- चनेहटा मामले में डीएम को सौंपी गई रिपोर्ट, बिजली विभाग के दोषी कर्मचारियों पर गिर सकती है गाज

- लाइन में गार्डिग व्यवस्था नहीं होने के कारण हुआ था हादसा

BAREILLY: चनेहटा कैंट में एक नवंबर को हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से हुई तीन मौतों के मामले में बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों पर गाज गिर सकती है। इस दर्दनाक हादसे के बाद डीएम संजय कुमार ने विभाग के सीनियर अधिकारियों को तलब कर लिया था और ख्ब् घंटे के अंदर मामले में विभागीय जांच कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए थे। ख्ब् घंटे तो नहीं आखिरकार भ् दिन बाद वेडनसडे को विभाग की तरफ से डीएम को अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी गई।

डीएम को सौंपी अपनी रिपोर्ट

डीएम द्वारा रिपोर्ट मांगने के बाद विभागीय जांच की जिम्मेदारी एक्सईएन एलबी सिंह को सौंपी गयी थी। जबकि नोडल अधिक एक्सईएन पीए मोगा को बनाया गया था। भ् दिनों तक चली सघन विभागीय जांच की रिपोर्ट अधिकारियों ने बिजली विभाग रूरल के एसई हरिप्रकाश गुप्ता के सामने वेडनसडे को पेश की। इसके बाद जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपी गयी। हालांकि डीएम संजय कुमार ने जांच रिपोर्ट को अभी तक पढ़ा नहीं है, लेकिन बिजली विभाग के अधिकारियों ने मौखिक तौर पर रिपोर्ट पढ़कर डीएम को सुना दिया है।

क्या है जांच रिपोर्ट

सूत्रों से यह बात पता चली है कि चनेहटा हाईटेंशन हादसा विभागीय लापरवाही के कारण हुआ था। घनी आबादी होने के बाद भी लाइनों में गार्डिग की व्यवस्था बिजली विभाग की ओर से नहीं की गयी। चनेहटा में क्00-क्00 केवीए के दो ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं। दो मोबाइल टॉवर के कनेक्शन हैं। यही नहीं चनेहटा में एक ट्यूबेल का कनेक्शन वर्तमान समय में चल रहा है। इसकी वजह से यहां पर अच्छी-खासी बिजली कंज्यूम होती है। रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि बिना गार्डिंग के दौड़ रही लाइनों से आने वाले दिनों में और बड़ा हादसा हो सकता है। चनेहटा में एक मां सरस्वती जूनियर हाईस्कूल चल रहा है, जिसके सामने से भी हाईटेंशन लाइन बिना गार्डिग के दौड़ रही है। जबकि पॉवर कॉरपोरेशन के नियमों के मुताबिक घनी आबादी वाले क्षेत्र में गार्डिग की व्यवस्था होना बेहद जरूरी है।

गिर सकती है कर्मचारियों पर गाज

भले ही इस मामले में विभाग ने पीडि़त परिवार को भ्0-भ्0 हजार का चेक देकर अपना पल्ला झाड़ लिया हो लेकिन इतने बड़े हादसे के पीछे लापरवाही बरतने वाले एसडीओ, जेई और लाइनमैन डीएम के राडार पर हैं। डीएम द्वारा रिपोर्ट देखने के बाद बिजली विभाग के कर्मचारियों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है क्योंकि विभाग ने जो मौखिक रिपोर्ट के बारे में बताया है उसके हिसाब से डीएम संजय कुमार कार्रवाई करने के पूरे मूड में है। अब देखने वाली बात यह है कि रिपोर्ट देखने के बाद डीएम साहब बिजली विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ क्या एक्शन लेते हैं।

बिजली विभाग ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। हालांकि अभी रिपोर्ट में क्या है यह अभी देखी नहीं है। रिपोर्ट देखने के बाद दोषी कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

संजय कुमार, डीएम

मामले की विभागीय जांच पूरी कर ली गयी है। जांच प्रक्रिया की पूरी डिटेल रिपोर्ट में दर्ज है। मामले की जांच के लिए एक्सईएन को लगाया गया था।

हरिप्रकाश गुप्ता, एसई, रुरल