- नए सत्र में आयोजित होने वाले दीक्षांत में बदल जाएगा ड्रेस कोड

- दीक्षांत में झलकेगी भारतीय संस्कृति को दिया जाएगा बढ़ावा

BAREILLY: आरयू का दीक्षांत समारोह का नजारा बदला-बदला सा नजर आएगा। प्रदेश के राज्यपाल व यूनिवर्सिटी के चांसलर राम नाईक ने दीक्षांत समारोह में धारण किए जाने वाले ड्रेस में बदलाव करने के आदेश दिए हैं। जनवरी में हुए प्रदेश के सभी स्टेट यूनिवर्सिटीज के कुलपतियों के सम्मेलन में भी उन्होंने नए सत्र से दीक्षांत के ड्रेस कोड में बदलाव करने को कहा था। आरयू के अधिकारियों ने इस आदेश की पुष्टि भी कर दी है, लेकिन सम्मेलन की प्रोसीडिंग्स अभी तक उन्हें नहीं मिल पाई हैं। जिस वजह से वे अधिकारिक रूप से इस पर बयान नहीं दे रहे, लेकिन यह तय हो गया है कि इस वर्ष आरयू में होने वाले दीक्षांत समारोह में ड्रेस बदला नजर आएगा।

ड्रेस में झलकेगी भारतीय संस्कृति

राज्यपाल के इस आदेश के पीछे अंग्रेजियत की निशानी को मिटा कर दीक्षांत के ड्रेस में भारतीय संस्कृति की झलक लाना है। मंडे को मथुरा स्थित वेटरिनेरी यूनिवर्सिटी में ऑर्गनाइज किए गए दीक्षांत समारोह में भी राज्यपाल ने नए सत्र से ड्रेस में बदलाव करने के निर्देश दिए। इसके तहत गाउन के ऊपर धारण की जाने वाली रोब की जगह सफेद पट्टे का इस्तेमाल किया जाएगा। वहीं सिर पर धारण की जाने वाली टोप में भी बदलाव किया जाएगा। बताया यह भी जा रहा है कि गाउन में भी बदलाव हो सकता है। फिलहाल कुलपति सम्मेलन की प्रोसीडिंग्स मिलने के बाद ही आरयू के अधिकारी अधिकारिक तौर पर इसको लेकर कोई बयान दे पाने की स्थिति में होंगे।

ख्0क्फ् में भी दिए थे आदेश

वर्ष ख्0क्फ् कें तत्कालीन राज्यपाल बीएल जोशी ने भी दीक्षांत समारोह की ड्रेस को लेकर आदेश दिए थे। हालांकि उन्होंने गाउन बदलने का कोई आदेश नहीं दिया था, लेकिन सभी स्टूडेंट्स को फॉर्मल ड्रेस में आने का आदेश दिया था। मेल के लिए शर्ट पैंट और लेदर शू व फीमेल के लिए सलवार शूट या फिर साड़ी पहनकर आने को कहा था। यह इसलिए कि दीक्षांत में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स के बीच एकरूपता बनी रहे। अक्सर यह देखा जाता था कि गाउन के नीचे स्टूडेंट्स जींस और टीशर्ट पहनकर समारोह में शामिल हो जाते थे। उनके इस आदेश को आरयू ने फॉलो भी कराया था।