बीए, एमए और एमएससी का था एग्जाम
लास्ट मोमेंट पर सेंटर होने चेंज होने से मची अफरा-तफरी
BAREILLY: बरेली कॉलेज में सैटरडे को हुए एग्जाम में कई स्टूडेंट्स की परीक्षा छूट गई। स्टूडेंट्स की मानें तो इसमें पूरी तरह से लापरवाही कॉलेज की थी। एग्जाम से पहले ही कॉलेज ने उनका सेंटर बदल दिया, जिसकी इंफॉर्मेशन उन्हें नहीं थी। सुबह की पाली में सेंटर बदले जाने से कॉलेज में अफरा-तफरी मच गई। स्टूडेंट्स अपना सेंटर जानने के लिए चक्कर काटने लगे। सेंटर पता लगने पर जब वे दूसरे कॉलेज पहुंचे तो काफी देर हो चुकी थी। ऐसे में कई स्टूडेंट्स बिना एग्जाम दिए ही वापस लौट लिए। कॉलेज के पास इसका आंकड़ा नहीं है कि कितने स्टूडेंट्स एग्जाम से वंचित रह गए हैं।
11,000 को देना था exam
सैटरडे को बीसीबी में सबसे ज्यादा स्टूडेंट्स को एग्जाम देना था। बीए और एमए व एमएससी का एग्जाम था, जिसमें करीब 11,000 स्टूडेंट्स को बैठना था। जबकि कॉलेज में एक समय में कम से कम 5,000 स्टूडेंट्स ही बैठ सकते हैं। ऐसी सिचुएशन में कॉलेज ने इंटर कॉलेजेज में भी सेंटर बनाया था। कॉलेज ने करीब 7 इंटर कॉलेजेज को भी सेंटर बनाया था।
BCB का हर कोना फुल
बीसीबी ने कैंपस के हर कोने में स्टूडेंट्स को बिठा कर एग्जाम कराया। सभी डिपार्टमेंट्स के रूम्स, बरामदे फुल हो गए। जीसीआर भी पूरी तरह से फुल हो गया। लाइब्रेरी के रीडिंग रूम में भी कई स्टूडेंट्स को बिठाया गया। यहां तक कि जिमनैजियम में भी कुर्सियां टेबल लगाकर एग्जाम कंडक्ट कराया गया।
Students को नहीं बताया सेंटर
एग्जाम देने के लिए सुबह-सुबह जब स्टूडेंट्स कैंपस पहुंचे तो अफरा तफरी मच गई। स्टूडेंट्स की मानें तो नोटिस बोर्ड पर रोल नम्बर के आगे सेंटर नहीं लिखा था। वे ये समझकर आए थे कि उनका सेंटर बीसीबी कैंपस में ही होगा, लेकिन कॉलेज आकर पता चला कि उनका सेंटर चेंज हो गया। ऐसे में सेंटर पता करने के लिए उनका काफी समय जाया हुआ। फिर उसके बाद सेंटर तक पहुंचने में भी काफी समय वेस्ट हो गया। उन्होंने बताया कि इस उहापोह में कई स्टूडेंट्स की परीक्षा छूट गई।