा। किसी को छति पहुंचती है तो समस्त दायित्व कंपनी और मकान मालिक का होगा।

-टॉवर निर्माण से पूर्व नक्शा, शपथ पत्र और अन्य आवश्यक प्रमाण पत्र एक लाख रुपए फीस सक्षम अधिकारी के ऑफिस में जमा की जाती है। उसके बाद प्रत्येक तीन वर्ष के बाद फीस का 25 परसेंट नवीनीकरण के रूप में जमा किया जाएगा।

बीमार बनाता radiation

मोबाइल टॉवर रेडिएशन से कैंसर का चांस ज्यादा होता है। आईएमए के प्रेसीडेंट अंशू अग्रवाल ने बताया कि टॉवर के रेडिएशन से ब्रेन ट्यूमर, ब्लड कैंसर और लंग्स की प्रॉब्लम सबसे ज्यादा होती है। हार्ट पेशेंट के लिए सबसे खतरनाक है। हार्ट पेशेंट के जिस भी व्यक्ति को पेसमेकर (इलेक्ट्रानिक डिवाइस ) लगा है, रेडिएशन से खराब हो सकता है। नींद न आना, सिर दर्द बना रहना, मेमोरी कमजोर होना, चिडचिड़ापन भी हो सकता है।

टॉवर का सर्वे जल्द ही कराया जाएगा। इसके लिए कंपनी  निर्देश का पालन नहीं करती है तो कार्रवाई की जाएगी।

- सुभाष चंद उत्तम, सेक्रेटरी, बीडीए

टॉवर को लेकर लोगों की शिकायत मिल रही है। इसके लिए मुख्यालय से बात कर टीम गठित की जाएगी। जिससे  कंपनियों पर कार्रवाई की जा सके।

- जितेंद्र लाल, रीजनल ऑफिसर, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड

सेंट्रल गवर्नमेंट का निर्देश जारी हो गया है। टॉवर घनी अबादी से हटाए जाएंगे तो, घनी अबादी के दूर लगे टॉवरों का पॉवर बढ़ाना पड़ेगा। टॉवर की कैपिसिटी एक किमी से 7 किमी तक हो सकती है।

- मणि राम, जीएम, बीएसएनएल

मेरे घर से पास दो मोबाइल टॉवर है। मेरी तो मेमोरी ही कमजोर हो रही है। घर के पास टॉवर होने के वजह से मैं बहुत परेशान हो चुका हूं। सेंट्रल गवर्नमेंट के निर्देश को जल्द ही फॉलो करना चाहिए।

- जितेंद्र सिंह, डीडी पुरम्

मेरे एरिया में एक किमी के दायरे में 5 से 6 टॉवर लगे हुए है। टॉवर से निकलने वाले रेडिएशन के चलते पूरे दिन चिड़चिड़ापन बना रहता है। टॉवर के वजह से घर के सभी लोग परेशान रहते है।

- अभिषेक कुमार, सिविल लाइन